Benefits of Water Nut:-
कच्चा सिंघाड़ा खाने के अद्भुत फायदे:-सर्दियों का मौसम आते ही हमें ठेलों पर हरे कत्थई कलर के खूबसूरत सिंघाड़े चलते हुए ठेलों पर सजे हुए नजर आने लगते हैं। भारत में सिंघाड़े का उत्पादन प्रमुख रूप से उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड ,बिहार ,मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में प्रमुख रूप से होता है क्योंकि यहां पर पाए जाने वाले तालाबों की संख्या अधिक होती है और इन्हीं तालाबों में सिंघाड़े की अच्छी किस्म की खूब पैदावार होती है।
सिंघाड़े में कई प्रकार की विटामिंस मिनरल्स तत्व और खनिज पदार्थ पाए जाते हैं जिसकी वजह से इसका सेवन अपने दैनिक जीवन में कई तरह से लोग करते हैं और इसके भरपूर गुणों और लाभों को अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में सदियों से करते आए हैं।
सिंघाड़ा को लोग व्रत उपवास में भी इसके सुखाए हुए फलों को इकट्ठा करके इसका आटा बनवा लेते हैं जिसे कुट्टू का आटा कहते हैं, इस आटे से बनी हुई विशेष प्रकार की मीठी पूर्णिया और कई प्रकार के व्यंजन बनाए जाते हैं जिसे व्रत उपवास में सभी लोग इस को आहार के रूप में खाना पसंद करते हैं और यह कई पौष्टिक गुणों विटामिंस से भरपूर होता है जिसे भारत के प्रत्येक राज्य में इसका बहुतायत मात्रा में सेवन किया जाता है।
सर्दियों के मौसम में ठेलों पर सजे हुए हरे रंग के कच्चे सिंघाड़े सभी का मन अपनी और आकर्षित कर लेते हैं वह भी क्यों ना यह खाने में हल्के मीठे और पौष्टिक गुणों से युक्त सिंघाड़े हमारे स्वास्थ्य को जहां एक तरफ बेहतर बनाने में मदद करते हैं वहीं Skin,त्वचा संबंधी कई प्रकार की समस्याओं को पूरी तरह से दूर करने में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
सिंघाड़े में मौजूद कई प्रकार के विटामिंस हमारे स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं सिंघाड़े में प्रमुख रूप से विटामिनA ए, विटामिन C,सी विटामिन- K के आयोडीन ,फास्फोरस ,मैग्नीशियम, जिंक, जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो कि शरीर को कई गंभीर बीमारियों से लड़ने में शक्ति प्रदान करते हैं और शरीर को हष्ट पुष्ट बलवान बनाते हैं।
कच्चा सिंघाड़ा खाने से यह स्वास्थ्य पर पड़ने वाले कई प्रकार के नेगेटिव इफेक्ट, जैसे मोटापे, शरीर में सूजन गले में सूजन, त्वचा संबंधी कई प्रकार के गंभीर रोगों को पूरी तरह से दूर करने में बेहद लाभदायक व उपयोगी sabit होता है।
कच्चा सिंघाड़ा खाने के 6 अद्भुत फायदे आओ जाने:-
मोटापा दूर करने में लाभदाय :-
सिंघाड़े में पाए जाने वाले कई प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट तत्व जैसे लो फैट, मैग्नीज और फाइबर जैसे तत्वों की मुख्य मौजूदगी की वजह से यह शरीर में बढ़ रही चर्बी को धीरे-धीरे कम कर देते हैं जिससे कि शरीर में अनावश्यक चर्बी, पूरी तरह से कम हो जाती है और शरीर पहले से बेहद हल्का व स्वस्थ दिखाई देने लगता है इसीलिए लोग अपने दैनिक जीवन में कच्चे सिंघाड़े को आहार के रूप में लेना पसंद करते हैं और इस पर किए गए कई प्रकार के प्रयोग भी अब तक सफल रहे हैं जिसकी वजह से डॉक्टर भी मोटापे को दूर करने के लिए कच्चे सिंघाड़े को खाने की सलाह देते हैं
स्किन संबंधी समस्याओं को दूर करने में सहायक:-
कच्चे सिंघाड़े में पाए जाने वाले विटामिन ए और विटामिन सी जैसे तत्वों की भरपूर मौजूदगी की वजह से यह त्वचा पर पड़ने वाले कई प्रकार के दाग धब्बे कील मुहांसों , को जड़ से खत्म करके शरीर को ग्लो चमकीला और गोरा बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं सिंघाड़े में पाए जाने वाला आयोडीन फाइबर जैसे प्रमुख पोषक तत्वों के कारण चेहरे पर नहीं चमक आती है और शरीर की बाहरी त्वचा बेहद सुंदर और निरोगी बनती है इसलिए अपने दैनिक जीवन में कच्चे सिंघाड़े का सेवन जरूर करना चाहिए।
शरीर में हारमोंस और फर्टिलिटी को बढ़ाने में लाभदायक:-
जिन लोगों को हारमोंस या फिर फर्टिलिटी जैसी किसी प्रकार की समस्या है और वह अपने इन बीमारियों की वजह से आए दिन कई प्रकार की समस्याओं से जूझते रहते हैं उनको अपने दैनिक जीवन में कच्चे सिंघाड़े का सेवन जरूर करना चाहिए क्योंकि डॉक्टरों की टीम ने इस पर रिसर्च करके इससे होने वाले हारमोंस की बढ़ोतरी और फर्टिलिटी जैसी समस्याओं से हमेशा के लिए छुटकारा पाया जा सकता है इस प्रकार के विशेष प्रयोग अब तक किए जा चुके हैं जिनमें सिंघाड़ा जैसे फल का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
लो ब्लड Low Blood ,प्रेशर को ठीक करने में मददगार:-
जिन लोगों का ब्लड प्रेशर हमेशा लो रहता है उनके लिए कच्चा सिंघाड़ा किसी रामबाण औषधि से कम नहीं है। कच्चा सिंघाड़ा खाने से लो ब्लड प्रेशर की समस्या स्वता ही दूर हो जाती है क्योंकि इसमें पाए जाने वाले फाइबर, मैग्नीशियम और कई प्रकार के विटामिंस मिनरल्स खनिज पदार्थों की वजह से यह लो ब्लड प्रेशर को पूरी तरह से नियंत्रित करता है और शरीर को ब्लड सरकुलेशन को नियंत्रित करने में अपनी अहम भूमिका निभाता है।
बवासीर में बेहद लाभदायक:-
जिन लोगों को बाहरी या अंदरूनी दोनों प्रकार की बवासीर है उनके लिए कच्चा सिंघाड़ा बेहद फायदेमंद और लाभदायक साबित हुआ है। कच्चे सिंघाड़े में पाए जाने वाले आयोडीन मैग्नीशियम आयरन विटामिन सी विटामिन ए विटामिन के जैसे प्रमुख तत्वों की वजह से यह बवासीर में मौजूद कई प्रकार के खतरनाक बैक्टीरिया को पूरी तरह नष्ट करके बवासीर जैसी समस्या को पूरी तरह खत्म करने में बेहद लाभदायक साबित हुआ है इसलिए यदि किसी को बवासीर जैसी समस्या है तो उसको अपने दैनिक आहार में कच्चे सिंघाड़े का सेवन खाना खाने के बाद प्रतिदिन 1 महीने तक जरूर करना चाहिए जिससे कि इसके सकारात्मक परिणाम मिल सके।
शरीर को हष्ट पुष्ट बलवान बनाने और इंस्टेंट एनर्जी प्रदान करने में सहायक:-
कच्चे सिंघाड़े में मौजूद कई प्रकार के विटामिंस मिनरल्स खनिज पदार्थ और एंटीऑक्सीडेंट तत्वों की भरपूर मौजूदगी की वजह से यह शरीर को हष्ट पुष्ट और निरोगी बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कच्चे सिंघाड़े में प्रमुख रूप से विटामिन सी विटामिन के विटामिन और थोड़ी मात्रा में विटामिन D जैसे प्रमुख तत्व मौजूद होते हैं इसके अलावा इसमें पाए जाने वाला आयरन, मैग्नीज, फास्फोरस जैसे तत्वों की वजह से शरीर में पहले से मौजूद कई प्रकार के खतरनाक वायरस इसको यह पूरी तरह से जड़ से खत्म करके शरीर को अंदर से हष्ट पुष्ट बलवान बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है इसलिए अपने दैनिक आहार में कच्चे सिंघाड़े का सेवन जरूर करना चाहिए।
डिस्क्लेमर:-
कच्चा सिंघाड़ा खाने से कई प्रकार के फायदे होते हैं इसीलिए लोग सर्दियों के मौसम में मिलने वाले इन कच्चे सिंघाड़े को खाकर कई प्रकार के गंभीर रोगों से पूरी तरह छुटकारा पा जाते हैं लेकिन कई ऐसे मौके होते हैं की डॉक्टर उन मरीजों को कच्चा सिंघाड़ा खाने के लिए मना करते हैं जोकि हृदय रोग या फिर निमोनिया रोग से ग्रसित हैं। यदि आप भी इन बीमारियों के अलावा भी किसी अन्य गंभीर बीमारी से परेशान है और आप अपने दैनिक जीवन में इस प्रकार के फलों का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो पहले अपने एक्सपर्ट डॉक्टर की सलाह जरूर लें l