
यदि 5जी तकनीक की भारत में बात की जाए तो संचार मंत्री ने हाल ही में एक रिपोर्ट में यह बात स्पष्ट की कि 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी अगस्त तक पूरी हो जाएगी वही साल के आरंभ में वाणिज्यिक स्तर पर समूचा देश 5G सेवा का उपयोग करने लगेगा परंतु ऐसा होता दिख नहीं रहा है कुछ क्षेत्रों कंपनियों और स्थानों में इसका व्यापक और व्यवहारिक प्रयोग दिसंबर तक संभव हो सकता है परंतु छोटे शहरों और गांवों में आमजन तक 5G को पहुंचने में कम से कम 1 वर्ष और लग सकता है।
भारत में 5G को लेकर सरकार का क्या है विचार आओ जाने:
जहां तक 5G का सवाल है भारत में इसके 2035 तक लगभग एक लाख करोड़ डालर की आर्थिक गतिविधि बढ़ने की आशंका जताई जा रही है, वहीं विदेशी कंपनी एरिक्सन के मुताबिक 5G के आने से 2 साल के भीतर ही 27 अरब डॉलर की आर्थिक वृद्धि होने की संभावना है। भारत देश की बात की जाए तो यहां पर 2026 तक 35 करोड़ से ज्यादा 5G के उपभोक्ता हो जाएंगे।
भारत देश में 5G तकनीक से बहुत सारे बदलाव आएंगे । 5G के आने से मेडिकल क्षेत्र से लेकर सेना के सभी कार्यों में गति आएगी और सभी प्रकार के कार्य करने की शैली बदल जाएगी आज विकसित देशों में 5G के महत्व को देखा जा सकता है ,इसलिए सरकार जल्द से जल्द 5G टेक्नोलॉजी को भारत में लॉन्च करने जा रही है।
यदि अभी तक इसके 5G के भारत में लॉन्च होने की बात की जाए तो अभी तक यह इसका ट्रायल चल रहा है और संभावना जताई जा रही है कि 2023 के प्रारंभिक महीनों में देश के बड़े शहरों में सबसे पहले इसको प्रारंभ कर दिया जाएगा, उसके बाद छोटे शहरों और फिर गांव तक इसकी पहुंच बनाई जाएगी जिससे कि दूरदराज के क्षेत्रों का भी विकास तीव्र गति से हो सके।
5जी इंटरनेट का उपयोग कितना महंगा होगा आओ जाने:
जहां तक 5जी इंटरनेट का सवाल है के उपयोग करने का सवाल है इसमें 4G से ज्यादा खर्चा आने की उम्मीद है क्योंकि 5G पर चलने वाली मोबाइल और अन्य उपकरणों को बेहतरीन प्रोसेसर की जरूरत होती है, जो कि इनकी लागत ज्यादा कर देती हैं अभी तक एक बहुत बढ़िया मोबाइल के प्रोसेसर की ताकत 7 से 8 जीबी प्रति सेकंड है जबकि 5G से चलने वालों वाले मोबाइलों की स्पीड 10 से 20 जीबीपीएस होगी।
भारत में 5G के आने में कौन-कौन सी बाधाएं हैं?
भारत में 5G इंटरनेट की कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए और इसकी स्पीड को सुधारने के लिए सरकार इस पर गहनता से विचार कर कार्य को मूर्त रूप देने का प्रयास कर रही है , सभी को पता है कि इंटरनेट की स्पीड अच्छी ना होने से स्मार्टफोन, लैपटॉप,पर्सनल कंप्यूटर ,स्मार्ट वॉच, स्मार्ट टीवी वाईफाई ,हैंड फ्री जैसे गैजेट्स अच्छी तरह से काम नहीं करते है, इसलिए 5G टेक्नोलॉजी इन सभी चीजों में सुधार ला करके एक नई क्रांति मचाने वाला है।
संचार विभाग द्वारा 13 शहरों में दिसंबर 2022 तक नई सर्विस उपलब्ध कराने की घोषणा की जा चुकी है इसकी तैयारी तीन स्तर से की जा रही है ,
पहली- विभाग के जिम्मे टेक्नोलॉजी उपलब्धता की टेस्टिंग और नेक्स्ट जेनरेशन इंटरनेट के स्पेक्ट्रम की नीलामी करना
दूसरी- टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया यानी ट्राई उपभोक्ताओं के लिए उचित प्राइस ब्रॉडबैंड प्लान ब्लॉक साइज नीलामी किए जाने की स्पेक्ट्रम की मात्रा और शर्तों की है।
तीसरी- तीसरी और सबसे बड़ी जिम्मेदारी सर्विस प्रोवाइडर की है।
5G नेटवर्क की राह में तकनीकी और नीतिगत चुनौतियों का सामना इन्हीं तीनों को करना है दूसरी तरफ लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले इसके दुष्प्रभाव और रोगों के फैलाव या हवाई जहाज की यात्रा पर इसके असर को लेकर के भी लोगों का अविश्वास अभी तक बना हुआ है और यह एक प्रमुख चुनौती बनकर सामने आ रही है इसके साथ-साथ भारत नेट परियोजना के तहत 5.46 लाख किलोमीटर ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाया जाना है, इसका उद्देश्य 250000 ग्राम पंचायतों तक ऑप्टिकल फाइबर बिछाने और फास्ट स्पीड ब्रॉडबैंड सर्विस से गांव को कनेक्ट करने की राहों में अनेक मुश्किलें सामने निकल कर आ रही है।
भारत में 5G के फायदे और नुकसान आओ जाने:
यदि भारत की बात की जाए तो भारत में लगभग 30 करोड़ से भी अधिक एंड्राइड फोन उपयोग करता हैंl जिनके लिए इंटरनेट वर्तमान समय में एक महत्वपूर्ण और जरूरी साधन बन चुका है, ऐसे में भारत सरकार भारत देश में जल्द से जल्द 5G नेटवर्क लाने की तैयारी में है, जिससे कि इन 30 करोड़ से भी अधिक इंटरनेट उपयोगकर्ता उपभोक्ताओं को बिना किसी परेशानी के उनके संपूर्ण कार्य आसानी से और कम समय में तीव्र गति से हो सकेl यदि वर्तमान समय की बात की जाए तो भारत में सिर्फ 4G तक की सुविधा उपलब्ध है जिससे कि किसी बड़े प्रोजेक्ट Project या फिर IA इंटेलिजेंट रोबोटिक मशीनों से काम करने की क्षमता को और अधिक बढ़ाने की आवश्यकता है , जिससे कि आने वाले कम समय में ही बड़े से बड़े काम को आसानी से सॉल्व Solve किया जा सके l
इन्हीं उपरोक्त तथ्यों का ध्यान रखते हुए भारत सरकार ने हाल ही में 5G जी Internet तकनीक को भारत में ट्रायल के हर संभव प्रकार के कार्य सुचारू रूप से कर रही है और जल्दी से भारत में लॉन्च करने की तैयारी में है। जिससे कि इंटरनेट की दुनिया में भारत भी नई क्रांति ला कर अपने यहां होने वाले सभी प्रकार के कार्यों को तीव्र गति से कम समय में कर सके और देश का आर्थिक और वैश्विक विकास में वर्चस्व स्थापित हो सके।
5G तकनीक वर्तमान समय में जापान और चीन जैसे देशों के पास उपलब्ध है, 5G तकनीक का विकसित देशों में इस्तेमाल होने से वहां की अर्थव्यवस्था को कई मायने में मजबूती और बल मिला है ,लेकिन इस तकनीक की भारत में काफी आलोचना होती रही है आइए 5G तकनीक 5G तकनीक के भारत में आ जाने से क्या-क्या लाभ होंगे और किन-किन प्रकार के नुकसान हो सकते हैं इन सभी पहलुओं को विस्तार से जानते हैं।
5G तकनीक से होने वाले फायदे:
नंबर 1 –
मोबाइल फ़ोन की कनेक्टिविटी और मोबाइल डाटा सर्चिंग में बेहतर सुधार होगाl
नंबर 2-
इंटरनेट की स्पीड 20 गुना तक बढ़ जाएगी
नंबर 3 –
किसी भी बड़े से बड़े डाटा को कम समय में डाउनलोड और ट्रांसफर करने में होगी बेहतर सुविधाl
नंबर 4-
हाई क्वालिटी गेम और वीडियो को आसानी से चलाने में होगी सुविधा l
नंबर 5 –
5G नेटवर्क से ड्रोन और ऑटोमेटिक वाहनों का संचालन होगा आसान l
नंबर 6 –
सभी प्रकार के कार्य फोन से भी करने में होगी सुविधा
5G तकनीक से होने वाले नुकसान आओ जाने:
नंबर 1 –
5G नेटवर्क के आ जाने से रेडिएशन का खतरा बढ़ जाएगा जिससे अनेकों प्रकार की त्वचा संबंधी बीमारियां होने के खतरे बढ़ बढ़ सकते हैंl
नंबर दो-
निजी डाटा चोरी होने व Hacking हेकिंग की घटनाओं की संभावनाएं बढ़ जायेंगी ऐसा कई एक्सपर्ट्स और वैज्ञानिकों की तरफ से साफ संकेत बताए गए हैं l
नंबर 3 –
भविष्य में कई प्रकार की नई बीमारियां होने की संभावना और अन्य कई परेशानियां आने की संभावनाएं बढ़ जाएंगी।
नंबर 4 -5G तकनीक लाने से टावरों की संख्या बढ़ानी पड़ेगी जिससे कि एक बड़ी जगह (जमीन) के इस्तेमाल होने के कारण बढ़ती आबादी Population के रहने और किसानों की समस्याएं दुगनी हो जाएंगीl