भारत और फ्रांस के बीच हेलीकॉप्टर इंजन बनाने की डील पर मोहर:
भारत की एविएशन इंडस्ट्री दुनिया की सबसे बड़ी तीसरी एविएशन इंडस्ट्री है जिसमें बड़ी पैमाने पर एडवांस टेक्नोलॉजी से लैस इंजन और कई प्रकार के हैवी कल पुर्जे बनाए जाते हैं । भारत में सैनिक हेलीकॉप्टर और फाइटर JET प्लेन के कल पुर्जे भारत की सबसे बड़ी कंपनी हाल द्वारा बनाए जाते हैं । लेकिन भारत के पास अभी भी पूरी तरह से वह टेक्नोलॉजी मौजूद नहीं है जिससे कि भारत अपने खुद के दम पर बड़े जेट विमान और हेलीकॉप्टर के इंजन को बना सके ।
इन्हीं कई कमियों को दूर करने के लिए हाल ही में भारत में फ्रांस के साथ एक बड़ी डील की है । भारत और फ्रांस के बीच हुई इस डील में भारत की सबसे बड़ी एयरोनॉटिक्स कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स और फ्रांस की सैफरन कंपनी के बीच हेलीकॉप्टर के इंजन बनाने की सबसे बड़ी डील पक्की हो चुकी है जिसमें भारत और फ्रांस दोनों देशों के बीच 50 परसेंट हिस्सेदारी की डील हुई है । जिसमें आने वाले समय में फ्रांस और भारत दोनों देश मिलकर इन हेलीकॉप्टर के इंजनों का निर्माण कर सकेंगे इसके साथ-साथ इन जनों के आयात निर्यात और इस पर मिलने वाले प्रॉफिट पर भी दोनों की 50 परसेंट की हिस्सेदारी पर पूरी तरह से मोहर लग चुकी है ।
भारत मेक इन इंडिया के अंतर्गत हेलीकॉप्टर के इंजनों की मैन्युफैक्चरिंग जल्द ही शुरू करेगा:
अभी हाल ही में भारत और फ्रांस के बीच 10 नवंबर 2023 को हेलीकॉप्टर के इंजन और लड़ाकू फाइटर के इंजन बनाने के लिए इस पर पूरी तरह से सहमति बन चुकी है और दोनों देशों ने मिलकर इस पर हस्ताक्षर भी कर दिए हैं जिससे कि आने वाले कुछ ही समय में हेलीकॉप्टर के इंजनों का निर्माण कार्य प्रारंभ हो जाएगा । भारत और फ्रांस के बीच हुई इस डील से फ्रांस उन सभी प्रकार के डाटा को भारत के साथ शेयर करेगा जिससे कि हेलीकॉप्टर की इंजन की मैन्युफैक्चरिंग भारत भी आसानी से कर पाएगा इससे आने वाले समय में चीन जैसे देशों को भी भारत पीछे छोड़ सकता है लेकिन देखने वाली बात यह है कि भारत को मिली इस अपॉर्चुनिटी का फायदा भारत किस तरह से उठना है और वह इसमें कितना कामयाब हो पता है । व्हाट यू गोइंग योर रूम
भारत की कंपनी HAL हाल और फ्रांस की कंपनी सैफरन SAFRAN के बीच हेलीकॉप्टर इंजन बनाने की डील हुई पक्की:
भारतीय कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड और फ्रांस की कंपनी सैफरन SAFRAN जोकि एक हेलीकॉप्टर इंजन निर्माता कंपनी है के बीच अब तक की सबसे बड़ी डील पक्की हो चुकी है जिसमें दोनों देश 50% की हिस्सेदारी के साथ अब हेलीकॉप्टर के इंजन और कल पूर्तियों का निर्माण करके न सिर्फ केवल भारत में मेक इन इंडिया के तहत इसका निर्माण करेंगे बल्कि आने वाले समय में बड़ी मात्रा में मल्टी रोल हेलीकॉप्टर का निर्माण करके इसे अन्य देशों को इसका निर्यात भी करेंगे जिससे कि दोनों देशों को बड़ी मात्रा में फायदा भी मिलेगा । भारत फ्रांस के साथ न सिर्फ केवल हल्के लाइट एट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर का निर्माण करेगा बल्कि फाइटर हेलीकॉप्टर कभी इंजन मैन्युफैक्चरिंग करेगा जो की आने वाले समय में कई आधुनिक सुविधाओं से लैस होकर नेक्स्ट फ्यूचर जनरेशन के आधुनिक फाइटर हेलीकॉप्टर बनाकर पुरी दुनिया में अपना तहलका मचाने वाले हैं । इसके अलावा भारत न सिर्फ केवल हेलीकॉप्टर की इंजन की मैन्युफैक्चरिंग पर काम कर रहा है बल्कि आने वाले समय में कई अन्य बड़ी एयरप्लेन कंपनियां के साथ मिलकर भारत में ही मेक इन इंडिया के तहत कई प्रकार के बड़े एरोप्लेन के कई कल पुर्जों का निर्माण भारत में ही किया जाएगा जिससे कि आने वाले समय में भारत छोटे और बड़े दोनों तरह के एरोप्लेन की मैन्युफैक्चरिंग भी करके विश्व में अपना वर्चस्व स्थापित करने वाला है ।
फ्रांस और भारत दोनों हेलीकॉप्टर इंजन बनाने के साथ-साथ इसका निर्यात भी करेंगे:
भारत की विमानन कंपनी HINDUATAN AERONOTICS LIMITED और फ्रांस की सबसे बड़ी विमान निर्माता कंपनी SAFRON के बीच लाइट बेड कम बेड और फाइटर हेलीकॉप्टर बनाने के साथ-साथ इनके निर्यात के लिए भी पूरी तरह से इस पर मंजूरी मिल चुकी है और इन दोनों ने मिलकर 50% की हिस्सेदारी के साथ इस बड़े प्रोजेक्ट पर अपने मोर भी लगा दी है जिससे कि आने वाले समय मे दोनों देश मिलकर हेलीकॉप्टर के संपूर्ण मैन्युफैक्चरिंग से लेकर इसके आयात और निर्यात भी आसानी से कर सकेंगे जिससे की बड़ी मात्रा में इन दोनों देशों को आर्थिक लाभ भी होने वाला है जिससे कि आने वाले समय में भारत चीन को भी एक बड़ी टक्कर देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है इसके अलावा भारत की तरफ कई अन्य देश भी विमान निर्माण के लिए कई प्रस्ताव लेकर आ रहे हैं वहीं भारत भी अपनी मेकिंग इंडिया प्रोग्राम के अंतर्गत कई प्रकार के अन्य प्रोजेक्ट भी लॉन्च कर रहा है जिसकी अंतर्गत भारत में ही कई प्रकार की द्रोण और कई प्रकार की विमान के अलावा कई प्रकार के फाइटर जेट इंजन बनाने के लिए अभी से बड़ा काम शुरू हो गया है जो आने वाले समय में यदि सफल रहता है तो भारत आने वाले समय में 2047 तक विश्व की सबसे बड़ी तीसरी अर्थव्यवस्था बन जाएगा इसके साथ-साथ भारत सैन्य क्षेत्र में भी अपनी मजबूती और ज्यादा पुख्ता कर लेगा जिससे कि चीन और कई अन्य देश जो भारत को आंख दिखाते आ रहे हैं वह सपने में भी भारत पर आक्रमण या फिर किसी प्रकार का कोई दो साहस करने की हिम्मत नहीं करेंगे ।
भारत और एअरबस कंपनी में भी हुई बड़ी डील:
भारत की विमान निर्माण कंपनी हाल और एयरबस कंपनी के साथ एक बड़ी डील हुई है जिसके अंतर्गत आने वाले समय में सिविल एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस फैसिलिटी को सेटअप करेगा, इस फैसिलिटी में एयरबस के एरोप्लेन की रिपेयरिंग मेंटेनेंस और उन सभी मेंटेनेंस और मैन्युफैक्चरिंग का काम किया जाएगा जो की किसी भी एयरप्लेन को पूर्ण बनाने में अपना महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं । 9 नवंबर 2023 को भारत की विमानन कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड और एअरबस के बीच जिसकी फ्लाइट की कैपेसिटी 350 पैसेंजर की है इसकी मेंटेनेंस के लिए दोनों देशों के बीच हस्ताक्षर किए गए जिसमें इस विमान के सभी प्रकार के मैन्युफैक्चरिंग सेफ्टी और कई अन्य कामों को एक साथ किया जाएगा जिससे कि आने वाले समय में भारत और एयरबस दोनों कंपनियां मिलकर इस एरोप्लेन को एक नई दिशा दशा और एक नई पहचान दे सकेंगे और इसमें आने वाले कई प्रकार की समस्याओं बढ़ाओ को मिलजुल कर सही करने में और इसकी आने वाली समय में कई अन्य संभावनाओं को भी साकार करने वाली हैं जिससे कि इस विमानन कंपनी का वर्चस्व बढ़ जाएगा जिससे कि होने वाले फायदे और इसके अन्य ढेर सारी विकल्पों मिलकर इसे एक बड़ी कंपनी बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका देने वाले हैं ।
एयरप्लेन निर्माता कंपनी एयरबस एयरबस और भारतीय विमानन कंपनी हाल और एयरबस कंपनी मिलकर करेंगे मैन्युफैक्चरिंग मेंटेनेंस और रिपेयरिंग एक साथ