कंगारू से जुड़े रोचक तथ्य ! एक नवजात जन्मा कंगारू इतना छोटा होता है कि ये एक चम्मच में भी आ सकता है:- कंगारू प्रमुख रूप से आस्ट्रेलिया में पाया जाने वाला एक स्तनधारी जीव है, जो खतरा महसूस होने पर लगभग 30 फीट ऊंची छलांग लगा सकता है। ऑस्ट्रेलिया में कंगारू की कई प्रजातियां पाई जाती हैं यह जीव मुख्य रूप से स्तनधारी प्रजाति का जीव होता है जोकि अपने आप में कई अनोखी खूबियों के चलते यह विश्व प्रसिद्ध है। कंगारू कि दुनिया भर में प्रमुख 4 प्रजातियां पाई जाती है जिसमें लाल कंगारू, पूर्वी ग्रे कंगारू और पश्चिमी ग्रे कंगारू के अलावा एंटीलोपाइन कंगारू भी पाए जाते हैं। कंगारू एक स्तनधारी जीव है जो अपने बच्चों को पैदा करने के बाद अपने बच्चों को दूध पिलाता है। कंगारू के आगे की तरफ वाले पैर पिछले पैर के मुकाबले बेहद छोटे होते हैं जो कि इन्हें पिछले पैरों पर खड़ा होकर दूर तक देखने में मदद करते हैं। कंगारू की आंखें केवल चलती फिरती वस्तुओं को ही देख सकती हैं यह उनकी अनुवांशिक जन्म जाती एक अलग तरह का अनोखा लक्षण इनमें पाया जाता है।
ऑस्ट्रेलिया में पाए जाने वाले पूर्वी ग्रे कंगारू अन्य कंगारुओं के मुकाबले बेहद छोटे आकार के होते हैं। कस्तूरी चूहा प्रजाति कंगारू की प्रजाति के जन्मजात जन्मे बच्चे इतने छोटे होते हैं कि वह एक चम्मच में भी आ सकते हैं इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि इन बेहद दुर्लभ पाए जाने वाले ग्रे कंगारू कितने खास और अनोखी प्रजाति के कंगारू होते हैं। ऑस्ट्रेलिया में कंगारू की सबसे ज्यादा संख्या पाई जाती है यही वजह है कि ऑस्ट्रेलिया में कंगारुओं को राष्ट्रीय पशु का दर्जा दिया गया है और यह ऑस्ट्रेलिया के प्रतीक चिन्ह के रूप में भी अंकित किए जाते हैं।
आओ कंगारू के बारे में बेहद रोचक तथ्य जाने:-
- नर कंगारू मादा कंगारू से ज्यादा ऊंचे और वजन में भारी होते हैं।
- मादा कंगारू की 3 योनि और 2 गर्भाशय होते हैं जिनमें उनके बच्चे थैली में पलते और बढ़ते हैं।
- जंगल में कंगारू का जीवनकाल लगभग 6 साल तक का होता है जबकि वही चिड़ियाघर में रहते हुए यह सही देखरेख में 20 साल तक जीवित रह सकते हैं।
- दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी मारसूपियल वेस्टर्न ग्रे कंगारू है। यह कंगारू अपने अन्य कंगारू की प्रजाति से थोड़े छोटे होते हैं और इनका वजन लगभग 110 पाउंड या 50 किलो के वजन तक हो सकता है।
- कंगारू की अधीन लंबाई की बात करें तो जी लगभग 5 से 6 फीट लंबे हो सकते हैं वही इनका वजन 120 पाउंड लगभग 23 किलोग्राम से लेकर 55 किलोग्राम तक हो सकता है।
- कंगारू की सबसे बड़ी प्रजाति रेड कंगारू है जबकि सबसे छोटी प्रजाति कस्तूरी चूहा कंगारू प्रजाति होती है।
- कस्तूरी चूहा कंगारू प्रजाति इतने छोटे होते हैं कि इनके नवजात जन्मे बच्चे एक चम्मच में भी आ सकते हैं इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि यह कंगारू जन्म के समय कितने छोटे होते हैं.
- अधिकांश कंगारू left-handed काम करते हैं। इसीलिए कंगारुओं को लेफ्ट हैंडेड कंगारू भी कहा जाता है
- कंगारू के बारे में यह एक बेहद रोचक तथ्य है कि यह जमीन पर चलने के साथ-साथ पानी में तैर भी सकते हैं।
- कंगारू की दृष्टि जन्म के समय से ही कमजोर होती है। जन्म उपरांत इनमें से कई कंगारू पूर्णता अंधे भी होते हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि यह अंधापन इनमें अनुवांशिक होता है।
- कंगारू ही एक ऐसा जीव है जो अपने सर को घूम आए बिना अपने कानों को किसी भी दिशा में घुमा सकते हैं। किसी तरह के जोखिम के समय कंगारू को अपने कानों को किसी भी दिशा में घुमाने के लिए सिर को घुमाने की जरूरत नहीं पड़ती है।