दिसंबर 2024, तक मेड इन इंडिया (Made In India) सेमीकंडक्टर चिप मार्केट में आ जाएगी,अश्वनी वैष्णव !
भारत और अमेरिका की माइक्रोन Micron कंपनी मिलकर बनाएंगे सेमीकंडक्टर चिप: –
भारत और अमेरिका के बीच हाल ही में हुए कई अहम समझौतों की वजह से आने वाले समय में भारतीय अर्थव्यवस्था की तस्वीर बदलने वाली है क्योंकि जहां एक तरफ भारत और अमेरिका के बीच विमान इंजन बनाने को लेकर रास्ता साफ हो गया है वहीं दूसरी तरफ ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की रीड की हड्डी कहीं जाने वाली सेमीकंडक्टर चिप का निर्माण भी अब अमेरिका की जानी-मानी कंपनी माइक्रोन के साथ मिलकर भारत में ही अब इसका मैन्युफैक्चरिंग निर्माण शुरू होने जा रहा है। भारत के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति जो वाइडन के बीच हुए कई अहम समझौतों के बीच की यह दोनों एक महत्वपूर्ण कड़ी मानी जा रही है जिससे ना सिर्फ केवल भारत की अर्थव्यवस्था को तेजी से विस्तार मिलेगा बल्कि भारत तेजी से उभरती हुई एक नई अर्थव्यवस्था की छलांग लगाने वाला है।
हाल ही में टेलीकॉम इलेक्ट्रॉनिक व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक अहम इंटरव्यू में बताया कि अमेरिकन कंपनी अप्लाइड मटेरियल सेमीकंडक्टर के उपकरणों में लगने वाले पार्ट्स को विकसित करने के लिए बेंगलुरु में इंजीनियरिंग सेंटर खोलने जा रही है।
यह कंपनी आने वाले अगले 4 साल में 3000 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश इसमें करने जा रही है वहीं इस सेंटर में सेमीकंडक्टर उद्योग से जुड़ी हुई भारतीय युवाओं की प्रतिभा को निखारने के लिए भी एक बड़ा काम किया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि अगस्त 2023 से सेमीकंडक्टर से जुड़े लोगों को अपने सेमी वर्ष सॉल्यूशन से प्रशिक्षित करने की शुरुआत भी यहां होने जा रही है जिससे कि अगले आने वाले 10 सालों में लम रिसर्च सेमीकंडक्टर उद्योग से जुड़े 60000 लोगों को प्रशिक्षण पूरी तरह से मिल पाएगा और आने वाले समय में यह सेमीकंडक्टर चिप निर्माता कंपनी के बड़े कार्यों के लिए इनको कंपनी में शामिल किया जाएगा। इतना ही नहीं भारत में लाखों लोगों को जो कि आईटी वर्ग से संबंधित है उनको उनकी योग्यता के अनुसार इस कंपनी में नौकरी भी मिल पाएगी ऐसा सरकार की तरफ से साफ संकेत दिया गया है।
भारत में सेमीकंडक्टर निर्माण के लिए गुजरात में अमेरिकी कंपनी माइक्रोन जल्द ही प्लांट और मशीनों की स्थापना करेगी:-
भारत और अमेरिका चिप निर्माता कंपनी माइक्रोन के बीच है एक अहम समझौते के अंतर्गत अब जल्द ही भारत के गुजरात राज्य में अगले साल यानी 2024 से सेमीकंडक्टर चिप का निर्माण मैन्युफैक्चरिंग पूरी तरह से शुरू हो जाएगा। अभी यदि बात करें हाल ही में हुए अमेरिका की सेमीकंडक्टर चिप निर्माता कंपनी माइक्रोन के मालिक के साथ-साथ अमेरिकी राष्ट्रपति और भारत के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के बीच हुए कई अहम क्षेत्रों में हुए समझौते और सौदों के बीच यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। भारत में सेमीकंडक्टर चिप के निर्माण के लिए गुजरात राज्य को चुना गया है क्योंकि टेलीकॉम इलेक्ट्रॉनिक कंपनियों के निर्माण के लिए गुजरात राज्य में सबसे आगे बढ़ चढ़कर इसमें अपनी रुचि दिखाई थी और इसीलिए भारत सरकार भी गुजरात राज्य को इस विशेष सेमीकंडक्टर चिप निर्माण के लिए चुना है और आने वाले कुछ ही समय में अमेरिकी सेमीकंडक्टर चिप निर्माता कंपनी माइक्रोन अपनी मशीनों और पूरे प्लांट को यहां पर लगाने जा रहा है जिससे कि जल्द से जल्द सेमीकंडक्टर चिप के निर्माण कार्य का प्रोसेस शुरू हो सके।
भारत में सेमीकंडक्टर चिप्स बनने से ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, स्मार्टफोन, टीवी और कई अन्य रक्षा उपकरणों को मिलेगा लाभ:-
इसी बीच एक महत्वपूर्ण खबर निकल कर यह भी आ रही है कि भारत में दिसंबर 2024 से यह सेमीकंडक्टर चिप के manufacturing HUB हब बनने के साथ-साथ यह सेमीकंडक्टर चिप मार्केट में भी पूरी तरह से उपलब्ध हो पाएगी जिससे कि भारत में ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों जैसे टीवी फ्रिज एंड्राइड फोन स्मार्टफोन इलेक्ट्रिक वाहन और रक्षा सेक्टर के सभी उपकरणों का निर्माण कार्य और तेज गति पकड़ लेगा जिससे कि भारतीय अर्थव्यवस्था में एक नई क्रांति आने वाली है। इतना ही नहीं इन मेड इन इंडिया का निर्यात भी बड़े पैमाने पर कई देशों को किया जाएगा जिससे कि भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी से उछाल आने की संभावना जताई जा रही है।
सेमीकंडक्टर चिप निर्माता माइक्रोन कंपनी के साथ 200 से अधिक छोटी-छोटी कंपनियां भी आ रही है भारत:-
सूत्रों से मिली एक अहम जानकारी के मुताबिक भारत और अमेरिका के बीच हुए कई महत्वपूर्ण सौदों के समझौते के बाद अमेरिका की सबसे बड़ी माइक्रो सेमीकंडक्टर चिप निर्माता कंपनी माइक्रोन भारत के गुजरात राज्य में अपनी कंपनी लगाने के साथ-साथ उसके साथ 200 से अधिक छोटी-छोटी कंपनियां और भारत आ रही है जिससे कि भारत में सेमीकंडक्टर चिप के निर्माण के साथ-साथ, इससे होने वाले प्रॉफिट और ज्यादा मुनाफे को ध्यान में रखते हुए इस क्षेत्र में एक नई क्रांति आने वाली है, ऐसा अर्थशास्त्रियों का मानना है।
भारत में लाखों लोगों को मिलेगा रोजगार:-
अमेरिका की सबसे बड़ी सेमीकंडक्टर चिप निर्माता कंपनी माइक्रोन और भारत के बीच हुए अहम समझौते सेना सिर्फ केवल भारत और अमेरिका को एक बड़ा फायदा होने वाला है बल्कि इससे भारत समेत कई अन्य देशों के लोगों को लाखों 100000 की संख्या में रोजगार मिलेगा जिससे कि वर्तमान समय में नौकरियों की हो रही एक बड़ी दिक्कत में काफी कमी देखने को मिल सकती है।
भारत में ही यदि बात करें तो अभी आईटी क्षेत्र से निकले लाखों युवा रोजगार की तलाश में है और ऐसे मौके में यदि उनको इन बड़ी सेमीकंडक्टर चिप निर्माता कंपनियों की तरफ से ऑफर मिलेंगे तो यह न सिर्फ केवल उनके लिए एक, बड़ा सुनहरा मौका होगा बल्कि इससे एक बड़े वर्ग मैं जिन लोगों को नौकरियां नहीं मिल रही है उनको इस तरह का रोजगार मिलने से, उन सभी युवाओं क एक सुनहरा सपना सच होने से उनके जीवन में महत्वपूर्ण परिवर्तन देखने को मिलेगा।
अभी सिर्फ कुछ गिने-चुने देशों के पास ही है यह सेमीकंडक्टर चिप निर्माण करने की विशेष तकनीक:-
विश्व की बदलती हुई तस्वीर और चमचमाती हुई रंग बिरंगी इलेक्ट्रॉनिक दुनिया में इस सेमीकंडक्टर जैसे छोटे चिपका कितना महत्व है इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि यदि किसी विमान में आप यात्रा कर रहे हैं और उसका सेंसर, इंडिकेटर काम करना बंद कर दे तो सोचो कितनी बड़ी मुसीबत आ सकती है, जी हां यही छोटे-छोटे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण इस महत्वपूर्ण सेमीकंडक्टर चिप से बने होते हैं जिससे कि एक एरोप्लेन Aeroplan से लेकर एक छोटे से छोटे मोबाइल Android phone में लगने वाले उपकरण मैं यह सेमीकंडक्टर चिप ही लगी होती है जिसकी वजह से हम सभी काम अपनी उंगलियों के इशारे पर टच करते ही कर पाते हैं। यदि बात करें इस सेमीकंडक्टर चिप के निर्माण की तो अभी तक यह सिर्फ कि कुछ गिने-चुने देशों के ही पास सेमीकंडक्टर चिप निर्माण करने की जटिल टेक्नोलॉजी उपलब्ध है। इसमें यदि बात करें तो अमेरिका के अलावा जापान चीन और ताइवान के पास ही यह सेमीकंडक्टर चिप बनाने की जटिल तकनीक उपकरण और इस में उपयोग होने वाले जटिल टेक्नोलॉजी उपलब्ध है। लेकिन भारत में माइक्रोन कंपनी के आ जाने के साथ भारत भी इस तरह के जटिल सेमीकंडक्टर चिप निर्माण अब आसानी से कर सकेगा जिससे कि आने वाले समय में भारत के आईटी जगत के बड़े-बड़े विद्वान और युवाओं को भी बहुत कुछ सीखने को मिलेगा जिससे कि आने वाले समय में भारत बिना किसी दूसरे देश की मदद के भी आसानी से इन सेमीकंडक्टर चिप का निर्माण आसानी से कर पाएगा।