मार्केट मैं आ गया है सिंघाड़ा Water Chestnut ! वेट लॉस से लेकर चेहरे को गोरा और खूबसूरत बनाने के साथ-साथ बॉडी को रखता है चुस्त दुरुस्त:- 

सिंघाड़ा Water Chestnut ! वेट लॉस से लेकर चेहरे को गोरा और खूबसूरत बनाने के साथ-साथ बॉडी को रखता है चुस्त दुरुस्त:- 

 

For good health singhada eating all benefits:

 

अक्टूबर का मौसम शुरू होते ही जैसे ही प्रतिवर्ष सर्दियों का गुलाबी मौसम शुरू होने लगता है इसी मौसम में भारत के संपूर्ण राज्यों में सबसे ज्यादा खाया जाने वाला और व्रत त्योहार में इसके कुट्टू से बने आते के साथ-साथ कई प्रकार की लजीज मिठाईयां और कई प्रकार के व्यंजनों में इस्तेमाल होने वाले सिंघाड़े की झलक मार्केट में दिखाई देने लगती है। 

 

सिंघाड़ा को अंग्रेजी में water chestnut के नाम से जाना जाता है। सिंघाड़ा प्रमुख रूप से पानी में उगने वाला महत्वपूर्ण फल है जिसे पानी के फल के नाम से भी इसे जाना जाता है। 

 

सिंघाड़ा खाने से शरीर को कई प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट तत्व के साथ-साथ इसमें पाए जाने वाले कई प्रकार के विटामिन खनिज तत्व शरीर को कई प्रकार से महत्वपूर्ण फायदा भी पहुंचते हैं। 

 

सिंघाड़ा में पाए जाने वाले प्रमुख प्रोटीन और पौष्टिक तत्व: – 

 

सिंघाड़े में पाए जाने वाले विटामिन प्रोटीन की यदि बात करें तो इसमें प्रमुख रूप से प्रचुर मात्रा में फाइबर पोटेशियम प्रोटीन, जिंक, आयरन और विटामिन सी जैसे प्रमुख पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसके साथ-साथ इसमें कई प्रकार के अंतिम फंगस और एंटी बैक्टीरिया को खत्म करने की गन भी पाए जाते हैं जिसकी वजह से यह शरीर के ऊपरी परत को फोड़ी फुंसियों से छुटकारा दिलाने के साथ-साथ चेहरे पर पड़े काले लाल धब्बों को जड़ से खत्म करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। 

 

सिंघाड़ा खाने से शरीर को कई फायदे होते हैं जिन्हें आगे विस्तार से इन्हें महत्वपूर्ण बिंदुओं द्वारा दर्शाया गया है जिनको फॉलो करके आप भी सिंघाड़े से होने वाले महत्वपूर्ण फायदाओं को जान सकते हैं – 

 

वेट लॉस में महत्वपूर्ण सहायक: – 

 

सिंघाड़ा में प्रमुख रूप से कैलोरी की बेहद कम मात्रा पाई जाती है, वहीं इसमें बेहद कम मात्रा में फैटिक एसिड (फाइबर ) की बेहद कम मात्रा पाई जाती है वहीं इसमें कई प्रकार के अंतिम फंगस और एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं जो की शरीर में बढ़ाने वाली अनावश्यक चर्बी को पिघलते में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं जिससे कि शरीर धीरे-धीरे मोटे से पतला बांटा जाता है और जिन लोगों का शरीर पहले से ही चुस्त दुरुस्त और फिट है उनका वजन कभी नहीं बढ़ता है। 

वेट लॉस के लिए सिंघाड़े का सेवन कैसे करें? 

Ans:- 

यदि आप भी अपने भारी भरकम शरीर से परेशान है और अपने शरीर की आवश्यकता चर्बी को और अनावश्यक वेट को घटाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको सिंघाड़े का सेवन प्रतिदिन थोड़ी मात्रा में करना पड़ेगा।

 

वेट लॉस करने के लिए सिंघाड़े के कच्चे फल का सेवन रोज नाग के रूप में चार से पांच पीस का सेवन कर सकते हैं। 

जिन लोगों को वजन घटाना है उन्हें सिंघाड़े का सेवन सलाद के रूप में प्रतिदिन करना चाहिए। 

 

यदि जिन लोगों को कच्चा सिंघाड़ा खाने में कोई दिक्कत है वह इसको उबालकर और इसके छिलके को उतार कर इसका प्रतिदिन चार से पांच पीस का सेवन कर सकते हैं जिससे शरीर धीरे-धीरे मोटे से पतला होता जाता है। 

 

शरीर को फिट रखने और अनावश्यक चर्बी को पिघलने के लिए सिंघाड़े के सूखे हुए फल से बने हुए कुट्टू के आते का सत्तू बनाकर इसे खाने से शरीर  पतला बनता है।

मार्केट मैं आ गया है सिंघाड़ा Water Chestnut ! वेट लॉस से लेकर चेहरे को गोरा और खूबसूरत

चेहरे को सुंदर गोरा और चमकदार बनाने में सहायक: – 

 

सिंघाड़ा में आयरन और कैल्शियम के साथ-साथ इसमें पाए जाने वाले आयोडीन और विटामिन b6 की भरपूर मौजूदगी की वजह से यह चेहरे पर पड़ने वाले दाग धब्बों और फोड़े फुंसियों से चेहरे की त्वचा को सुंदर चमकदार और गोरा बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वही जो लोग सिंघाड़े के सूखे फलों से बने हुए कुट्टू के आते से बने हुए खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं, उनको चेहरे पर पड़ी हुई दाग धब्बों और होने वाली छोटी फुंसियो जाई झुरी से पूरी तरह छुटकारा मिल जाता है। 

 

बालों को सुंदर और जड़ से मजबूत बनाने मेंसहायक: – 

 

सिंघाड़े में प्रचुर मात्रा में आयरन कैल्शियम की भरपूर मौजूदगी की वजह से यह बालों की जड़ों को अंदर से मजबूत बनाता है वही बालों को सफेद होने से भी बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभातेहै। 

 

थायराइड जैसी गंभीर समस्या के लिए रामबाण: – 

 

जिन लोगों को थायराइड की समस्या है उनके लिए सिंघाड़ा किसी रामबाण औषधि से काम नहीं है। अक्सर सिंघाड़े में भरपूर मात्रा में आयोडीन और मैंगनीज पाया जाता है जो की थायराइड की समस्या में बेहद कामगार साबित होता है यही वजह है कि डॉक्टर और एक्सपर्ट इस तरह की गंभीर रोगों से बचने के लिए सिंघाड़े की सेवन की सलाह देते हैं। 

 

दिमाग को ठंडा और शरीकोचुस्त दुरुस्त बनाने में सहायक:- 

 

सिंघाड़ा प्रमुख रूप से पानी में उगने वाला फल है जो की ठंडी तासीर का होता है। प्राइस इन लोगों को तनाव और डिहाइड्रेशन के साथ-साथ डिप्रेशन जैसी समस्या होती है उन्हें इसके चार से पांच फल सुबह और दोपहर में खाने से यह दिमाग को पूरी तरह ठंडा और शरीर को चुस्त दुरुस्त और फुर्तीला रखता है जिससे कि हाई ब्लड प्रेशर और तनाव जैसी समस्याओं से शरीर को छुटकारा मिलता है। 

 

डिस्क्लेमर: – 

 

सिंघाड़ा वैसे तो किसी भी प्रकार से स्वास्थ्य के लिए हानिकारक फल नहीं है। लेकिन जिन लोगों को एलर्जी, हाई ब्लडप्रेशर, हृदयरोग, या फिर सर्दी खांसी निमोनिया जैसी गंभीर समस्या से परेशान है उनको इसका सेवन करने से पहले अपने एक्सपर्ट डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।

वहीं अन्य प्रमुख लोग कच्चे सिंघाड़े का सेवन और उबले हुए सिंघाड़े का सेवन अपने दैनिक आहार में थोड़ी मात्रा में कर सकते हैं इससे किसी भी प्रकार का कोई साइड इफेक्ट या फिर कोई अतिरिक्त जोखिम शरीर को नहीं होता है, वहीं कई अन्य गंभीर समस्याओं में कच्चा सिंघाड़ा और उबला हुआ सिंघाड़ा के साथ-साथ सिंघाड़े से बने कुट्टू के आटे से बने खाद्य पदार्थ शरीर को कई प्रकार से फायदा पहुंचाते हैं इसलिए प्राचीन काल से लेकर आज तक सिंघाड़े का सेवन भारत सहित कई अन्य देशों में प्रचुर मात्रा में किया जाता है।

 

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