भारत और पाकिस्तान के बीच हुए T20 के अहम मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को 4 विकेट से हराकर ना सिर्फ पिछले विश्व कप में मिली हार का बदला लिया है बल्कि सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में बैठे लाखों दर्शकों के साथ-साथ विश्व भर में भारतीय क्रिकेट प्रेमियों और भारत के 128 करोड़ की जनता को दिवाली का सबसे बड़ा गिफ्ट भी दिया है जिसको लोग शायद ही कभी भूल पाए।
भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले वैसे तो हर एक मैच डु और डाई करो या मरो वाला होता है लेकिन आज जो हाई वोल्टेज ड्रामा क्रिकेट में देखने को मिला वह शायद दर्शक अपने जीवन में दोबारा शायद कभी भी देख सकें क्योंकि एक समय लग रहा था कि भारत विश्व कप 2020 के इस अहम मुकाबले में पाकिस्तान के 2 विकेट सस्ते में चटका कर उसको कम से कम रनों में ही निपटा देंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ और पाकिस्तान की तरफ से शान मसूद ने 42 गेंदों में 52 रनों की सजी संवरी अहम पारी खेली इसके साथ-साथ इफ्तिखार अहमद ने भी 34 गेंदों में 51 रन बनाकर भारत के सामने 159 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर जीत के लिए रखा, लेकिन जब भारतीय टीम बैटिंग के लिए मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड की उछाल भरी पिच पर उतरी तो सस्ते में ही भारत के एक के बाद एक विकेट गिरने चालू हो गए और एक समय पर भारत की हालत थी कि महज 50 रन के भीतर ही भारत के 4 विकेट जा चुके थे और 10 ओवर भी पूरे हो चुके थे अब 10 ओवरों में भारत को बनाने वाले रन पहाड़ जैसे लग रहे थे लेकिन क्रीज पर मौजूद थे भारत के हरफनमौला खिलाड़ी हार्दिक पांड्या और विराट कोहली, विराट कोहली और हार्दिक पांड्या ने कई बार पिच के बीचों बीच जाकर अपने विकेट को बचाने से संबंधित विचार विमर्श ही नहीं किया बल्कि उन्होंने विकेट पर टिककर खेला और साथ ही साथ बीच-बीच में चौके छक्कों की मदद से भारत के स्कोर को आगे बढ़ाना शुरू कर दिया। भारत के लिए संकट के समय में विराट कोहली और हार्दिक पांड्या ने पांचवें विकेट के लिए महज 78 गेंदों में 113 रनों की बेशकीमती साझेदारी करके पाकिस्तान के जीते हुए मैच पर पूरी तरह से पानी फेर दिया। मैच का टर्निंग प्वाइंट भारत के लिए 18 ओवर साबित हुआ जिसमें कोहली ने साइन अफरीदी की ओवर में तीन चौके लगाए और इस में उन्होंने कुल टोटल 17 रन भारत के लिए बटोर ली आखिरी दौर में भारत को जीत के लिए 31 रन चाहिए थे जो कि असंभव साल अच्छी लग रहा था लेकिन 19 ओवर की आखिरी दो गेंदों पर कोहली ने 2 छक्के मार कर मैच का रुक ही पलट दिया इस ओवर में हरीश रूप गेंदबाजी कर रहे थे जिन्होंने शुरुआती ओवरों में काफी कशी और किफायती गेंदबाजी की थी लेकिन कोहली ने उनके पूरे बॉलिंग शेड्यूल की धज्जियां उड़ा दी। आखिर ओवर में भारत को जीत के लिए 16 रन चाहिए थे अब भी यह रन पहाड़ जैसे असंभव लग रहे थे लेकिन पहली ही गेंद पर हार्दिक पांड्या को आउट करके एक बार फिर से मैच को पूरी तरह पाकिस्तान की तरफ मोड़ दिया लेकिन दूसरी गेंद पर कार्तिक ने 1 रन लिया और तीसरी गेंद पर कोहली ने 2 रन लिए चौथी गेंद पर कोहली ने एक तेजतर्रार छक्का जड़ दिया जिसको अंपायर ने नो बॉल भी करार दिया क्योंकि यह गेंद सीने की ऊंचाई तक उठ रही थी और फिर क्या था जैसी ही गेंद मिली कोहली ने इस गेम को बाउंड्री लाइन की तरफ मुड़कर तीन इंपॉर्टेंट बेशकीमती रन बटोर लिए इसके बाद पांचवीं गेंद पर दिनेश कार्तिक आउट हो गए जिससे कि एक बार फिर से भारतीय प्रशंसकों और खेमे में निराशा की लहर दौड़ गई और सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर बैठे हुए प्रशंसकों के चेहरे पर मायूसी आ गई लेकिन जब भारत को 1 गेंद पर 2 रन जीत के लिए बनाने थे तभी 20 ओवर की आखिरी गेंद को नवाज ने वाइड बॉल फेंक दी जिससे कि भारत और पाकिस्तान के स्कोर बराबर हो गए अब लोगों के जेहन में एक ही बात आ रही थी कि क्या पाकिस्तान अपनी आखिरी बॉल पर कोई रंग ना देकर इस मैच को सुपर ओवर में लेकर जाएगा या फिर आखरी का गेम पर कोई निर्णायक फैसला होगा लेकिन फिर क्या था रविचंद्रन अश्विन ने मैच की आखिरी गेंद पर तेजतर्रार शॉट खेलकर भारत के लिए जरूरी 1 रन को जीत के रूप में तब्दील करके लाखों भारतीयों के दिलों को जीत लिया और पिछले विश्व कप में मिली हार का बदला भी भारत ने इसी के साथ पूरा करके एक बार फिर से दिखा दिया कि भारत किसी भी मुश्किल , और हारी हुई बाजी को भी जीत में तब्दील करने की आज भी हिम्मत रखता है और फिर क्या था सिडनी क्रिकेट ग्राउंड भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों से एक बार फिर से जीवंत हो उठा।
जीत के हीरो रहे विराट कोहली:-
भारतीय टीम को जीत दिलाने का सबसे बड़ा श्रेय भारतीय टीम में यह किसी खिलाड़ी को जाता है तो वह विराट कोहली थे जिन्होंने सिर्फ 53 गेंदों में 82 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेलकर एक बार फिर से दिखा दिया कि वह वही विराट कोहली हैं जो कि पहले अपने शानदार रोमांच और विस्फोटक बल्लेबाजी के लिए जाने जाते थे। इस शानदार और सजी संवरी पारी खेलने के बाद विराट कोहली को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। उन्होंने अपने साक्षात्कार में यह बात भी कहीं की जीत का सबसे बड़ा श्रेय हार्दिक पांड्या को भी जाता है जिन्होंने न सिर्फ पिच पर मुश्किल क्षणों में टिके रहे बल्कि बीच-बीच पर जाकर विराट कोहली को कई बार यह कहते हुए विश्वास से भरते रहे कि आप टिक्कर खेलो हम जरूर सफलता पाएंगे। सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर बैठे लाखों दर्शकों के बारे में जब विराट कोहली से प्रश्न किया गया तो उन्होंने सभी क्रिकेट ग्राउंड में बैठे हुए प्रशंसकों को ना सिर्फ सराहा बल्कि, उन्होंने कहा कि यहां पर मौजूद सभी क्रिकेट प्रशंसकों को उनके सपोर्ट के लिए धन्यवाद और बहुत बड़ा आभार उन्होंने व्यक्त किया।यदि हार्दिक पांड्या की बात की जाए तो हार्दिक पांड्या ने भी 37 गेंदों में 40 रन बनाकर आउट हुए लेकिन जब तक हार्दिक पांड्या आउट होते तब तक वह भारत के लिए अपनी तरफ से पूरा योगदान दे चुके थे और वह जीत की दहलीज तक भारत को पहुंचा चुके थे लेकिन तारीफ करनी होगी विराट कोहली की जिन्होंने आखरी ओवर में मिले 6 गेंदों में 16 रन जो कि असंभव और पहाड़ जैसे नजर आ रहे थे उनको जीत में तब्दील करके न सिर्फ केवल भारत को विश्व कप T20 क्रिकेट में एक अहम जीत दिलाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है बल्कि 2022 में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले इस t20 विश्व कप में आने वाले अन्य मैचों के लिए भी यह जीत एक टॉनिक का काम करेगी जिससे कि यदि भारतीय टीम अच्छा प्रदर्शन करती है तो भारत को और अधिक विश्व कप ट्रॉफी जीतने से कोई टीम नहीं रोक सकता है।
हार्दिक पांडेय हुए भावुक:-
भारत के हरफनमौला खिलाड़ी और ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या उस समय भावुक हो गए जब भारत ने रोमांचक मैच में पाकिस्तान को हरा दिया। हो भी क्यों ना, क्योंकि भारत के लिए यह जीत किसी बड़े सपने से कम नहीं थी। हार्दिक पांड्या जब भी खेलते हैं वह पाकिस्तान के विरुद्ध अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए जी जान एक कर देते हैं आज भी उन्होंने ना सिर्फ केवल ऑस्ट्रेलिया की उछाल भरी पिचों पर सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर ना सिर्फ केवल 40 बेशकीमती रन भारत के लिए बनाए बल्कि उन्होंने पांचवे विकेट के लिए सिर्फ 78 गेंदों में 113 रनों की विशाल साझेदारी करके पाकिस्तान के मुंह से जीता हुआ मैच छीन कर पाकिस्तान की ना सिर्फ उम्मीदों पर पानी फेरा बल्कि पिछले विश्व कप में मिली हार का बदला भी उन्होंने ले लिया क्योंकि आज तक उनके सीने में उस विश्व कप में मिली हार की ज्वाला भड़क रही थी और आज वह शांत हुई शायद यही वजह था कि जब भारतीय टीम ने शानदार मैच का प्रदर्शन करती हुई हराया तो उनकी आंखें नम हो गई और वह कुछ समय तक तो कुछ बोल नहीं पाए और बाद में उन्होंने इस जीत की खुशी को अपने अंदाज में बयां किया जो कि करोड़ों लोगों के दिलों को उनकी बातें छू गईl