विश्व की पहली इंसानी हमशक्ल वाली मकड़ी देखकर आप भी आश्चर्यचकित हो जाएंगे: –

 

झारखंड राज्य के दलमा में पहली बार खोजी गई इंसानी हमशक्ल वाली मकड़ी:

 

प्रकृति में एक से एक बढ़कर अजूबे एक के बाद एक दुनिया के सामने आते रहते हैं जिनका हाव-भाव रंग रूप देखकर लोग आश्चर्यचकित हो जाते हैं। हाल ही में झारखंड के दलमा में जीव वैज्ञानिकों द्वारा इंसानी हूबहू हमशक्ल वाली एक मकड़ी की प्रजाति की खोज की गई है जिसके पेट के ऊपरी हिस्से पर धब्बों के द्वारा ऐसी आकृति बनी है जो हूबहू बिल्कुल इंसान की शक्ल से मिलता-जुलता है जिसमें आपको दो आंखें ऊपर की तरफ और नीचे नाक और मुंह की आकृति दिखाई पड़ती है जिसको एक बार आप देखने के बाद खुद पर यकीन नहीं कर पाएंगे लेकिन यह पूर्णतया सत्य है कि इस प्रकार की मकड़ी भी हमारी इस धरती पर पाई जाती है। 

आपने तो इंसानी हमशक्ल वाले फल और इंसानी हमशक्ल वाली मछलियां देखी होगी जो कि प्रकृति द्वारा ही बनाई जाती हैं। इसके अलावा आप कई प्रकार की अन्य आकृतियों जैसे एक विशेष प्रकार के फल में बुद्धा की आकृति के अलावा कई अन्य प्रकार के फूलों में भी मानवी आकृतियों के साथ-साथ बंदरों की आकृतियों वाले फूल पेड़ पौधे भी इस धरती पर पाए जाते हैं lजिनको अक्सर लोग देखकर खुद पर यकीन नहीं कर पाते हैं लेकिन यह पूर्णतया सही है। 

 

पृथ्वी पर पाए जाने वाले अनेकों रंग-बिरंगे कई बेहद खास आकृतियों वाले जीव जंतु पेड़ पौधों से लेकर सभी प्रकार की विभिन्न आकृतियां हमेशा से मानव को कुतूहल में डाले हुए हैं। जब-जब कोई नई खोज होती है उसको देखने के बाद ऐसा लगता है कि ईश्वर ने इस संपूर्ण धरती को विभिन्न अद्भुत अविश्वसनीय आकृतियों से संजोकर बनाया है जोकि ना सिर्फ केवल मानव सभ्यता के विकास के साथ-साथ उन असंख्य प्रजातियों के विकास के स्वरूप को परिलक्षित करती है बल्कि प्रकृति का अनुपम अनूठा अविश्वसनीय अलौकिक रूप भी दिखाती है जिस पर प्राया कई बार लोग देखकर आश्चर्यचकित हो जाते हैं।

 

इन्सानी हमशक्ल वाली मकड़ी या इससे पहले भी कई अन्य जगहों पर देखी जा चुकी है:-

 

इस प्रकृति में अद्भुत अविश्वसनीय अनुपम छोटे से लेकर बड़े असंख्य प्रकार के जीव जंतु पाए जाते हैं जिनकी रूपरेखा रूप रंग एक बार जब आप देखते हैं तो एक बार तो खुद पर यकीन नहीं होता लेकिन इन रंग बिरंगी अद्भुत अविश्वसनीय रूपरेखा वाले जीव जंतु जब हमारे सामने पहली बार आते हैं तो वाकई में यह किसी चमत्कार से कम नहीं होता है इसी प्रकार की अजीबोगरीब मकड़ी जम देश पुर के दलमा के जंगलों में दिखाई दी है जो हूबहू मानवीय शक्ल से मिलती जुलती है यदि बात करें इस मकड़ी की तो इससे मिली अन्य जानकारियों के मुताबिक इस मकड़ी को पहली बार चीन में देखा गया था इसके अलावा इसे सन् 2019 में असम के चाय के बागान में भी देखा जा चुका है लेकिन अब इसे झारखंड के दलमा में देखने के बाद यह जीव वैज्ञानिकों के साथ-साथ लोगों के बीच एक कौतूहल का विषय बन गया है l

 

इस विशेष प्रकार की मकड़ी की कुछ महत्वपूर्ण रोचक तथ्य: –

 

यदि बात करें इस इंसानी हमशक्ल वाली मकड़ी की तो यह सबसे पहले चीन में देखी गई थी फिर इसके बाद यह असम के चाय बागानों में चाय की पत्तियां तोड़ रही कुछ महिलाओं ने इसे पहली बार देखा था लेकिन इसके बाद झारखंड में हाल ही में इसकी मौजूदगी की वजह से इस मकड़ी के बारे में और ज्यादा जानने की उत्सुकता बनी हुई है यदि बात करें इस मकड़ी की खूबियों की तो यह मकड़ी एक से 2 सेंटीमीटर तक बड़ी होती है।

 

इस मकड़ी की आयु लगभग 2 साल तक होती है जोकि किसी भी मकड़ी प्रजाति की आयु के लगभग औसतन आयु होती है।

 

इस मकड़ी के पेट के ऊपरी हिस्से पर धब्बे होते हैं जो बिल्कुल इंसान की हमशक्ल जैसी आकृति बनाते हैं जो लोगों को कन्फ्यूजन में डाल देते हैं।

 

यह मकड़ी जाल से नहीं अपितु एंबुश की तरह अपनी शिकार को पकड़ती है और फिर उसका भक्षण करती है। इस मकड़ी की यही खासियत इसको अन्य मकड़ियों से बिल्कुल अलग बनाती है क्योंकि यह मकड़ी सभी मकड़ियों की तरह जाल नहीं भी छाती बल्कि अपने शिकार को पकड़ने के लिए अपने आगे के दोनों पैर फैलाती है और जैसे ही कोई छोटा जीव दिखाई पड़ता है वह इस पर झपट्टा मारकर उसका शिकार कर लेती है।

 

Rate this post

Leave a Comment