भारत सांस्कृतिक,धार्मिक, परंपराओं उत्सवों, त्योहारों का देश हैl हमारे देश में सावन का महीना बहुत ही शुभ माना जाता है। सावन के महीने में आपने भी महिलाओं को हरी -हरी चूड़ियां पहले जरुर देखा होगा, इस सावन के पूरे महीने में ज्यादातर महिलाएं नारी रंग की कपड़े पहने नजर आती है लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इसकी पीछे की वजह क्या होती हैl सावन के महीने में चारों तरफ हरियाली ही हरियाली नजर आती है ऐसे में प्रत्येक व्यक्ति और स्त्री के जीवन में भी पहले से आ रही कई प्रकार की दिक्कतों और परेशानियों को यह शुभ नक्षत्र कई प्रकार से लाभ पहुंचाता है। जी हां आज हम बात करेंगे भारतीय सांस्कृतिक परंपराओं में महिलाओं द्वारा सावन के महीने में पहने जाने वाले हरे रंग की चूड़ियों और हरे रंग के कपड़ों के बारे में जो कि हमारी सभ्यता और संस्कृत में बेहद शांत, समृद्धि, सादगी और चारों तरफ हरियाली भरी खुशियों के संकेत को दर्शाती है। सावन के महीने में रंग की चूड़ियां पहनने की परंपरा सदियों से हमारी सभ्यता और संस्कृति में देखी जा सकती है , इसका सबसे प्रमुख कारण जीवन में सुख-शांति और ग्रहों के शुभ नक्षत्र का जीवन पर गहरा असर पड़ता है l
सावन की महीने में हारी रंग की चूड़ियां और हरे रंग के कपड़ों का महत्त्व, वा लाभ ऋषि-मुनियो ने भी बताया है सावन का महीना भगवान शिव शंकर और माता पार्वती के मिलन का भी एक शुभ सहयोग और नक्षत्र होता है जिसमें यदि सारे रंग की कपड़े और चूड़ियों को जो भी महिलाएं पहनती है उनकी जीवन में सौभाग्य,
पती सुख, धन,समृद्धि और जीवन में कई सारी खुशियां स्वत: प्राप्त हो जाती हैंl
सावन के महीने में हरे रंग की चूड़ियां और हरे रंग के कपड़े, पहनने के महत्व और लाभ:-
1-शादी -सुदा जीवन में खुशहाली आती है
2- सुहाग की सलामती और पति की आयु बढ़ती है
3-धन, संपदा समृद्धि व कीर्ति बढ़ती है:-
4-करियर और संपन्नता बढ़ती है
5:-जीवन में आ रही रुकावटें, और कष्ट दूर होते हैं:-
6:- भाग्य के सितारे चमकते हैं:-
7:-जीवन ने सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ता है
8-भगवान शंकरअपने भक्तो से प्रसन्न होते हैं:-