जी हां यह कहानी है कुलदीप सिंह की जो कि हरियाणा के रहने वाले हैं, कुलदीप सिंह जी बताते हैं कि वह 2008 से लगातार जॉब कर रहे थे और वह नौकरी की तलाश में Africa में जाकर जॉब करने लगे और धीरे-धीरे उनका पैकेज बढ़ता गया, सत्र २०१८ में उनका पैकेज ₹5000000 सालाना तक पहुंच गया था, लेकिन कहते हैं किस्मत को कुछ और ही मंजूर था और वह विदेश की इस भारी-भरकम इनकम वाली जॉब को छोड़कर अपने स्वदेश राज्य हरियाणा वापस आ गए और यहां पर वह अपने बीच जमीन पर ड्रैगन फ्रूट की ऑर्गेनिक खेती करने लगे शुरू में कई मुश्किलों का सामना करते हुए उन्होंने नई तकनीक के माध्यम से अपनी कड़ी लगन मेहनत और परिश्रम से ड्रैगन फ्रूट की खेती करनी शुरू कर दी शुरू में तो उनको कोई परिणाम लाभ नहीं दिखाई दे रहा था लेकिन कहते हैं कि परिश्रम मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती और साल भर की कड़ी मेहनत के बाद उनको अपनी इस खेती से 1 साल के बाद ₹2000000 की इनकम हुई जिससे कुलदीप सिंह को एक नई उम्मीद जगी और वह अपने ड्रैगन फ्रूट उगाने के तौर-तरीकों को वैज्ञानिक तरीके से और ज्यादा उपज बढ़ाने के लिए कंपोस्ट खाद के अलावा ऑर्गेनिक खेती पर बल देकर अपनी उत्पादन क्षमता को पहले के मुकाबले डेढ़ गुना और अधिक कर लिया जिससे कि उन को होने वाली सालाना आय में अपने जॉब वाली पैकेज से कहीं ज्यादा इनकम होने लगी जिस से उत्साहित होकर उन्होंने ड्रैगन फ्रूट की खेती को अपने जीवन का हिस्सा बना लिया और अब लगातार वह ड्रैगन फूड उगा कर भारत के सभी राज्यों तक अपने फलों की डिलीवरी कर रहे हैं और भारी भरकम रकम भी अपनी कड़ी मेहनत और परिश्रम से कम आ रहे हैं। यह उन लोगों के लिए एक बहुत बड़ा मिसाल है जोकि कृषि को गरीबी का हिस्सा मानते हैं लेकिन कुलदीप सिंह ने यह साबित कर दिया कि यदि सही दिशा सही तरीके से किसी भी काम को किया जाए तो उसका परिणाम बेहद शानदार मिलता है।