भारत में 2030 तक लांच हो जाएगी 6G, हाई स्पीड इंटरनेट सेवा:-
6G, high speed internet service will be launched in India by 2030:
भारत के केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने टेलीकॉम सेक्टर में हो रही क्रांति की वजह से 5G इंटरनेट को भारत में लॉन्च कर दिया है और आने वाले 5 सालों में भारत में 6G, हाई स्पीड इंटरनेट सेवाओं की शुरुआत की घोषणा भी कर दी है। भारत को 5G, इंटरनेट हाई स्पीड सेवा से जोड़ने और उपभोक्ताओं को बेहतर हाई स्पीड इंटरनेट उपलब्ध कराने के लिए अभी भारत में फिलहाल प्रति मिनट एक 5G टावर की स्थापना की जा रही है वहीं दूसरी तरफ 5जी सेवाओं को विस्तार देने के लिए Jio(जिओ),Airtel एयरटेल,VI वोडाफोन जैसी बड़ी कंपनियां ना सिर्फ के केवल शहरों में बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी फर्जी सेवाओं का विस्तार देने के लिए जी जान से लगी हुई है और आने वाले कुछ ही समय में ग्रामीण क्षेत्रों में भी 5G सेवाओं का विस्तार पूरी तरह से हो जाएगा।
दुनिया में 6G internet का नेतृत्व करने के लिए भारत ने लांच किया एलाइंस:-
वहीं यदि बात करें 6G, हाई स्पीड इंटरनेट सेवाओं की शुरुआत की तो हाल ही में केंद्रीय संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पूरी तरह से स्पष्ट कर दिया है कि 2029-2030 तक भारत में 6G, हाई स्पीड इंटरनेट सेवाओं की शुरुआत हो सकती है। भारत में 6G, हाई स्पीड इंटरनेट सेवाओं को लाने के लिए हाल ही में सरकार ने 6G से जुड़ी सेवाओं के मामले में दुनिया का नेतृत्व करने और इन्नोवेटर्स टेक्नोलॉजी कंपनियों और सरकार को एक साथ लाने के लिए भारत के एक नए एलायंस की हाल ही में शुरुआत की है।
भारत में 6G, हाई स्पीड इंटरनेट सेवाओं के लिए 200 पेटेंट को दी जा चुकी है मंजूरी:-
अश्विनी वैष्णव ने बताया है कि देश में 6G Internet सेवाओं के क्षेत्र में अब तक 200 पेटेंट को पूरी तरह से मंजूरी मिल चुकी है। वहीं वर्ष 2030 तक सूची पेटेंट में भारत की हिस्सेदारी कम से कम 10% होनी चाहिए जिस पर पूरी तरह से सभी की उम्मीदें टिकी हुई है, अभी हाल ही में भारत सरकार द्वारा आईआईटी मद्रास और इलेक्ट्रॉनिक्स वाइटी मंत्रालय के अंतर्गत काम करने वाली संस्था सोसायटी फॉर अप्लाइड माइक्रोवेव इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग एंड रिसर्च समीर के अंतर्गत 6G इन्टरनेट का ट्रायल किया जाएगा। पत्रकारों से बातचीत करते हुए अश्विनी वैष्णव ने बताया कि इन दोनों ही संस्थानों को इस 560 इंटरनेट टेक्नोलॉजी लाने के लिए टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट फंड से सहायता राशि प्रदान करा दी गई है।
भारत के संचार मंत्री अश्विनी वैष्णो ने यह भी बताया कि संयुक्त राष्ट्र की संस्था इंटरनेशनल टेलीकॉम यूनियन आईटीयू के अंतर्गत 5जी और सेठ जी फ्रेमवर्क में भारत के योगदान को पूरी तरह से शामिल कर लिया गया है। अमेरिका और भारत भी अब एक साथ मिलकर इस न्यू टेक्नोलॉजी को विकसित करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि अभी फिलहाल भारत में 5G टेक्नोलॉजी को ज्यादा विस्तार देने के लिए इस पर जोरों शोरों से काम हो रहा है जहां एक तरफ हर 1 मिनट में एक 5G टावर देश में लगाया जा रहा है वही अब तक 2.7 लाख 5G टावर पूरे भारत में लगाए जा चुके हैं। भारत यदि इसी रफ्तार से 5G टेक्नोलॉजी पर काम करता रहा तो भारत कुछ ही समय में 5जी इंटरनेट नेटवर्क के मामले में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश बन जाएगा। वहीं दूसरी तरफ शिवजी इंटरनेट हाई स्पीड सेवा भारत में लाने के लिए सरकार अभी से पूरी तरह से प्रतिबध है और आने वाले 2029- 30 में भारत 6G इंटरनेट टेक्नोलॉजी को लॉन्च करने के लिए पूरी तरह से अभी से तैयारी में लगा हुआ है।