शहतूत का सबसे ज्यादा उत्पादन मार्च और अप्रैल महीने में होता हैl यह फल कच्चा होने पर हरे रंग का और पकने पर हल्के भूरे लाल रंग और काले रंग का हो जाता है।

शहतूत का कच्चा फल खाने में खट्टा होता है, वही पके हुए फल खाने में बेहद मीठे और स्वादिष्ट होते हैं जिनमें ग्लूकोज की मात्रा पाई जाती है।

शहतूत में प्रमुख रूप से विटामिन -A और विटामिनC- (सी) की भरपूर मात्रा पाई जाती है इसलिए डॉक्टर भी शहतूत का सेवन करने की सलाह देते हैं।

शहतूत में पाए जाने वाले पॉलिफिनॉल्स और प्लेवोनोयड,जैसे योगिक तत्वों की वजह से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी भी धीरे-धीरे ठीक हो जाती है।

शहतूत का फल खाने से इसमें मौजूद विटामिन ए की भरपूर मात्रा की वजह से रतौंधी जैसा भयंकर रोग भी पूरी तरह से खत्म हो जाता है और आंखों की रोशनी तेज होती है।

शहतूत का फल खाने से त्वचा संबंधी कई प्रकार की समस्याएं खत्म हो जाती हैं, यह चेहरे पर पड़ने वाली झुर्रियों को पूरी तरह से खत्म करता है, और चेहरे को सुंदर और गोरा बनाता है।

प्रतिदिन 10 से लेकर 40 ग्राम के बीच में शहतूत का सेवन करने की सलाह डॉक्टर  और एक्सपोर्ट्स देते हैं, इसलिए प्रतिदिन थोड़ी मात्रा में ही शहतूत का सेवन करना चाहिए।

शहतूत का सेवन करने से हड्डियां मजबूत बनती हैं क्योंकि शहतूत में प्रमुख रूप से कैलशियम फास्फोरस जिंक आयरन विटामिन सी जैसे प्रमुख तत्व पाए जाते हैं।

दांतो की समस्याओं के लिए शहतूत का फल रामबाण है यह दांतो से संबंधित कई प्रकार की गंभीर बीमारियों को पूरी तरह से खत्म करके दांतों को स्वस्थ व चमकदार और मजबूत बनाते हैं।