Willow विलो चिप क्या है ? विलोचिप किसने बनाई और आने वाले फ्यूचर Ai टेक्नोलॉजी के साथ-साथ पूरी दुनिया को यह गूगल क्वांटम  टेक्नोलॉजी कैसे विज्ञान के साथ-साथ चिकित्सा  को कैसे नई ऊंचाई पर पहुंच जाएगी आओ जाने संपूर्ण जानकारी :-

Willow विलो चिप क्या है ? विलोचिप किसने बनाई और आने वाले फ्यूचर Ai टेक्नोलॉजी के साथ-साथ पूरी दुनिया को यह गूगल क्वांटम  टेक्नोलॉजी कैसे विज्ञान के साथ-साथ चिकित्सा  को कैसे नई ऊंचाई पर पहुंच जाएगी आओ जाने संपूर्ण जानकारी :-

 

हाल ही में दुनिया भर में बढ़ रहे आई टेक्नोलॉजी को देखते हुए गूगल के पिछले कई दशक के लगातार प्रयास के चलते हाल ही में 2025 में गूगल ने अपनी क्वांटम कंप्यूटिंग चिप को विकसित करके हाल ही में विलो Willow chip की खोज करके विज्ञान और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में एक नया आविष्कार कर लिया है जिसकी दम पर औद्योगिक के क्षेत्र केसाथ-साथ ए टेक्नोलॉजी विज्ञान प्रौद्योगिकी के साथ-साथ चिकित्सा और भविष्य की दुनिया में होने वाले आमूल चूल परिवर्तन और आने वाली बेहतरीन टेक्नोलॉजी में यह एक संजीवनी बूटी की तरह काम करने वाला सबसे अत्याधुनिक खोज है जो की आने वाली संपूर्ण भविष्य की टेक्नोलॉजी को बदल कर रख देगा। 

 

गूगल की विलोचिप  Willow chip क्या है?

Willow विलो चिप क्या है ? विलोचिप किसने बनाई और आने वाले फ्यूचर Ai टेक्नोलॉजी के साथ-साथ पूरी दुनिया को यह गूगल क्वांटम  टेक्नोलॉजी कैसे विज्ञान के साथ-साथ चिकित्सा  को कैसे नई ऊंचाई पर पहुंच जाएगी आओ जाने संपूर्ण जानकारी :-
Ai Image
Google willow chip

गूगल की विलोचिप  Willow chip कि यदि बात करें तो हाल ही में गूगल द्वारा बनाए गए सबसे अत्यधिक क्वांटम कंप्यूटिंग टेक्नोलॉजी पर आधारित इस क्वांटम चिप का निर्माण किया गया है जो की सुपरकंडक्टिंग क्वांटम सर्किट से बनी है l आपको जानकारी यह हैरानी होगी कि यह क्वांटम चिप कोई एक दो दशकों में नहीं बल्कि इसको बनाने में अनुसंधान और विज्ञान टेक्नोलॉजी का प्रारंभ 1985 से लेकर आज तक हुए लगातार प्रयासों और वैज्ञानिकों द्वारा किए गए आधुनिकतम ए टेक्नोलॉजी के साथ-साथ पूरी कंप्यूटिंग सिस्टम प्रणाली के आधार पर इस टेक्नोलॉजी को खोजा गया है जो की एक अभूतपूर्व खोज है जिसके आने से आने वाला भविष्य आई टेक्नोलॉजी के साथ-साथ कैंसर जैसे गंभीर बीमारियों का इलाज आसानी से कर पाएगा इतना ही नहीं आने वाला भविष्य सुपरफास्ट स्पीड से चलने वाली उड़ने वाली कारों के साथ-साथ मॉडर्न आधुनिक औद्योगिक क्षेत्र को भी नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा जिसकी उपलब्धि जान क्लॉक मिसाइल डेकोरेट और जॉन मार्तिनिस्ट के अथक प्रयासों की बदौलत आज संभव हो पाया है जिनको भौतिकी नोबेल पुरस्कार भी मिल चुका है। 

 

गूगल की विलोचिप किसने बनाई ?

 

गूगल की विलोचिप  Willow chip के यदि मैन्युफैक्चरिंग की बात करें तो इस चिप का निर्माण खुद गूगल कंपनी द्वारा की गई है जिसमें कई वैज्ञानिकों के अथक प्रयासों की बदौलत यह गूगल की शुरुआत से लेकर वर्तमान समय यानी 2025 तक के सभी टेक्नोलॉजी को मिलाकर इसके आधुनिकतम और एडवांस क्वांटम चिप का निर्माण किया गया है जो की क्वांटम त्रुटि सुधार में एक बड़ी सफलता है। 

 

विलो चिप से क्या कैंसर का इलाज कर पाना संभव हो पाएगा ?

 

जी हां यदि अब हम कहीं की आने वाले समय में विलो Willow chip की मदद से अब वैज्ञानिक और डॉक्टर उसे प्रकार की दुर्लभ कैंसर जैसी बीमारियों के इलाज में आने वाली रूकावटों को हल करने और उससे संबंधित जटिल गणनाओं पर आधारित बेहतरीन अत्यधिक मेडिसिन का निर्माण कर सकेंगे जिसमें नो की संरचना और रासायनिक प्रक्रियाओं को गहराई से अब तक नहीं समझा जा सका था यानी इस नहीं टेक्नोलॉजी के आ जाने से विज्ञान चिकित्सा ऊर्जा और पर्यावरण के क्षेत्र में नहीं खोज संभव हो पाएंगे वही कैंसर वह अन्य दुर्लभ बीमारियों के इलाज में तेजी से सफलता मिलसकेगी। 

 

विलो Willow chip कितना तेज है इसकी सटीकता और गणना का आकलन आज के सुपर कंप्यूटर से कल करने पर इसकी असली ताकत देखकर आप भी हैरान हो जाएंगे:- 

 

गूगल की विलोचिप  Willow chip एक ऐसी   अत्याधुनिक क्वांटम क्वांटम कंप्यूटिंग छिपा है जो की न सिर्फ केवल तेज गणना करती है बल्कि इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि  गूगल की विलोचिप ने एक विशेष क्वांटम परीक्षण यानी रेंडम सर्किट सैंपलिंग को केवल 5 मिनट से भी कम समय में सॉल्व करके पूरा करके वैज्ञानिकों को तब हैरत में डाल दिया जब इस काम को आज यानी वर्तमान समय का सबसे तेज सुपर कंप्यूटर इस काम को करने में और वह खरगोन वर्ष का समय लगा देता। इस बात से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि इस गूगल क्वांटम कंप्यूटिंग चिप की कितनी बड़ी ताकत है और इस नहीं अत्यधिक क्वांटम चिप की खोज से आने वाले समय में कितना बड़ा बदलाव आएगा इस बात का अंदाजा अभी से आप लगा सकते हैं। 

 

वही एक परंपरागत कंप्यूटर जीरो और एक जैसी बिट्स पर काम करता है लेकिन वही यह सुपर क्वांटम कंप्यूटर चिप क्यूबिट्स का इस्तेमाल करते हैं । वही यह क्यूबिट्स एक साथ जीरो और एक दोनों अवस्थाओं यानी समय में रह सकते हैं इसी वजह से क्वांटम कंप्यूटर बेहद जटिल गणनाओं को भी सबसे कम समय में अच्छी तरह से सॉल्व करके पूरी कर सकते हैं हाल ही में बनाई गई गूगल की विलोचिप में 105 क्यूबिट से और इसे विशेष रूप से स्थिरता हुआ बेहद सटीकता और काम गलती  के लिए तैयार किया गया है ।

 

Rate this post

Leave a Comment