अब भारत भी सेमीकंडक्टर चिप का उत्पादन करेगा, सेमीकंडक्टर चिप  बनाने का भारत का अधूरा सपना  यह प्रमुख तीन राज्य मिलकर साकार  करेंगे।

अब भारत भी सेमीकंडक्टर चिप का उत्पादन करेगा सेमीकंडक्टर चिप बनाने का भारत का अधूरा सपना यह प्रमुख तीन राज्य मिलकर साकार करेंगे।विश्व की सभी अर्थव्यवस्थाओं को गति प्रदान करने के लिए सेमीकंडक्टर चिप का कितना महत्वपूर्ण योगदान है, इसको  आप वर्तमान समय में उत्पन्न हो रही कई प्रकार की समस्याओ को देख कर अंदाजा लगा सकते है। भारत में मोबिलिटी के क्षेत्र में आ रही कई प्रकार की दिक्कतों में सबसे प्रमुख समस्या सेमीकंडक्टर चिप की रही है। देश को यदि नई ऊंचाइयों पर यदि ले जाना है तो सेमीकंडक्टर चिप्स की निर्भरता अन्य दूसरे देशों पर कम से कम निर्भर होकर अपने ही देश में इसका उत्पादन करना होगा तभी भारत तेजी से विकास की ओर अग्रसर हो पाएगा।

वर्तमान में भारत ताइवान, चीन, दक्षिण कोरिया और जापान जैसे देशों से सेमीकंडक्टर चिप्स का बड़ी मात्रा में आयात करता है जो कि हमारे लिए हमारी अर्थव्यवस्था के लिए ठीक नहीं है यदि भारत इंस महत्वपूर्ण सेमीकंडक्टर चिप का उत्पादन भारत में कर ले तो भारत से खर्च की जाने वाली बड़ी निवेश का भारत में ही विकास के कार्यों में इस बड़ी रकम को लगाकर भारत को और अधिक संपन्न देश बनाया जा सकता है।

प्रधानमंत्री ने हाल ही में लाल किले की प्राचीर  से सेमीकंडक्टर चिप का निर्माण भारत में ही हो इसके लिए देश की बड़ी कंपनियां जो सेमीकंडक्टर उत्पादन जैसे महंगे प्रोजेक्ट को शुरू कर सकती हैं उनको आगे आने के लिए कहा और सरकार द्वारा भी पूरी तरह से सहयोग देने के लिए कहा, शायद यही वजह थी कि हाल ही में ( I.E.S.A)  India electronics and semiconductor association ने भारत के तीन महत्वपूर्ण राज्यों कर्नाटक, तमिलनाडु और महाराष्ट्र ने सेमीकंडक्टर चिप का निर्माण मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने के लिए भारत में बहुत बड़ा निवेश होने जा रहा है।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से पुणे में सेमीकंडक्टर यूनिट लगाने जा रही फॉक्सकॉन और वेदांता कंपनी के पदाधिकारियों से एक बहुत बड़ी मीटिंग हुई थी जिसमें सेमीकंडक्टर चिप का भारत में मैन्युफैक्चरिंग उत्पादन होने की दिशा में यह एक बहुत बड़ा संकेत है जोकि आने वाले समय में भारत को सेमीकंडक्टर उत्पादन क्षमता के साथ साथ देश को पूरी तरह से सेमीकंडक्टर चिप कि दूसरे देशों की निर्भरता को दूर करके भारत को आत्मनिर्भर और विकसित राष्ट्र बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देने जा रहा है।

भारतीय चिप निर्माता कंपनी आईएसए यानी इंडिया इलेक्ट्रॉनिक्स एंड सेमीकंडक्टर एसोसिएशन ने हाल ही में यह खुशी जाहिर की थी कि आने वाले समय में देश का सेमीकंडक्टर उपकरण बाजार का आकार वर्ष 2026 तक 300 अरब डालर होने की उम्मीद हैl इतना ही नहीं आने वाले वर्षों में सेमीकंडक्टर रिप्रोडक्शन लिंग इंसेंटिव ( पीएलआई) योजना से घरेलू सेमी कंपोनेंट्स को भी बढ़ावा मिलेगा।

सेमीकंडक्टर चिप के निर्माण के लिए कर्नाटक तमिलनाडु और महाराष्ट्र ने किया बहुत बड़ा निवेश:-

हाल ही में सेमीकंडक्टर चिप का उत्पादन करने के लिए 

कर्नाटक राज्य में इजरायली कंपनी आई. एस. एमसी ने 3 अरब डालर का निवेश किया है, जोकि कर्नाटक राज्य को इसका उत्पादन करने की दिशा में बहुत अहम रोल अदा करने जा रहा है।

तमिलनाडु राज्य में भी इसी तरह सिंगापुर की आई .जी एसस (I.G.S.S) वेंचर्स कंपनी ने 3.2 अरब डालर का निवेश किया हैl

महाराष्ट्र राज्य में ताइवान की कंपनी फॉक्सकॉन और भारतीय कंपनी वेदांता मिलकर 22 अरब डालर तक का निवेश कर रहे हैं जो कि सेमीकंडक्टर प्रोडक्शन और इसके छोटे से लेकर बड़े पार्ट्स तक का मैन्युफैक्चरिंग यूनिट बनने की दिशा में बहुत बड़ा कदम है इससे भारत में ही रोजगार के लगभग 200000 (दो लाख)युवाओं को it क्षेत्र से रोजगार मिलेगा l

सेमी कंडक्टर Chip चिप यानी इलेक्ट्रानिक डिवाइस का दिमाग कही  जाने वाली इस खास डिवाइस की मुख्य बातें :-

  • खास किसी का पदार्थ होता है उसमें विद्युत केस चालाक और कुचालक दोनों गुण पाए जाते हैंl
  •  सेमी कंडक्टर चिप, विद्युत के प्रवाह को नियंत्रित करने का काम करता हैl इसका निर्माण  सिलिकान पदार्थ से होता है
  • इस चिप में कुछ विषेष तरह की डोपिंग को मिलाकर इसको सुचालक  गुणों में बदलाव लाया जाता है l
  • इन सभी तकनीक का इस्तेमाल करके इसके वांछनीय गुणों का विकास होता है और इसी मुख्य पदार्थ का इस्तेमाल करके विद्युत सर्किट चिप भी बनाया जाता है।
  • इन्हीं के जरिए डाटा की प्रोसेसिंग भी होती है यदि आसान भाषा में कहा जाए तो यह इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का दिमाग भी होता है।
  • इस सेमीकंडक्टर चिप को आप अपने कार बाइक, लैपटॉप, मोबाइल आदि में डाटा प्रोसेसिंग से लेकर सभी प्रकार के निर्देशों का पालन कराने के लिए इसी चिप का इस्तेमाल करते हैं।

आने वाला समय डिजिटल समय होगा इन्हीं तथ्यों को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने देश में 1.3 अरब से अधिक नागरिकों को डिजिटल सेवा से जोड़ने के लिए डिजिटल इंफ्रा का निर्माण करने जा रही है जोकि आने वाले कुछ वर्षों में भारत को तेजी से मशीनरी दुनिया की तकनीक में आगे ले जाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगीl आने वाले कुछ ही समय में प्रौद्योगिकी क्रांति विश्व के सभी देशों में देखने को मिलेगी हाल ही में भारत में 5G, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, स्वच्छ ऊर्जा कोमा आईटी यानी इंटरनेट ऑफ थिंग्स जैसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट पर तेजी से काम हो रहा है, जो आने वाले कुछ समय में भारत देश को नई  ऊंचाईयों पर ले जाएगी l

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