Benefits of Sycamore:
गूलर खाने के फायदे:-गूलर ग्रामीण क्षेत्रों में अक्सर कर आपको हर एक जगह देखने को मिल जाएंगे। गूलर का फल का रंग कच्चा होने पर हरे रंग का होता है और जब यह पूरी तरह से भाग जाता है तो यह सुर्ख लाल कलर का दिखने लगता है।
गूलर के पेड़ मैं दूध की मात्रा अधिक पाई जाती है इसलिए यह पेड़ कई प्रकार की विटामिंस मिनरल्स एंटीबायोटिक औषधियों से भरपूर होता है।
![गूलर खाने के फायदे:-](https://tamatargyan.com/wp-content/uploads/2023/01/IMG_20230103_075451-1024x655.jpg)
ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी लोग गूलर खाने के फायदे के बारे में कम जानकारी होने की वजह से इसको अक्सर कर अनदेखा कर देते हैं। लेकिन जैसे-जैसे इस पर खोज होती गई और इसके विटामिंस, मिनरल्स, खनिज पदार्थों को डॉक्टरों के द्वारा भी उपयोगी और स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में कारगर बताया गया तब से लेकर गूलर के कच्चे फल की सब्जियों से लेकर इसके मीठे पके हुए फलों Fruits को लोग अब अपने दैनिक जीवन में आहार के रूप में शामिल करने लगे हैं जिससे कि उनकी कई प्रकार की जटिल से जटिल गंभीर बीमारियां भी पूरी तरह से ठीक हो जा रही हैं।
यदि बात करें गूलर के फल का सेवन करने से होने वाले फायदों की तो इसका फल खाने से पेट दर्द और गैस की दिक्कत से पूरी तरह से आराम मिलता है वही कच्ची गूलर के छोटे फलों की सब्जी अनेकों प्रकार की विटामिंस मिनरल्स खनिज पदार्थ का खजाना होती है जिसको खाने से शरीर के अंदर कई प्रकार के एंटी वायरस, कई प्रकार के रोग पूरी तरह से ठीक हो जाते हैं।
लोगों द्वारा पूछे जाने वाले प्रश्न और उनके उत्तर जानें:-
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Q.गूलर में कौन कौन विटामिन पाई जाती हैं?
Ans:–गूलर में प्रमुख रूप से विटामिन B-2 पाया जाता है जो कि रेड ब्लड सेल्स को बढ़ाने में मददगार होता है। इसके साथ-साथ गूलर में कैल्शियम, वसा, प्रोटीन, आयरन , प्रमुख रूप से पाया जाता है जो कि शरीर को हष्ट पुष्ट बलवान बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है वही गूलर पेट में बनने वाली गैस एसिडिटी की समस्या को जड़ से खत्म करती है और इसमें पाए जाने वाले कई अन्य महत्वपूर्ण तत्वों के कारण शरीर स्वस्थ निरोगी बनता है।
Q. गूलर का दूध क्या किस काम आता है?
Ans:-गूलर के पेड़ में प्रचुर मात्रा में नमी और दूध होता है जिसकी वजह से यह दुधारू पेड़ की प्रजाति का पौधा माना जाता है। गूलर की डाल पर लगे हुए पत्तों को तोड़ने मात्र भर से उसमें दूध टपकने लगता है। इसी दूध के ढेरों फायदे होते हैं जिन्हें अक्सर कर लोग अज्ञानता के कारण नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन आपको बताते चलें कि गूलर के पेड़ से निकले हुए दूध से मुंह के अल्सर और शरीर पर कभी ना ठीक होने वाले घाव को पूरी तरह ठीक करने में यह बेहद लाभदायक होता है।
इसके साथ-साथ गूलर के दूध और इसके फल लिकोरिया त्वचा विकार, वात पित्त कफ, शरीर की निर्मलता कमजोरी थकान को दूर करने के लिए भी बेहद लाभदायक गुणकारी होते हैं। लेकिन जरूरत थी यह होती है कि इनको सही तरीके से डॉक्टर की देखरेख में इसका सेवन करने से ही इसके दूर से मिलने वाले फायदों को प्राप्त किया जा सकता है।
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बवासीर जैसी भयंकर बीमारी के लिए संजीवनी बूटी का काम करता है गूलर के पेड़ का दूध: –
गूलर के पेड़ में पाए जाने वाला दूध बवासीर जैसी गंभीर और भयंकर बीमारी के लिए काल के समान है, लेकिन जरूरत यह है कि इसको सही वैद्य डॉक्टर चिकित्सक की देखरेख में ही उसके बताए गए दिशा निर्देशों के आधार पर ही इसका सेवन करना चाहिए।
Q.गूलर खाने से क्या-क्या फायदे होते हैं?
Ans:- गूलर का पेड़ हर तरह से स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और कई प्रकार की गंभीर बीमारियों को जड़ से खत्म करने के लिए किसी रामबाण औषधि से कम नहीं है। लेकिन जरूरत यह है कि इसके अनगिनत फायदों को और इनके सही इस्तेमाल को सही से ना जाने की वजह से अक्सर कर लोग गुलर के फल और इसके पेड़ में पाए जाने वाले दूध और इसकी जड़ों को अक्सर कर नजरअंदाज कर देते हैं लेकिन आपको बताते चलें कि आयुर्वेद के पन्नों को यदि आप पलट कर देखेंगे तो गूलर के अनेकों फायदे प्राचीन समय से ही हमारे पूर्वज करते आए हैं जो कि वर्तमान समय में भी उतना ही लाभदायक और गुणकारी साबित हो रहे हैं जितना प्राचीन समय में होते थे।
यदि बात करें गूलर के कच्चे फल की बनी हुई सब्जी की तो इसकी सब्जी टेस्टी और जायकेदार खाने में लगती है वहीं इसकी अरे छोटे फलों में विटामिन B2 , आयरन ,कैल्शियम, खनिज पदार्थ प्रमुख रूप से शरीर को अंदर से हष्ट पुष्ट बलवान बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसके साथ साथ गूलर का फल मूत्र रोग, रक्तस्राव को रोकने में मददगार साबित होता है, इसके अलावा कूलर का फल डायबिटीज Body में होने वाली जलन को पूरी तरह से ठीक करने में सहायक होता है। कूलर की छाल एवं पत्तों से त्वचा मैं होने वाले सूजन और दर्द से पूरी तरह छुटकारा मिल जाता है। यह पुराने और कभी ना ठीक होने वाले घाव को भी पूरी तरह से सुखाने और ठीक करने में सहायक होता है। लेकिन जरूरत यह है कि आप सही चिकित्सक और सही तरीके से इसके इस्तेमाल से इसके अनेकों फायदों को अपने दैनिक जीवन में सही तरीके से इसका सेवन करके अपने शरीर को स्वस्थ निरोगी बना सकते हैं।
Q.गूलर का वैज्ञानिक नाम क्या है?
Ans:-गूलर का वैज्ञानिक नाम फिकस रेसमोसा (Ficus recemosa) हैl
Q. गूलर को इंग्लिश (अंग्रेजी) में क्या कहते हैं?
Ans:-गूलर को इंग्लिश में Cycamore (सिकमोर) कहते है।