चैटजीटीपी (Chat GPT) पर रोक लगाने वाला इटली पहला देश बना:-

 

 

चैटजीटीपी (Chat GPT) पर रोक लगाने वाला इटली पहला देश बना:-आए दिन चैट जीपीटी के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए इसकी कुछ कमियों के कारण इटली ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सॉफ्टवेयर चैटजीटीपी Chat GPT पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। ऐसा करने वाला इटली यूरोप का पहला देश बन चुका है जिसने चैट जीटीपी पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी है। इससे पहले यदि बात करें तो रूस उत्तर कोरिया चीन भी चैट जीटीपी पर पूरी तरह से प्रतिबंध अपने देशों में लगा चुके हैं।

 

चैट जीटीपी की लॉन्चिंग नवंबर 2022 में हुई थी:-

शुरुआत में लांच होने के कुछ ही दिनों में चैट जीटीपी की लॉन्चिंग ने पूरी दुनिया में तहलका मचा दिया था और इसके अस्तित्व में आने के बाद इंटरनेट पर इसकी पढ़ती यूजर संख्या का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसके लांच होने के 2 महीनों के अंदर ही 100 मिलीयन यूजर्स ने इसका इस्तेमाल किया जो  कि फेसबुक और व्हाट्सएप के यूजर्स संख्या के मुकाबले बेहद कम समय में इतनी लोकप्रियता हासिल करने वाला दुनिया का पहला सॉफ्टवेयर बना।

 

चैट जीपीटी ने 100 मिलीयन यूजर्स का आंकड़ा मात्र 2 महीनों में छुआ था जोकि आज तक इंटरनेट की दुनिया में सबसे बड़ा धमाका था: –

 

यदि बात करें चैट जीपीटी (Chat GPT) की तो इसने मात्र 2 महीनों में ही 100 मिलीयन यूजर्स को अपना बना लिया था। वहीं यदि व्हाट्सएप की बात करें तो व्हाट्सएप ने 100 मिलियन यूजर्स इकट्ठा करने के लिए उसको 3.5 साल का समय लग गया था वही फेसबुक कि यदि बात करें तो 100 मिलियन यूजर्स को एकत्र करने में फेसबुक को साडे 4 साल का बेशकीमती समय लगा था।

 

चैट जीपीटी (Chat GPT) पर इससे पहले रूस उत्तर कोरिया और चीन भी लगा चुके हैं प्रतिबंध: –

 

यदि बात करें चैट जीपीटी की तो नवंबर 2022 में इसकी लॉन्चिंग होने और इसके अस्तित्व में आने की बाद ही इस पर चीन रूस ईरान और उत्तर कोरिया जैसे बड़े देशों ने पूरी तरह से प्रतिबंध लगा चुके हैं।

 

इन सभी देशों का चैट जीपीटी के अस्तित्व में आने पर एक ही सबसे बड़ी चिंता जताई गई कि इस तरह के सॉफ्टवेयर सेना सिर्फ केवल देश का इंपॉर्टेंट डाटा चोरी होने की संभावना है बल्कि यह आने वाले समय में कई तरह की अन्य मुश्किलों को भी सामने खड़ा कर देगा इन्हीं सभी प्रकार की समस्याओं को ध्यान में रखकर इन देशों ने चैट जीपीटी पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया था जो कि अभी तक लागू है।

 

इटली ने डेटा लीक होने जैसी संभावना को ध्यान में रखते हुए इस पर लगाया प्रतिबंध: –

 

यदि बात करें इटली की तो इटली ने अपने डाटा को संरक्षित रखने के लिए चैट जीपीटी पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। इटली का डाटा संरक्षित रखने वाली एजेंसी की ओर से एक महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है जिसमें कहा गया है कि वह अमेरिकी स्टार्टअप ओपन एआई की ओर से विकसित सॉफ्टवेयर पर रोक लगा रहा है।

 

इटली के अधिकारियों की ओर से साफ तौर पर कहा गया है कि चैट जीपीटी और अमेरिका कंपनी ओपन एआई के खिलाफ जांच की जा रही है क्योंकि इसमें कई प्रकार की प्रतियां देखी गई है और यह कई प्रकार से डाटा को भी चुरा रहा है।

 

इटली की ओर से इस बात पर भी नाराजगी जताई गई है कि  चैट जीटीपी प्लेटफार्म पर निर्भर एल्गोरिदम को प्रशिक्षित करने के लिए किसी भी व्यक्तिगत डेटा के बड़े पैमाने पर उसका संग्रह करना और उसका उपयोग करने जैसा कोई कानूनी आधार नहीं बनाया गया है, ओपन एआई को दिए आदेश का पालन करने के लिए लागू उपायों के बारे में चैट जीपीटी को 20 दिनों के भीतर सूचित करना होगा। यदि वह ऐसा नहीं करती है तो इस पर 20 मिलीयन यूरो याकुल विश्वव्यापी वार्षिक कारोबार का 4% जुर्माना इस पर लगाया जा सकता है।

 

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