डेंगू Dengu,चिकनगुनिया, में पपीते के पत्ते और बकरी के दूध के अद्भुत फायदे :

बकरी के दूध का सेवन:-

बकरी के दूध में कई प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट तत्व के अलावा इसमें प्रचुर मात्रा में विटामिंस खनिज पदार्थ पाए जाते हैं यदि बकरी के दूध का सेवन पपीते के पत्ते के रस के साथ किया जाए तो यह डेंगू, मलेरिया चिकनगुनिया जैसे बेहद जानलेवा बुखार में लाभदायक होता है l यह कोई कही सुनी बातें नहीं है, जी हां यह हमेशा से प्रयोग में लाई जाने वाली महत्वपूर्ण आयुर्वेदिक औषधि है, जोकि आपको डेंगू Dengu,मलेरिया जैसे भयंकर बुखार को तुरंत खत्म करने के लिए बेहद लाभदायक और उपयोगी आयुर्वेदिक औषधि हैबकरी के दूध और पपीते के पत्ते का रस का सेवन जरूर करना चाहिए। यदि आप सुबह 100 ग्राम बकरी के दूध में 20 ग्राम पपीते के पत्ते का रस मिलाकर नियमित 1 सप्ताह तक सुबह खाली पेट पीते हैं तो आप को कितना भी भयंकर डेंगू मलेरिया का बुखार हो वह जड़ से खत्म हो जाएगा इसको वैज्ञानिकों ने भी प्रमाणित किया है l

पपीते के पत्ते के पांच महत्वपूर्ण लाभ आओ जाने: –

1- ब्लड प्लेटलेट्स को बढ़ाने में उपयोगी: 

भारत में बरसात का मौसम आते ही डेंगू मलेरिया के मच्छर तेजी से बढ़ने लगते हैं जिसकी वजह से डेंगू जैसी खतरनाक बीमारी तेजी से इन के काटने से बढ़ने लगती हैl डेंगू बुखार में बुखार में रोगी का ब्लड प्लेटलेट्स तेजी से घटने लगता है जिससे कि मरीज को सांस लेने में दिक्कत के अलावा, सिर में तेज दर्द, शरीर का तापमान लगातार बढ़ना, भूख न लगना, उल्टी दस्त जैसी कई प्रकार की समस्याएं घेर लेती हैं ऐसे में यदि सही समय पर पपीते का पत्ता का रस सुबह खाली पेट 10 से 20 ग्राम की मात्रा में रोगी को दिया जाए तो इससे ना केवल प्लेटलेट्स तेजी से बढ़ती है इसके अलावा बुखार भी तेजी से ठीक होने लगता है यही वजह है कि कई एक्सपर्ट डॉक्टर भी पपीते के हरे पत्ते के सेवन के लिए रोगियों को सलाह देते हैं।

2-डेंगू मलेरिया जैसे जानलेवा बुखार के लिए रामबाण औषधि: –

पपीते के पत्ते में कई प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं इसके अलावा इसमें फास्फोरस, इसके साथ-साथ इसमें अनेकों प्रकार के खनिज पदार्थ, प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं, इस पत्ते में पहले से मौजूद खतरनाक वायरस इसको पूरी तरह से खत्म करने की बेहद चमत्कारी गुण मौजूद होते हैं जिसकी वजह से यह डेंगू मलेरिया जैसे जानलेवा बुखार के लिए बेहद फायदेमंद होता है।

3-पाचन क्रिया को मजबूत बनाने में बेहद उपयोगी: 

पपीते के हरे पत्ते में कई प्रकार की विटामिन पाई जाती हैं जिसमें से सबसे प्रमुख विटामिन-c,का रोल होता है l इसके सेवन करने से शरीर की पाचन क्रिया ठीक होती है इसके अलावा शरीर में पहले से मौजूद विषाक्त पदार्थों को भी पूरी तरह से नष्ट करने में पपीते का हरा पत्ता बेहद लाभदायक और उपयोगी होता है।

4-शरीर की चुनचुनाहट और त्वचा पर होने वाली खुजली में बेहद  लाभदायक:-

यदि आपको भी त्वचा पर होने वाली खुजली या शरीर में चुनचुनाहट जैसी समस्या है तो ऐसे में रोज सुबह 20 से 30 ग्राम पपीते के पत्ते का रस खाली पेट जरूर पिए इसको मात्र तीन चार दिन सेवन करने से ही शरीर में चुनचुनाहट और त्वचा पर होने वाली खुजली जैसी गंभीर समस्या से पूरी तरह छुटकारा पाया जा सकता है। यदि कोई पेशेंट इसके रस को निकलने में उसको दिक्कत हो रही है तो वह पपीते के हरे पत्ते के छोटे-छोटे टुकड़े करके उसको मुंह से चबाकर भी थोड़ी मात्रा में खा सकता है।

5- बालों को घने काले बनाने व झड़ने से रोकने में सहायक: –

यदि आप भी अपने बालों को झड़ने से बचाना चाहते हैं तो इसके लिए पपीते का पत्ता बहुत ही लाभदायक और उपयोगी होता है पपीते के पत्ते को यदि 1 सप्ताह तक नियमित खाली पेट मात्र थोड़ी मात्रा में खाया जाए, या फिर इसका जूस पिया जाए तो ना सिर्फ बालों के झड़ने की समस्या पूरी तरह से ठीक हो जाएगी इसके साथ-साथ आप पाएंगे कि आपके बाल पहले से और अधिक घने काले और सुंदर बन जाएंगे।

6-शरीर में मौजूद विषैले पदार्थों को नष्ट करने में सहायक: –

पपीते के पत्ते में कई तरह के एंटी ऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं यह  वैज्ञानिकों ने भी प्रमाणित कर दिया है , क्योंकि इसमें कई तरह के बैक्टीरिया और हानिकारक वायरस को खत्म करने के एंटीबायोटिक गुण पहले से ही मौजूद होते हैं यही वजह है कि शरीर में मौजूद कई प्रकार के विषैले तत्वों को पूरी तरह से नष्ट करने में पपीते का पत्ता बेहद लाभदायक वा उपयोगी होता है।

पपीते के पत्ते का रस कब पीना चाहिए?

अक्सर कर कई लोग पूछते हैं कि आखिर पपीते के पत्ते का रस हमें कब पीना चाहिए सुबह पीना चाहिए या फिर शाम को पीना चाहिए या फिर खाली पेट पीना चाहिए इन सभी सवालों के जवाब के लिए आपको बता दें कि पपीते के पत्ता का रस पीने का जो सबसे उचित समय होता है वह सुबह खाली पेट होता है जिसको आप थोड़ी ही मात्रा में इसका उपयोग करना चाहिए या फिर आप अपने डॉक्टर से भी इसकी मात्रा के बारे में पूछ सकते हैं। वैसे नॉर्मल आप यदि आप 10 से 20 ग्राम सुबह खाली पेट पपीते के पत्ते का रस पीते हैं तो इससे आपको अनेकों लाभ प्राप्त होते हैं l

हां यदि आप इन पत्तों के छोटे टुकड़ों को प्रतिदिन सुबह मुंह से कुछ कर थोड़ी मात्रा में लगभग 7 दिनों तक सेवन करते हैं तो इसके बेजोड़ चमत्कारिक लाभ आपको तुरंत प्राप्त होंगे क्योंकि मुंह के द्वारा चलाए जाने पर हमारी लार ग्रंथियों के साथ मिलकर इसके रस के औषधीय गुण और भी अधिक लाभदायक व उपयोगी हो जाते हैं। जो लोग पपीते के पत्ते का सेवन शाम के समय करना चाहते हैं वह इस को खाना खाने के बाद इसको थोड़ी मात्रा में आराम से ले सकते हैं इससे शरीर की पाचन क्रिया भी मजबूत होती है इसके साथ-साथ शरीर में उच्च रक्तचाप, हीमोग्लोबिन की कमी जैसी बड़ी समस्याओं से पूरी तरह छुटकारा मिल जाता है।

पपीते के पत्ते का रस कितने दिन तक पीना चाहिए?

 जहां तक बात है पपीते के पत्ते का रस आखिर कितने दिन तक पीना चाहिए इसके लिए एक हमारा जवाब होगा कि  यदि आपको डेंगू मलेरिया चिकनगुनिया जैसी किसी भी बीमारी से आप परेशान हैं तो आप इसका सेवन लगातार 10 दिन तक कम से कम करना चाहिए क्योंकि पपीते के रस का सेवन करने से आपको बुखार में 2 से 3 दिनों में ही फर्क नजर आ जाएगा लेकिन यदि आप इसको लगातार 10 दिन तक पीते हैं तो यह आपके बुखार को जड़ से खत्म कर देगा। 

पपीते की तासीर क्या होती है

आपको बताते चलें कि पपीते की तासीर गर्म होती है इसलिए यदि आप इसका सेवन करते हैं तो इसके साथ ठंडी तासीर वाली चीजें ना खाएं तभी यह आपके लिए एक फायदेमंद औषधि साबित होगी

पपीते के पत्ते का रस पीने के बाद क्या नहीं खाना चाहिए?

यदि आप पपीते के पत्ते का रस का सेवन करते हैं तो हमेशा ध्यान रखें कि पपीते के पत्ते का रस या इसके फल का सेवन करने के बाद केले सेवन कभी नहीं करना चाहिए क्योंकि इसके सेवन से आपकी पाचन संबंधी प्रक्रिया में दिक्कत आ सकती है। इसके अलावा तले भुने पदार्थों को भी नहीं खाना चाहिए।

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