Delhi MCD Latest Updated News 2023:-
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में ओखला लैंडफिल साइट का दौरा किया इस दौरान केजरीवाल ने कहा कि अगले साल यानी 2024 तक दिसंबर से पहले पहले दिल्ली लैंडफिल साइड पूरी तरह से मुक्त हो जाएगी। यहां पर ओखला लैंडफिल जो कूड़े के ऊंचे ऊंचे पहाड़ हैं उनमें दिल्ली के प्रत्येक क्षेत्र से आने वाला कूड़ा का न सिर्फ निस्तारण होगा बल्कि इस कूड़े से कई प्रकार के वैकल्पिक ऊर्जा स्रोत और कई अन्य प्रकार की उपयोगी चीजें बनाई जाएंगीl
जिससे न सिर्फ केवल यह कूड़ा पूरी तरह से साफ हो जाएगा बल्कि ओखला लैंडफिल के आसपास होने वाले कई प्रकार के समस्याओं जैसे पॉल्यूशन, गंदगी वातावरण में जहरीली गैसों का फैलना, कई प्रकार की गंभीर समस्याएं पूरी तरह से खत्म हो जाएंगी यह आम आदमी पार्टी के प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने साफ तौर पर इसके लिए दिशानिर्देश जारी कर दिया है।
ओखला लैंडफिल के आसपास रहने वाले लोगों को मिलेगी बड़ी राहत: –
ओखला लैंडफिल कूड़े का पहाड़, के अलावा भलस्वा और गाजीपुर में जो कूड़े के ऊंचे ऊंचे पहाड़ है वह आए दिन सरकार के लिए परेशानी का न सिर्फ कारण बने हुए बल्कि आम जनता के जीवन में भी कई प्रकार की परेशानियां खड़ा कर रहे हैं यदि सरकार इन ऊंचे ऊंचे पहाड़ों को जड़ से खत्म कर देती है तो ना सिरf केवल दिल्ली के पर्यावरण में सुधार होगा बल्कि आए दिन भलस्वा लैंडफिल में आग लगने और आसपास के एरिया इलाकों में पोलूशन बढ़ने जैसी समस्याओं से पूरी तरह छुटकारा मिल जाएगा ,बल्कि आमजन के जीवन में स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी सुधार होगा l
यह कूड़े के पहाड़ आए दिन दिल्ली में आसपास रहने वाले लोगों के लिए कई प्रकार की मुसीबतें पैदा करता रहता है लेकिन जब से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यहां का दौरा किया लोगों में काफी जोश और उत्साह देखने को मिलाl
कई लोगों ने तो मीडिया से बातचीत करते हुए इस पर बेहद खुशी जताई और उन्होंने कहा कि यदि ओखला लैंडफिल पूरी तरह से कूड़ा रहित हो जाएगा तो यहां पर न सिर्फ केवल आम जनता को फायदा होगा बल्कि कई प्रकार की गंभीर बीमारियों, पोलूशन, लगातार हवा में खुलने वाली जहरीली गैसों से पूरी तरह से छुटकारा मिल जाएगाl
इससे ना सिर्फ केवल बच्चों के स्वास्थ्य में निखार आएगा बल्कि उनकी मानसिक क्षमता का विकास होगा वह स्वच्छ वातावरण में अपनी लिखाई पढ़ाई कर सकेंगे और बुजुर्ग लोग भी स्वच्छ हवा में सांस ले सकेंगे।
ओखला लैंडफिल का निर्माण आज से लगभग 26 साल पहले हुआ था:-
दिल्ली का सबसे बड़ा कूड़े का पहाड़ यानी ओखला लैंडफिल का निर्माण आज से 26 साल पहले हुआ था जब दिल्ली नगर निगम एमसीडी MCDके द्वारा कूड़े का निस्तारण करके यहां पर डाला जाने लगा l
धीरे-धीरे यह बड़ा होता गया और आज यह एक बड़े पहाड़ का आकार ले चुका है जो कि दूर से ही नजर आता है यदि बात करें इस पहाड़ में कूड़े की मात्रा की तो इसमें लगभग 40 लाख मैट्रिक टन कूड़ा इकट्ठा पड़ा हुआ है इसमें से 20 -25 लाख मीट्रिक टन कूड़ा अभी तक हटाया भी जा चुका है लेकिन इस बड़े कूड़े के पहाड़ को हटाना कोई आसान काम नहीं है इसके लिए एक बड़े प्रोजेक्ट की शुरुआत करनी होगी l
इसी कड़ी में अरविंद केजरीवाल ने यहां पर हाल ही में ओखला लैंडफिल का दौरा किया और उन्होंने अधिकारियों को साफ निर्देश दिया कि आने वाले 1 साल में इस पूरे कूड़े के पहाड़ को पूरी तरह से खत्म करके इस क्षेत्र को कूड़ा मुक्त बनाया जाए।
एमसीडी MCD चुनाव में बड़ी जीत के बाद आम आदमी पार्टी का यह सबसे बड़ा टारगेट मिशन: –
आपको बताते चलें कि एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी ने इस वर्ष बड़ी जीत हासिल की है जिसमें सबसे बड़ा मुद्दा आम आदमी पार्टी की तरफ से दिल्ली में इन ऊंचे ऊंचे कूड़े के पहाड़ों को लेकर किया गया वादा था कि यदि आम आदमी पार्टी इस बार एमसीडी का चुनाव जीती है तो वह दिल्ली से कूड़े के बड़े-बड़े पहाड़ों को पूरी तरह से हटा देगी और उसका असर अब दिखने लगा है।
दिल्ली को कूड़े के पहाड़ों से पूरी तरह मुक्त बनाने और इनसे कई प्रकार की उपयोगी चीजें बनाने में बड़े प्रोजेक्ट और प्लांट लगाए गए हैं: –
कूड़े के पहाड़ों को हटाने के लिए बड़े-बड़े प्लांट लगाए जा रहे हैं जो कूड़े के निस्तारण के साथ-साथ उनको कई तरह से उपयोग में लाई जा सकने वाली कई प्रकार की चीजें बनाई जाएंगी जिससे कि ना सिर्फ केवल इन कूड़े के बड़े-बड़े पहाड़ों को हटाया जा सके बल्कि इनके द्वारा कई प्रकार की जैविक खाद से लेकर उपयोग में आने वाले प्लास्टिक वस्तुओं के निर्माण में भी इनका उपयोग लिया जाएगा।
इन बड़े-बड़े कूड़े के पहाड़ों में कई प्रकार की प्लास्टिक वस्तुओं के साथ-साथ कई अन्य प्रकार के जैविक ईंधन वाले तत्वों की भरमार है जिसकी अलग-अलग मशीनों द्वारा चटाई की जाएगी और उसका निस्तारण पर्यावरण के अनुकूल में रहकर किया जाएगा जिससे कि दैनिक जीवन में उपयोग होने वाली कई प्रकार की उपयोगी वस्तुओं का निर्माण भी किया जा सकेगा और इसके साथ-साथ जैविक ईंधन का भी विकल्प ढूंढा जा रहा हैl
यदि सब कुछ सही रहा तो इन पहाड़ों से अनुमानित कई गुना लाभ नसीब केवल आम जनता को होगा बल्कि सरकार इसके निस्तारण के साथ-साथ हिस्से कई महीनों में फायदा भी ले सकेगी जोकि आधुनिक समय में वैकल्पिक सही दिशा में किए गए कार्यों के कारण सभी प्रकार से लाभ ही प्रदान करेगा।