धरती पर पहली बार आया एलियन का संदेश l 82 घंटे में 1863 सिग्नल ने वैज्ञानिकों को किया हैरान: –

क्या एलियन की दुनिया से वाकई में संपर्क हो गया है आओ जाने: 

  • एफ आर बी FRB 20201124 A से मिले रेडियो सिगनल जोकि एलियन के द्वारा भेजे गए रेडियो सिगनल हो सकते हैं ऐसा वैज्ञानिक कयास लगा रहे हैं।
  • यह सिग्नल मैग्नेटlर न्यूट्रॉन स्टार से आ रहे थे जिन्हें वैज्ञानिकों ने अपने एडवांस टेक्नोलॉजी की मशीनों से डिटेक्ट किया हैl
  • अंतरिक्ष से आए सैकड़ों सिग्नल से   वैज्ञानिकों में मचा हड़कंप l
  • धरती पर आ रहे इनमें रेडियो सिगनल से सजेगी एलियन की अब तक की सबसे बड़ी मिस्ट्री l
  • वैज्ञानिकों को यह सफलता 51 घंटे की गहन पड़ताल और 1896 सिग्नल से आ रही कई प्रकार की रेडियोएक्टिव तरंगों के द्वारा यह अहम संदेश मिला हैl
  • यह सिग्नल एक ही गैलेक्सी से आ रहे थे जो कि वैज्ञानिकों के लिए बेहद अहम जानकारी इकट्ठा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
  • इन सिगनलो से मिली Sound ( आवाज ) किसी खूंखार जंगली जानवर की तरह लग रही थी।
  • रेडियो सिग्नल से आ रही आवाज किसी खूंखार जानवर की आवाज की तरह लग रही थी जो कि वैज्ञानिकों के लिए एक कौतूहल का विषय बना हुआ है।

कल्पना कीजिए क्या होगा यदि अंतरिक्ष से कोई बोले हेलो हेलो मैं एलियन बोल रहा हूं! ऐसे में आप का रिएक्शन क्या होगा? जी हां अब तक की सबसे बड़ी अबूझ पहेली बने एलियन की खोज में वैज्ञानिकों को एक ऐसा सिग्नल मिला है जो कि सभी को आश्चर्य में डाले हुए हैं। कई सालों से वैज्ञानिकों द्वारा किए जा रहे दूसरे ग्रहों के संपर्क में यह सबसे बड़ी सफलता मानी जा रही है। हाल ही में चाय चीनी वैज्ञानिकों द्वारा उनके सबसे बड़े टेलिस्कोप चीनी स्फेरिकल रेडियो टेलीस्कोप की मदद से महज 82 घंटों में 1896 सिग्नल ने वैज्ञानिकों के बीच हड़कंप मचा दिया है क्योंकि यह कोई नार्मल सिग्नल नहीं थे , यह सिग्नल धरती से अरबों किलोमीटर दूर एक गैलेक्सी से आ रहे थे जिनकी आवाज किसी खूंखार जानवर जैसी सुनाई दे रही थी। क्या यह वाकई में एलियन के द्वारा भेजे गए सिग्नल थे या फिर कोई और वजह इसके पीछे वैज्ञानिक लगातार काम कर रहे हैं और आने वाले कुछ ही दिनों में इन सिगनल ओं के ऊपर निष्कर्ष निकलकर सबके सामने आ जाएगा क्योंकि जब से यह सिग्नल मिले हैं तब से वैज्ञानिक इस पर दिन-रात रिसर्च कर रहे हैं और हो भी क्यों ना क्योंकि यह सदियों से एलियन को खोजें जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और वह भी सकारात्मक कदम जोकि इस ब्रह्मांड में एलियन की मौजूदगी का पहला सांकेतिक बिंदु माना जा रहा है यदि इसमें से कोई अहम जानकारी निकलकर सामने आती है तो यह बहुत बड़ी सफलता होगी क्योंकि अभी तक कयास लगाए जाते रहे हैं कि हमारी धरती के अलावा अन्य ग्रहों पर भी जीवन हो सकता है और वह जीवन किस रूप में होगा उसका पता तभी लगाया जा सकता है जब हम उन ग्रहों से संपर्क स्थापित करने में सफल हो पाए। वैज्ञानिकों द्वारा इस दिशा में और भी कई बड़े प्रोजेक्ट कार्य कर रहे हैं यदि आने वाले कुछ समय में वैज्ञानिकों को इस दिशा में कोई और अहम सुराग मिलते हैं तो यह मानव सभ्यता के अलावा दूसरी दुनिया की सभ्यता को जांचने परखने और वहां के जीवन को समझने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

क्या वाकई में एलियन के रहस्यमय लोक से पर्दा हट गया है या अभी नहीं आओ जाने:-

क्या हमारी पृथ्वी की ही तरह दूसरे अन्य ग्रहों जो कि हमारी आकाशगंगा से कहीं दूर बसे हुए हैं वहां पर वाकई में जीवन हैl क्या वहां पर हमारी मानव सभ्यता की तरह कोई अन्य सभ्यता रह रही है? या फ़िर वह अभी अपने शुरुआती चरण में फल फूल पनप रही है इसकी mistri हमेशा से वैज्ञानिकों के लिए एक अबूझ पहेली की तरह बनी हुई है जो कि लगातार वैज्ञानिकों के मन में कई प्रकार के सवाल लेकर आती है लेकिन उसका समाधान प्रत्यक्ष साक्ष्य प्रमाण के ही आधार पर निकाला जा सकता है। आज वैज्ञानिक शुक्र ग्रह से लेकर मंगल ग्रह पर जीवन ढूंढने के लिए कई प्रकार के अपने अंतरिक्ष यान वहां पर भेज कर वहां की जलवायु मिट्टी और वहां पर घट रही सभी प्रकार की घटनाओं का गहनता पूर्ण अध्ययन करके यह निष्कर्ष निकालने पर लगे हुए हैं कि क्या वहां पर वाकई में पहले जीवन था या फिर अभी वहां पर जीवन किसी न किसी रूप में विद्यमान है इस पर लगातार खोजें की जा रही है इसके अलावा चांद पर भी कई प्रकार के यान भेजकर वैज्ञानिकों ने वहां की मिट्टी जलवायु  का अध्ययन करके वहां पर किसी भी प्रकार से पनपने वाले जीवो की खोज में लगातार  खोज किए जा रहे हैं।

इसी दिशा में वैज्ञानिकों  ने हाल ही में जब अपने टेलिस्कोप की दिशा को एक दिशा में मुंह मेंट करा रहे थे तभी उनको अजीबोगरीब सिग्नल मिलना शुरू हो गए जिससे कि उन्होंने उसी दिशा में अपने टेलिस्कोप के द्वारा लगातार 82 घंटे तक उन आ रहे रेडियो सिगनल को मॉनिटर किया जो कि इससे पहले हुई खोजों से बिल्कुल अलग थे। वैज्ञानिकों ने अपने इस पूरे मिशन 82 घंटों की पूरी रिसर्च में कुल 18 से 63 रेडियो सिगनल को अपने मशीन में कैप्चर किया और उन पर फिर लगातार खोजबीन चालू कर दी कि सिग्नल आखिरा कहां से रहे हैं और इन सिगनल में क्या वाकई में किसी दूसरे ग्रह द्वारा किसी एलियन द्वारा यह भेजे गए हैं या फिर यह किसी और वजह से यह धरती पर पहुंच रहे हैं इतना ही नहीं वैज्ञानिकों को तब ज्यादा हैरानी हुई जब इन सिग्नल नो की आवाज को मॉनिटर करके सुना गया तब इसमें उनको किसी एक खूंखार जानवर के द्वारा निकाली गई आवाज के जैसे यह मालूम हुआ और तभी से इस पर और ज्यादा गहरी रिसर्च चालू कर दी गई आपको बताते चलें कि चीन की सबसे बड़ी टेलीस्कोप मैग्नेटlर न्यूट्रॉन स्टार से आ रहे थे जिन्हें वैज्ञानिकों ने अपने एडवांस टेक्नोलॉजी की मशीनों से डिटेक्ट किया हैl

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