भारत के लक्ष्यदीप जैसे प्राकृतिक सौंदर्य से ओत-प्रोत  हैं भारत के  यह 7 प्रसिद्ध अजूबे द्वीप ! इन दर्शनीय पर्यटन स्थल के  बारे मेंआपने कभी भी नहीं देखा,और सुना होगा:-

भारत  के  7 प्रसिद्ध अजूबे द्वीप :-

भारत के लक्ष्यदीप जैसे प्राकृतिक सौंदर्य से ओत-प्रोत भारत के  इन  7 प्रसिद्ध अजूबे द्वीप को यदि आप विजिट करना चाहते हैं और यहाँ के  इन दर्शनीय पर्यटन स्थल के  बारे में सम्पूर्ण जानकारी पाना चाहते हैं तो आपको  यहाँ पर पुरी जानकारी देखने को मिलेगी, जिसके आधार पर आप इन द्वीप की सैर आसानी से कर सकते हैं |

यदि आप भी समुद्र के तटीय किनारो पर स्थित छोटे-छोटे दीपऔर समुद्र के साथ-साथ प्राकृतिकहरियालीऔर खुले नीले आसमान के साथ-साथ बेहतरीन कांच जैसे साफ पानी पर तैरती नाव पर बैठकर अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य को अपनी खुली आंखों से निहारना  चाहते हैं तो आप भी भारत में ही स्थित इन सात अबूझ पहे ली माने  जाने वाले  दीप पर जाकर अपने सपनों को साकार कर सकते हैं। जी हां हम बात कर रहे हैं हाल ही में चर्चा में आए लक्षद्वीप के आसपास स्थित प्रमुख सात द्वीप के  बारे में जहां पर आपको  खूबसूरत प्राकृतिक सौंदर्य से भरे स्वच्छ निर्मल जलऔर हरे  भरे ,नारियल के वृक्षों की श्रृंखला के साथ-साथ कई प्रकार कीअन्यव नस्पतियों से आच्छादित हरियाली जो कीआपके मन को समुद्र की हिलोरों के साथ-साथ बेहद ही सुकून भरी एहसास कराने के साथ-साथआपके अंतर्मन को भी प्रफुल्लित कर देती है और आपके मन को  किसी नए स्वर्ग जैसा अनुभव प्रदान कराते  है। 

 

लक्ष्यद्वीप की प्राकृतिक सुंदरता के साथ-साथ इसके आसपास पाए जाने वाले कई अन्य दीप भी पर्यटन को नया आयाम वर्तमान समय में दे रहे हैं, जिन्हें आपको एक बार जरूर देखना चाहिए यह छोटे-छोटे दीप  प्राकृतिक सौंदर्य और रोमांचक खेल के साथ-साथ पर्यटन के नक्शे पर वर्तमान समय में सभी को एक नया अनुभवप्रदान कर रहे हैं| वर्तमान समय में अपने भारत के कई दर्शनी प्रायद्वीपों को देखा और अनुभव किया होगा, लेकिन इन नए छोटे-छोटे दीप के बारे में शायद हीआपने कहीं पढ़ा और सुना होगा,आज हम आपको इन्हीं अपरिचित बेहद प्राकृतिक सौंदर्य से आच्छादित भारत के लक्ष्यदीप के आसपास ही पाए जाने वाले प्रायद्वीपों के बारे मेंआपको विस्तृत जानकारी दे रहे हैं जिसके आधार पर यदि आप इन दीपों की सैर करना चाहते हैं तो आप यहां पर सर्दी -गर्मी बरसात किसी भी मौसम में जाकर अपने जीवन कीन ई अनुभूतियांऔर प्राकृतिक सौंदर्य के बीच कभी न मिटने वाली यादों कोसमेट करअपने जीवन की सबसे बड़ी खुशी आप प्राप्त कर सकते  हैं।

 

कदमत द्वीप 

Kadmat dweep (island)

 

कदमत द्वीप लक्षद्वीप के सबसे सुंदर दीपों में से एक है, जिसे आप पहली बार देखेंगे तो आपकोयहस्वर्ग मेंस्थित किसी अप्रतिम  प्राकृतिक छटाजो कीसमुद्र कीहिलोर खाती हुई स्वच्छ निर्मल जल कीलहरों औरसामनेदूर-दूर तकप्राकृतिक नीली छत में बिखरा हुआअप्रतिम साअंदर्यके साथ-साथ यहां परपाए जाने वालेपाम के हरे भरे जंगल आपके मन कोमंत्रमुग्ध कर देते हैं।इस छोटेआज भी बहुत कम लोगों को जानकारी होने की वजह से यहां पर घूमने के लिए बेहद कम संख्या में लोगही आप आते हैंइसलिए यदि आप भीपर्यटन स्थलों में से किसी एक खास बीचपर जाने के लिएतैयारी बना रहे हैं तो आपइस द्वीप पर जाकरअपने सपनों कोसाकार कर सकते हैं।कदमत दीप की यदि सौंदर्यता और यहांकेप्रमुख पर्यटन स्थलों की बात करें तो यहां पर आपकोखूबसूरत लागूजो की आकर्षण का प्रमुख केंद्र है इसे आपदेखने को पाते हैं वहीरेतीले समुद्री तट पर टहलने औरपाम के हरे भरे जंगलोंके बीचसामने की तरफसमुद्र के जल के साथ-साथ खुला नीला आसमान देखने में आपको किसी स्वर्ग जैसा अनुभव करता है।

कदमत दीप की एक और विशेषता यहां परबेहद ही कांच जैसेनिर्मल स्वच्छ जल मैं आपकोतलहटी पर पड़ी हुई शंकर और शिवबिल्कुल साफ स्पष्ट आपदेख सकते हैं वहीयहां पर आपको कांच वाली नाव भी देखने को मिलती है जो की समुद्र की तटीयबेहद साफ प्राकृतिक जल परविचरण करने का बेहद ही रोचक औरआकर्षण का प्रमुख स्रोत विकल्प प्रदान करता है। यहां पर आपकोसीलिंग और कयाकिंग के साथ गहरे समुद्र मेंमछली का शिकार भी पर्यटन का प्रमुखविकल्प है जो कीआपको फिशिंग काएक अलग अनुभव प्रदान करता है।यदि आपकदमत द्वीप पर जाना चाहते हैं तो यहां पर जाने के लिए आपको अक्टूबर से अप्रैल की शुरुआती दिनों का मौसम बेहद अनुकूल माना जाता है वहीं यहां पर आपको खाने ठहरने की भी उचित व्यवस्था देखने को मिलती है।वहीं यदि आप भारत के किसी भी राज्य से यहां पर जाना चाहते हैं तो बाय ईयर के लिए यहां पर आ जाती एयरपोर्टलगभग 77 किलोमीटर की दूरी पर ही स्थित है जहां से आप इस प्रसिद्ध स्थान के लिए किसी भी साधन जैसेकर बाइक अथवा बस द्वारा आसानी से जा सकते हैं।

 

ओ म (ॐ) बीच:-

OM Island tourism all details

 

ओ म बीच  गोकर में रचा बसा बेहद ही प्राकृतिकसौंदर्य को समेटे हुएअपने आप मेंएक बेहद ही दर्शनीए दीप है जहां पर आप एक बार जाकर अद्भुत प्राकृतिक छठ को अपनी खुली आंखों सेनिहार सकते हैं,इस छोटे से द्वीप का आकार ओम के आकार का है जिसकी वजह से इस बीच का नाम ओम बीच पड़ा जहां पर जाकर आपको बेहद हीशांतिऔर सुकून भरा अनुभव प्राप्त होता है,वहीं यहां पर आप समुद्रके हरनीलपानी परवोटिंग का भी आनंद ले सकते हैं। ओम बीच पर आप यहां परस्वच्छ निर्मल समुद्र केहरे रंग के बेहद कांच जैसे सांप पानी परतैराकी करने के साथ-साथ समुद्र के रेतीले बालू परसुबह शाम की वॉकिंग भी कर सकते हैंवहीं यदि आपबेहद शांत वातावरण में, समुद्र कीधीमी धीमीकल कल लहरोंकी मधुर आवाज के बीचअपने आप कोतरोताजामहसूस कर पाते हैं।ओम बीच पर जाने के लिएआपको गोकर्ण जाना होगा जिसके लिए आपकोगोवा सेविमान सेवासे आसानी से जा सकते हैंजहां की दूरी150 किलोमीटरगोकर्ण के लिएहै जहां पर आप मंत्र15 से 20 मिनट मेंआसानी सेपहुंच सकते हैं वहीगोकर्णके सबसे पास का रेलवे स्टेशनअंकोला है जहां पर आप बाय ट्रेन भीआसानी से जा सकते हैं| 

 

माजुली द्वीप-

Majali Beach dweep (Island)

 

असम राज्य के जोरहाट शहर से20 किलोमीटर और गुवाहाटी से 347 किलोमीटर दूर स्थित माजुली दीप बेहद ही साफ सुथरी हवाताजे पानीऔरहरियाली सेपरिपूर्णद्वीप है जहां पर आपको गहरी चटक हरे रंग का निर्मल स्वच्छ जलऔर समुद्रके खुले नीले आसमान के साथ-साथ प्राकृतिक छठ का एक अप्रतिम सौंदर्य देखने को मिलता है। माजुली द्वीप विशाल ब्रह्मपुत्र नदी परबसा हुआ है जो कि विश्व के सबसे बड़े नदी द्वीप की उपाधिको सहज समेटे हुए हैं। यहां पर आपको असमकी सांस्कृतिक सभ्यताकी पुरानी आदिवासीझलक देखने को मिलती है। प्रसिद्ध है यही वजह है कि इसअसम की सांस्कृतिक राजधानीभी यहां के लोगइसे कहते हैं।यहां पर जाने के लिएआपको जोरहाट तक रेल और वायु सेवा दोनोंउपलब्ध है जिसके लिए आप भारत के विभिन्न विभिन्न राज्यों से आसानी सेअसम पहुंचकरइसमाजुली दीपतक पहुंच सकते हैंपूर्णविराम

 

 

पम्बन द्वीप-

Pamban Island visit place

 

पंबन द्वीपरामेश्वरमसे बिल्कुल ही पास में ही पड़ता है इसलिए यदि आप रामेश्वरम जा रहे हैं तो एक बार आप पंबन द्वीपजरूर जाएं क्योंकि यहां कीअद्भुत प्राकृतिक सौंदर्यता जिसमें खुले नीले आसमानऔर समुद्र कीहिलोरखाती हुई लहरोंको आप अपनी खुली आंखों से देख सकते हैं वही समुद्र तटीयकिनारो पर आपकोनारियलकेसदाबहार वृक्ष एक पंक्ति में सुंदरहरियाली छटा बिखेर हुए धरती पानी और आकाश की समन्वय को साकार करती हैं।यहां से आपधनुष्कोड़ीभी जा सकते हैं जहां आपकोआज से हजारों साल पहलेभगवान रामकी वानर सी द्वारा बनाया गया अद्भुतपल के कुछ अंश भी आप अपनी खुली आंखों से देख सकते हैं।

 

दीवर  द्वीप 

Deevar Island visit Place for Tourist all details

 

दीवर  द्वीप  समुद्र टाटी दीपों से बिल्कुलअलगदीप है जो कि आपको गोवा में मांडवी नदी पर बने दीवार द्वीप कीअनूठी झलक आपको दिखलाता है जहां पर आपकोप्राचीन मंदिर और चर्च के साथ-साथ धान केसीढ़ी नुमाखेत और सर पीले रास्ते आपको स्वप्न लोक की स्वर्ग की सीढ़ीजैसा अनुभवकरते हैं।यदि आपवर्तमान समय की भाग दौड़ भरीजिंदगी में कुछ आत्मिक शांति चाहते हैं और आध्यात्मिक शांति का अनुभव करना चाहते हैं तो यह स्थान आपके लिए बेहद हीउचितहो सकता है। यहां पर जाने के लिए आपको सितंबर से लेकर मार्च तक के बीचका महीना बेहद हीसही माना गया है क्योंकि यहां परसर्दी ना के बराबर पड़ती है।यहां पर जाने के लिए आपकोगोवा के डाबोलिम एयरपोर्ट पर जानापड़ेगा जहां सेदीवार की दूरी 36 किलोमीटर हैयहां पर आपचारों बोली रेलवे स्टेशनबिल्कुल पास का रेलवे स्टेशन है जहां से दीवार की दूरी मात्र 6 किलोमीटरहै।

 

स्वराज द्वीप 

Swaraj Island for paragliding, swiming Tourist place

यदि आप कभी अंडमान निकोबार दीप समूह नहीं गए हैं तो यहां पर जाने और यहां की बेहतरीन मूंगी की चट्टानों यानी कोरल रीफको देखनेका आपका अनुभवबेहद ही अलग हो सकता है। अंडमान निकोबार के स्वराज दीप को इससे पहले डायलॉग दीप के नाम से जाना जाता थायहां के लागूबेहद प्रसिद्ध हैंवहीं जिन लोगों को लागू के बारे में नहीं पता उनके लिए बताते चले कि लागू समुद्री किनारे पर बनी हुईउन उठा ले जल क्षेत्रको कहा जाता है जहां पर जल और भूमिदोनों एक साथ मिलते हैं जिस पर आप आसानी से खड़े होकर अपने पैर के आधे तवे को पानी में भीगा हुआ और और आधे तलवे के हिस्से को जमीन के ऊपरपाते हैं।स्वराजदीपपर जाते ही आपकोजेट स्कीम जो की एक प्रकार की मोटर युक्त ना होती हैं इनका आप भरपूर लुफ्त उठा सकते हैंयहां पर जाने के लिए आपको अक्टूबर से फरवरी के बीच का मौसम बेहद ही अनुकूल माना जाता है यहां पर रहनेखानेकी भी उचित व्यवस्था है जिसके लिए आपको होटल रेस्टोरेंट सब कुछ यहां पर देखने को मिलता है । वहीं यदि आप स्वराजदीप जाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको विवाह विमान सेवा अंडमान निकोबार के बीच सावरकर एयरपोर्ट से मिलती हैजहां से जल मार्ग से पोर्ट ब्लेयर की दूरी 75 किलोमीटर है 

 

दीव द्वीप :-

Deev Island Tourist place
Div Island Tourist Place

 

गुजरात के समुद्रीतटीयकिनारो पर स्थित  बेहद ही दीव द्वीप चर्चित पर्यटन स्थल है जहां पर आप जाकर अपनी, भारतीय सभ्यता संस्कृति की पुरानीऔपनिवेशिक काल की स्थापत्य कलाकी याद को तरोताजा कर सकते हैं जहां पर आपकोअंग्रेजों द्वारा बनाए गए पुराने किले चर्च और पुराने बंगले प्रमुख आकर्षण का केंद्र है। यहां पर आपको देव संग्रहालयभी देखने को मिलता है। इसके साथ-साथ यहां पर आपकोचूना पत्थर वाली चट्टानों के बीच से सूर्योदय और आप सूर्यास्तका अपने जीवन में कभी ना भूल पाने वाला बेहददर्शनीय दृश्य देखने को पाते हैं।यहां पर आपको कई तरह की लजीज व्यंजनजो की पुर्तगाली व्यंजनों के के आधार परबनाए जाते हैं आज भी उनकी महक और स्वाद आपको चखने को मिल जाता है।

गुजरात राज्य से सटा हुआ यह देवद्वीपअपने आप में पर्यटन के कई बेहतरीनखूबियां को संजोए हुए हैं जहां पर आप एक बार जाकर यहां की खूबसूरती और यहां परबेहतरीन हवा के साथ-साथ समुद्र केविशाललहरों के बीचसुनहरे सूर्योदय और सुनहरे सूर्यास्त की प्रमुखदुर्लभ दृश्य को देख सकते हैं।यहां पर जानने के लिए आपको अक्टूबर से लेकर फरवरी तक का मौसम बेहद ही अनुकूल और बेहतर होता है।यहां पर रहने ठहरनेखाने-पीनेके लिए आपको होटल के साथ-साथकईगुजरातीमॉडल पर आधारित भोजनालय देखने को मिलते हैं जो की गुजराती थाली कालजीज अनुभव आपको प्रदान करते हैं वहींयहां पर जाने के लिए आपको सबसे पास का हवाई अड्डा देव है जो कि मुंबई सेयहां के लिए आपको उड़नेमिल जाती हैं वहीं आपको इसके पास का सबसे बड़ा हवाई अड्डा सूरत हवाई अड्डा है जो कीयहां से लगभग 188 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।यहां पर जाने के लिए आप कब टैक्सीटूरिस्ट बस के साथ-साथ अन्यवैकल्पिक पर्यटन साधनों से आसानी से जा सकते हैं।

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