भारत 2 सितंबर को लांच करेगा आदित्य L1 सूर्य मिशन 2023:-

भारत 2 सितंबर को लांच करेगा आदित्य L1 सूर्य मिशन 2023:-

 

भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो द्वारा आखिरकार सूर्य मिशन लांचिंग की डेट को फिक्स कर दिया गया है, और यह सूर्य मिशन आदित्य एल 1 की लॉन्चिंग अब भारत अंतरिक्ष एजेंसी इसरो  ISRO (Indian Space Research Organisation) द्वारा 2 सितंबर दिन शनिवार को किया जाएगा। यदि बात करें सूर्य मिशन पर किए जाने वाले अध्ययन की तो इससे पहले अमेरिका, चीन जैसे देशों ने सूर्य के गहन अध्ययन और सूर्य पर चलने वाले तूफानों और उनसे निकलने वाली विकिरण करने का अध्ययन करने के लिए पहले ही मिशन लॉन्च किया जा चुके हैं, लेकिन यदि बात करें भारत की तो हाल ही में चंद्रयान 3 की सफलता के बाद भारत की तरफ से सूर्य पर उठ रहे तूफान और वहां से आने वाली विकिरण करने वातावरण तापमान का गहन अध्ययन करने के लिए आधुनिक हाईटेक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके भारत, सूर्य से जुड़ी कई अहम जानकारियां हासिल करने जा रहा है जो की आने वाले समय में यदि मिशन सफल रहता है तो यह मानो सभ्यता के साथ-साथ ब्रह्मांड की खगोलीय घटनाओं से होने वाले कई प्रकार के परिवर्तन से बड़ा पर्दा उठाने जा रहा है।

128 दिन में L1 पॉइंट पर पहुंचेगा भारत का आदित्य L1 अंतरिक्ष यान:-

 

भारत का आदित्य L1 सूर्य मिशन यान धरती से लगभग 15 लाख किलोमीटर का सफर करके 128 दिनों में पृथ्वी और सूरज के बीच मौजूद समान गुरुत्वाकर्षण वाले L1 पॉइंट पर पहुंचेगा। इतना ही नहीं भारत का आदित्य एल्बम सूर्य मिशन यानी यहां पर पहुंचकर सूर्य पर आने वाली महा तूफान और सूरज के अंदर होने वाले बदलाव और वहां से पृथ्वी तक आने वाली विकिरण करने का गहन अध्ययन करके कई अहम जानकारी इकट्ठा करेगा जो मानवीय सभ्यता के साथ-साथ ब्रह्मांड की खगोलीय घटनाओं और सूरज में आने वाले समय में अन्य प्रकार के परिवर्तन, के बारे में सटीक जानकारी हासिल करेगा जिससे कि सूर्य के बारे में अधिक से अधिक जानकारी जुटा जा सके और भविष्य में आने वाले शोर्य तूफानों से लेकर पृथ्वी के वातावरण में हो रहे बदलाव और कई अन्य जटिल समस्याओं को आसानी से समझा जा सकेगा और सूर्य पर उत्पन्न होने वाले महाप्रलय करी तूफानों के आने से पहले का अनुमान भी लगाया जा सकेगा।

 

सूर्य से 14 करोड़ 50 हजार किलोमीटर दूर से करेगा अध्ययन

 

भारत का आदित्य L1 सूर्य मिशन पृथ्वी से लगभग 15 लाख किलोमीटर की दूरी L1 पॉइंट पर जाकर अपने आप को पूरी तरह से स्थिर कर लेगा और इस एल्बम पॉइंट जहां पर गुरुत्वाकर्षण पृथ्वी और सूर्य के बीच का समानांतर होता है यहां पर मौजूद होकर सूर्य के बारे में सटीक और गहनता से जानकारी इकट्ठा करना शुरू कर देगा। वहीं यदि बात करें भारत का आदित्य एल 1 मिशन सूर्य से 14 करोड़ 50000 किलोमीटर की दूरी से इस सूर्यन में लगे सटीक कैमरा और इसमें लगे सेंसर के द्वारा सूर्य के बारे में जानकारी इकट्ठा करेगा जो की आने वाले समय में सूर्य पर उठने वाले तूफानों वहां पर तापमान में हो रहे बदलाव, और विकिरण करने का सटीकता और बारीकी के साथ अध्ययन करके कई अबूझ पहेलियां को सुलझाकर  आने वाले समय में कई अबूझ पहेलियां से पर्दा उठाने वाला है।

 

L1 पॉइंट से सूर्य पर 24 घंटे सातों दिन नजर रखी जाएगी:-

 

भारत के सूर्य मिशन आदित्य L1 पॉइंट से सूर्य पर 24 घंटे सातों दिन इस यह में लगे हुए सेंसर कैमरन और इसमें लगे उपकरणों के द्वारा सूरज की निगरानी रखी जाएगी जिसमें सूरज पर होने वाले कई बदलाव और वहां के शौर्य तूफानों, विकिरण खतरनाक किरणें के बारे में जानकारी जुटाना के साथ-साथ पृथ्वी पर सूर्य के इन तूफानों और वहां से आने वाली खतरनाक करने से क्या-क्या बदलाव और परिवर्तन होते हैं और आने वाले समय में कौन-कौन सी खतरनाक परिस्थितियां उत्पन्न हो सकती है इसके बारे में यह भारत का आदित्य L1 सूर्य मिशन गहनता और सटीकता के साथ अध्ययन करेगा जो आने वाले समय में मानव कल्याण और खगोलीय घटनाओं के बारे में जानकारी का एक प्रमुख स्रोत होगा जिससे कि सूर्य के बारे में कई बड़े राज खुलने वाले हैं। 

 

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