वंदे भारत एक्सप्रेस  सुपरफास्ट ट्रेन 2 दिनों में 2 बार हुई दुर्घटना का शिकार, क्या है पूरी वजह आओ जानते हैं: –

मुंबई से चलकर गुजरात के लिए रवाना हुई वंदे भारत एक्सप्रेस गांधीनगर तक के सफर में बीच में ही दुर्घटनाग्रस्त हो गई और गलीमत यह रही कि किसी बड़े हादसे का शिकार होने से लोग बाल-बाल बच गए। ट्रेन बादपा और मणिनगर स्टेशन के बीच भैसों के बड़े झुंड के ट्रैक पर आ जाने से उनसे टकरा गई जिससे कि बंदे भारत Expres ट्रेन के सामने के इंजन के कुछ पार्ट्स की बॉडी टूट कर अलग हो गई और इस टक्कर की वजह से 2 भैंस की मौके पर ही मौत हो गई और एक गंभीर रूप से घायल हो गई। रेलवे के प्रवक्ता के अनुसार दी गई जानकारी के आधार पर बताया गया कि यह ट्रेन मुंबई से चलकर गुजरात के लिए रवाना हुई थी जो कि आज दिनांक 6 अक्टूबर 2022 को 11:15 मिनट पर अचानक भैंसों के  झुण्ड आ जाने की वजह से यह उन से टकरा गई जिससे कि ट्रेन के सामने वाले हिस्से का कुछ पार्ट्स टूट गया इस हादसे में दो भैंसों की मौत भी हो गई , जानवरों के अवशेषों को हटाने के ठीक 8 मिनट बाद इस ट्रेन को दोबारा से ठीक कर के गांधीनगर के लिए रवाना कर दिया गया और यह अपने ठीक समय पर गांधीनगर स्टेशन पहुंच गई।जो कि काफी कुछ आने वाले समय में यात्रा को लेकर कई कड़े सवाल खड़े कर रहे हैं क्योंकि यह सिर्फ कोई सामान्य बात नहीं है क्योंकि बड़े ट्रकों पर अक्सर देखा जाता है कि आज भी सुरक्षा के इतने पुख्ता इंतजाम नहीं होते हैं और अक्सर रेलवे ट्रैक के आसपास बसे हुए ग्राम में ग्राम ग्रामीणों द्वारा पालतू जानवरों के ट्रैक पर आ जाने से इस तरह किसी गंभीर घटना आने वाले समय में हो सकती है इस पर सरकार को जरूर विचार विमर्श करना चाहिए कि आने वाले समय में गंभीर दुर्घटनाओं से बचा जा सके।

रेलवे के अधिकारियों द्वारा इस विषय पर जानकारी दी गई है कि रेलवे ट्रैक के आसपास के गांव के लोगों को समझाया जा रहा है कि रेलवे के आसपास अपने पालतू पशुओं को ना आने दें इसके साथ साथ हैं रेलवे ट्रैक की देखरेख करने वाले कर्मचारियों को भी कड़े दिशा निर्देश दिए गए हैं कि वह रेलवे ट्रैक को पूरी तरह सुरक्षित और गतिमान बनाए रखने के लिए उस पर पूरी नजर रखें जिससे कि आने वाले समय में  किसी बड़ी दुर्घटना से बचा जा सके।

बंदे भारत एक्सप्रेस अगले दिन गाय की चपेट में आने से दुर्घटनाग्रस्त हो गई :-

वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का उद्घाटन माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा 30 सितंबर 2022 को किया गया था। अभी एक हफ्ते भी नहीं बीते हैं लेकिन वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन गुरुवार के दिन दिनांक 6अक्टूबर 2022 को भैंसों की झुंड के रेलवे ट्रैक पर आ जाने की वजह से दुर्घटनाग्रस्त हो गई लेकिन गनीमत यह रही कि ट्रेन में बैठे लोगों को किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत या परेशानी नहीं हुई क्योंकि ट्रेन को ठीक समय पर कंट्रोल करके किसी बड़े हादसे की शिकार से बचाया गया। अभी एक दिन बीते ही नहीं थी कि 7 अक्टूबर 2022 शुक्रवार के दिन एक गाय के रेलवे ट्रैक पर आ जाने से ट्रेन गाय से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई लेकिन इसमें भी गनीमत यह रही कि ट्रेन किसी बड़े हादसे का शिकार होने से बाल-बाल बच गई। ट्रेन के अगले बॉडी के हिस्से में कुछ छोटी मोटी कमियां है जिसको तुरंत ठीक करके गाड़ी को अपने गंतव्य स्टेशन के लिए रवाना कर दिया गया। लेकिन यहां पर ध्यान देने वाली बात यह है कि आखिर अभी एक भी हफ्ते वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को पूरे नहीं हुए हैं और लगातार दूसरे दिन वह रेलवे ट्रैक पर इस तरह के हादसों का शिकार हो रही हैl इस पर सरकार को कड़ी कार्यवाही करते हुए रेलवे अधिकारियों के साथ-साथ जन सहभागिता को भी ऐसे हादसों से बचने के लिए बहुत कुछ करने के लिए ऐसी घटनाएं सबक सिखाने के लिए बहुत कुछ बयां कर रही है जिसको आने वाले समय में जल्द से जल्द ठीक कर के बंदे भारत एक्सप्रेस जैसी सुपरफास्ट 🚆 ट्रेन को भारत में संचालित करने में पूरी तरह काम करना होगा, यदि ऐसा नहीं हो पाता है तो भारत में ना सिर्फ वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के संचालन पर असर पड़ेगा बल्कि आने वाले समय में हाई स्पीड ट्रेनों के संचालन और बुलेट ट्रेन जैसी योजनाएं इसकी चपेट में आकर देश में अपनी हाई स्पीड को कैसे पा सकेंगी यह जरूर देखने वाली बात होगी।

सरकार और रेल प्रशासन को ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए करने होंगी कुछ बड़े काम और बदलाव: –

वंदे भारत सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन का उद्घाटन नरेंद्र मोदी जी के द्वारा 30 सितंबर 2022 को गुजरात से इसका उद्घाटन कर दिया गया है लेकिन अभी हाल में ही घटी दो बड़ी घटनाओं ने सरकार और रेलवे प्रशासन को इनके आगे आने वाले समय में कुछ गंभीर समस्याओं और उनको पूरी तरह से ठीक करने के लिए अभी से आए ना दिखाना शुरू कर दिया गया है। यदि सरकार को और रेलवे प्रशासन को इस तरह की सुपरफास्ट ट्रेन को भारत जैसे देश में पूरी तरह से संचालित करना है और इसको आने वाले भविष्य में भी गतिमान रूप देने में पूरी तरह सक्षम बनाना है तो इसके लिए सरकार और रेल प्रशासन को न सिर्फ इस तरह के हो रहे हादसों से सबक लेकर छोटी से छोटी बिंदुओं पर ध्यान देकर उन कमियों को दूर करना होगा बल्कि जन सहभागिता और देश के लोगों को भी जागरूक करके इस तरह के होने वाले किसी भी प्रकार के हादसों से आने वाले समय में कैसे बचा जा सकता है और इसके लिए क्या क्या सरल उपाय की जा सकते हैं उन सभी बिंदुओं पर अमल ही नहीं लाना होगा बल्कि पूरी तरह से काम करना होगा जिससे कि आने वाले समय में इस तरह की हादसों से बचा जा सके और भारत जो सपना बुलेट ट्रेन लाने की देख रहा है वह आने वाले समय में यदि इस तरह की कमियों को सरकार और प्रशासन रुकने में सफल रहती है तो बुलेट ट्रेन जैसी बड़ी परियोजनाओं को सफल बनाने से कोई नहीं रोक सकता ,और यदि ऐसा नहीं हो पाता तो आने वाले समय में इस प्रकार की हाई स्पीड बुलेट ट्रेन पर कहीं ना कहीं कई सारे सवाल खड़े होते जाएंगे और यह  बड़े प्रोजेक्ट अपनी सफलता को प्राप्त नहीं कर पाएंगे।

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