विश्व का सबसे बड़ा आम! एक बार देखेंगे तो दिमाग चकरा जाएगा:-

विश्व का सबसे बड़ा आम! एक बार देखेंगे तो दिमाग चकरा जाएगा:-विश्व भर में आम की कई किस्में होती हैं और इसमें कई प्रकार के आम पाए जाते हैं जो कि देखने में कुछ तो छोटे आकार के होते हैं और कुछ सबसे बड़े आकार के होते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि विश्व का सबसे बड़े आम का साइज और इसका वजन कितना होता है? यदि नहीं तो आज आपको जानकर आश्चर्य होगा कि क्या इतने बड़े साइज का आम भी हो सकता है जिसके मात्र एक फल को पूरा एक परिवार खाकर अपना पेट भर सकता है।

जी हां हम बात कर रहे हैं भारत के ही मध्यप्रदेश राज्य में पाए जाने वाले अब तक के सबसे बड़े आम की इसका नाम नूरजहां आम है। नूरजहां आम की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह लंबाई में ज्यादा बढ़ता है और इसके साथ-साथ इसका कलर पकने पर भी हल्के हरे पीले रंग का ही होता है यह आम का फल पूरी तरह से अन्य आम की तरह पीला नहीं होता है। इसके पीछे की  वजह इस आम में पाए जाने वाले ज्यादा मात्रा में कैल्शियम फास्फोरस जैसे तत्वों की अधिकता की वजह से इसका रंग पत्नी पर भी हरा ही रहता है।

 

भारत में  ही है मौजूद विश्व का सबसे बड़ा आम:-

 

यदि बात करें नूरजहां आम की तो इसका सबसे पहले उत्पादन अफगानिस्तान में किया गया था लेकिन भारत के एक किसान जो कि मध्य प्रदेश राज्य के  अलिराज पुर   के कट्ठीवाड़ा में रहते हैं उन्होंने इस विश्व के सबसे बड़े आम को सबसे पहले  उग|या था। विश्व के सबसे बड़े इस आम की एक दिलचस्प कहानी भी है जिसमें अफगानिस्तान से लेकर भारत में आने तक के सफर की कहानी को किसान ने बखूबी अपने शब्दों में इसे बयां किया है।

हुआ यूं कि एक बार मध्यप्रदेश के अलीराजपुर के कट्ठीवाड़ा में रहने वाले एक किसान जोकि अफगानिस्तान घूमने गए थे वहां पर उन्होंने एक बड़े आकार का आम देखा वह आम के बहुत शौकीन थे और उन्होंने जब इस आम के बारे में पूछा तो उन्हें पता चला कि यह विश्व का सबसे बड़ा आम है , उन्होंने उस आम के मालिक से एक आम खरीद लिया और वह उसको भारत लेकर आ गए उन्होंने अपने यहां बगीचे में इस आम के बीज को लगा दिया धीरे-धीरे यह बीज पौधे  के रूप में उत्पन्न हुआ तो इस किसान की खुशी का ठिकाना नहीं रहा वह दिन प्रतिदिन लगातार इस आम की पौधे की देखभाल करने लगे और धीरे-धीरे यह पौधा आम के बड़े वृक्ष के रूप में बढ़ता चला गया  और 4 से 5 साल के अंतराल के बाद जब इस आम के पेड़ पर पहला फल लगा तो उसके बढ़ते आकार और साइज को देखकर किसान दंग रह गया क्योंकि इस आम का साइज और आकार भी उतना ही बड़ा था जितना कि इसका आकार और साइज पहले था लेकिन कुछ और समय बीतने पर इस आम का आकार और अधिक बड़ा हो गया।

जिसके बाद इस किसान ने इस खास किस्म नूरजहां आम का वजन करने के लिए उत्साहित हुआ वह देखना चाहते थे कि आखिर यह आम का वजन कितना है लेकिन जब उन्होंने इसको टोला तो उनकी आंखें फटी की फटी रह गई, तराजू में रखा हुआ था 4 किलो का बाट और इस 4 किलो के वजन तोलने वाले बांट  को भी मात दे रहा था यह विश्व का सबसे बड़ा नूरजहां आम। फिर क्या था उन्होंने इस आम को आम के बड़े खरीददार व्यापारियों के साथ इसकी खूबियों और इसके बड़े साइज के चलते उन्होंने इसे ऊंचे दामों में बेचना भी चालू कर दिया लेकिन पहले जब उन्होंने इस आम को बेचा तब उन्हें इस आम के मात्र ₹2000 मिले थे लेकिन जैसे-जैसे इस आम की खूबियों और इसके बड़े साइज आकार की वजह से यह देखने में भी बेहद आकर्षक होने की वजह नूरजहां आम की कीमत बढ़ती गई और वर्तमान समय में यह आम ढाई हजार रुपे से लेकर 3000 रुपए ट्रक की कीमत में एक आम बिकता है

विश्व के सबसे बड़े आम नूरजहां का वजन और इसकी लंबाई:-

नूरजहां आम विश्व का सबसे बड़ा आम ऐसे ही नहीं बन गया। इसकी पहली झलक में इसको आप देखने पर अपनी आंखों पर यकीन नहीं कर पाएंगे। एक तरफ  यदि आप आम के 10 पीस रखेंगे और दूसरी तरफ अकेले इस नूरजहां आम को आप रख देंगे तो दोनों का वजन बराबर निकलेगा और कई मायनों में तो यह दशा मुकेश को भी बड़े अंतर के साथ वजन में मात दे देता है।

जी हां इस नूरजहां आम का वजन है ही इतना ज्यादा की जहां एक तरफ 10 आमों का वजन 4 किलो के आसपास तक नहीं पहुंच पाता है वही यह अकेला नूरजहां आम 4 किलो से लेकर सवा 4 किलो के आसपास तक मात्र एक आम की वजन होने की वजह से यह विश्व का सबसे बड़ा और विश्व का सबसे भारी आम माना जाता है। यदि बात करें इस आम की लंबाई की तो यह आम एक सामान्य आम की तुलना में लगभग 4 गुना ज्यादा लंबा होता है जी हां इस आम की लंबाई लगभग 1 फीट से लेकर सवा फीट के आसपास तक हो सकती है।

 

वहीं यदि बात करें आम की दूसरी खासियत की तो यह  पूरी तरह से पक जाने पर भी  हरे रंग का ही रहता है जिसका छिलका उतारने पर इसके अंदर का भाग पूरी तरह से पका हुआ पीले रंग का होता है यह भी एक आम की एक अलग खासियत है। वहीं यदि बात करें इस आम की गुठली की तो यह बेहद छोटी होती है और इसमें पाया जाने वाला आम का 90% भाग पूरी तरह से खाने योग्य होता है  जिसके मात्र एक आम का स्वाद पूरा परिवार आसानी से  ले सकता है।

 

भारतीयआम किसानों की सबसे पहली पसंद है यह आम:-

भारत में वैसे तो कई प्रकार के आम पाए जाते हैं जैसे कि- लंगड़ा, दशहरी,  मल्हावादी ,चौसा, मियाजाकी , सफेदा, लेकिन इन सब में  भारतीय आम किसानों की सबसे पहली पसंद नूरजहां आम ही है क्योंकि यदि बात करें आम की पैदावार की तो यह मई-जून के मौसम से लेकर अगस्त सितंबर तक के मौसम तक आसानी से  इसकी पैदावार होती है जो कि अन्य आबू की कई किस्में खत्म होने पर भी मार्केट में यह अपनी धूम मचाता रहता है और अपने लजीज स्वाद और अपने बड़े आकार और बेहद आकर्षक लुक के चलते यह सबसे बड़ी मात्रा में दिखता भी है। इसलिए नूरजहां आम भारतीय आम किसानों की सबसे पहली पसंद अब बन गया है।

 

 

 

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