सीबीएसई CBSE Board ओपन बुक Open Book एग्जाम क्या है ? ओपन बुक एग्जाम के बेनिफिट्स/ फायदे:-

सीबीएसई CBSE Board Open Book एग्जाम क्या है ?

 

आखिर सीबीएसई CBSE Board ओपन बुक एग्जाम क्या होता है, अक्सर कर छात्र-छात्राओं के मन में यह प्रश्न हमेशा चलता रहता है तो यहां पर आपको बताते चलें कि ओपन बुक परीक्षा का कॉन्सेप्ट ही ओपन बुक एग्जाम (  open book exam) है जिसमें हाल ही में सीबीएसई बोर्ड की तरफ से कक्षा (नौवीं) 9 और कक्षा 12वीं क्लास के विद्यार्थियों को परीक्षा के समय निर्धारित चयनित प्रश्न पत्र को सॉल्व करने के लिए यानी एक ऐसी परीक्षा जिसमें छात्रों को परीक्षा के दौरान अपने नोटिस कॉपी किताब और आवश्यक सामग्री ले जाने की पूरी छूट दी जाती है, इतना ही नहीं छात्र-छात्राओं को सिर्फ संबंधित प्रश्न पत्र के नोट्स कॉपी किताब के अलावा सवालों के जवाब किताब और नोट्स से ढूंढ कर लिखने की पूरी छूट आजादी सीबीएसई बोर्ड की तरफ से दी जाती है जिससे कि छात्र-छात्राओं को परीक्षा के दबाव से निकाला जा सके।

 

ओपन बुक एग्जाम क्लोज्ड बुक एग्जाम से भी ज्यादा मेहनत छात्र-छात्राओं को करनी पड़ती है:-

 

ओपन बुक एग्जाम और क्लोज्ड बुक एग्जाम में अंतर :- 

 

यदि जो छात्र-छात्राएं पढ़ने में कमजोर है और हमेशा सीबीएसई बोर्ड एग्जाम से ठीक पहले  पर्ची या फिर नकल की सामग्री इकट्ठा करने में जुटे रहते हैं उन्हें ओपन बुक एग्जाम से भारी और नकल की पर्चियां बनाने से आजादी तो मिल जाएगी लेकिन यहां पर ओपन बुक एग्जाम/ क्लोज्ड बुक एग्जाम से भी ज्यादा कठिन होने वाले हैं ,क्योंकि जहां एक तरफ क्लोज्ड बुक ClosedBook एग्जाम में छात्र-छात्राओं को किताब से हूं- बहू जवाब लिखने पर ज्यादा नंबर आने की संभावना रहती है और 

 

छात्र-छात्राएं परीक्षा के समय प्रश्नों के उत्तर याद करके उन्हें अपने तरीके से लिखकर अच्छे नंबर प्राप्त कर पाते थे तो वहीं दूसरी तरफ ओपन बुक एग्जाम में किताब से सिर्फ आइडिया लेकर अपनी भाषा में जवाब लिखने की छूट सीबीएसई बोर्ड एग्जाम में दिया जाएगा जिससे कि छात्र-छात्राओं की दिमागी कौशल के साथ-साथ उनका आईक्यू लेवल और सोचने समझने और निर्णय लेने की क्षमता के साथ-साथ उन सभी तथ्यों का आकलन किया जाएगा, इतना ही नहीं ओपन बुक एग्जाम में छात्रों की थिंकिंग स्किल, एनालिसिस, प्रोबलम सॉल्विंग, एबिलिटी क्रिएटिव थिंकिंग के साथ-साथ प्रेक्टिकल नॉलेज जैसी क्षमताओं का बारीकी से आकलन किया जाएगा, जिससे कि छात्र-छात्राओं का भविष्य आगे चलकर और भी ज्यादा बेहतर बन सके और वह किसी भी कॉम्पिटेटिव एक्जाम में और भी ज्यादा बेहतर तरीके से सफलता पा सके।

 

वही सीबीएसई CBSE बोर्ड की तरफ से यह भी कहा गया है कि ओपन बुक एग्जाम में छात्र-छात्राओं को एग्जाम पेपर से संबंधित बुक्स नोट्स ले जाने की छूट तो होगी लेकिन यदि छात्र-छात्राएं प्रश्न पत्र में पूछे गए प्रश्नों के उत्तर बुक्स से जो कटु यदि लिखते हैं तो इससे छात्रों को कोई भी नंबर नहीं मिलेगा वही जो छात्र-छात्राएं अपनी बुद्धि का इस्तेमाल करके प्रश्नों के उत्तर अपनी दिमाग से बनाकर लिखेंगे उन्हें ही उन प्रश्नों के उत्तर के मार्क्स दिए जाएंगे जिसके आधार पर छात्र-छात्राएं इस ओपन बुक परीक्षा में उत्तीर्ण पास हो पाएंगे। वही जो छात्र-छात्राएं ऐसा नहीं कर पाएंगे वह परीक्षा में पास नहीं किए जाएंगे यह सीबीएसई बोर्ड की तरफ से साफ-साफ स्पष्टीकरण दे दिया गया है। 

CBSE Open book Exam

सीबीएसई करवाएगी ओपन बुक एग्जाम कक्षा 9वी और 12वीं क्लास के छात्रों के लिए बड़ी खुशखबरी:-

 

नवंबर 2024 में ओपन एग्जाम का ट्रायल सीबीएसई बोर्ड करेगा, जिसमें कक्षा नौवीं और दसवीं के तीन सब्जेक्ट यानी अंग्रेजी गणित और विज्ञान और इसके साथ-साथ ग्यारहवीं और 12वीं क्लास के तीन सब्जेक्ट अंग्रेजी गणित और जीव विज्ञान सब्जेक्ट के लिए ओपन बुक एग्जाम कराए जाएंगे।

 

सीबीएसई बोर्ड की तरफ से ओपन बुक एग्जाम छात्र-छात्राओं का स्ट्रेस /तनाव और परीक्षा के बोझ को कम करने के लिए लॉन्च की गई नई परीक्षा तकनीक है जिसके आधार पर छात्र-छात्राओं के माइंडसेट और उनके थॉट्स और उनके एबिलिटी दिमागी पावर और निर्णय लेने की सटीक क्षमताओं का आकलन करने के लिए इस तरह की नई शिक्षा नीति को लाने का प्रयास किया जा रहा है, दिल्ली यूनिवर्सिटी के पंकज अरोड़ा जो की डीन डिपार्मेंट आफ एजुकेशन(दिल्ली यूनिवर्सिटी) के शिक्षक रहे हैं उन्होंने ओपन बुक एग्जाम के संबंध में पूछे गए कुछ महत्वपूर्ण प्रश्नों का उत्तर देते हुए सीबीएसई ओपन बोर्ड एग्जाम के कुछ बारीक पहलुओं को बताया,

उन्होंने साफ स्पष्ट कहा कि ओपन बुक एग्जाम से छात्र-छात्राओं में तनाव या फिर परीक्षा को लेकर जो पहले से डिप्रेशन बना रहता था उससे विद्यार्थियों छात्र-छात्राओं को आजादी मिलेगी वहीं ओपन बुक एग्जाम क्लोज्ड बुक एग्जाम से आसान नहीं होने वाले हैं जिसमें छात्र-छात्राओं को किसी प्रश्न का उत्तर देने के लिए बुक्स को ओपन करके वह उसे प्रश्न का उत्तर तो अपनी उत्तर पुस्तिका में लिख सकते हैं लेकिन इसके साथ-साथ शर्तें यह भी है कि छात्र-छात्राएं उसे प्रश्न का उत्तर अपने विचार विमर्श अपनी बुद्धि की क्षमताओं के आधार पर उसका सही मूल्यांकन करके इसका सटीक उत्तर कम से कम शब्दों में देने की कोशिश करेंगे उन्हीं को उसके आधार पर नंबर दिए जाएंगे वहीं जो विद्यार्थी छात्र-छात्राएं सिर्फ किताब से यदि प्रश्न का उत्तर बिना किसी आकलन और अपनी बुद्धि का प्रयोग की बिना यदि किताब से उठाकर ठीक उसी भाषा में लिख देते हैं तो उन्हें उसके मार्क्स नहीं दिए जाएंगे।

 

ओपन बुक एग्जाम के बेनिफिट्स/ फायदे कौन-कौन से हैं आओ जानें:-

 

सीबीएसई बोर्ड एग्जाम को नई शिक्षा नीति के तहत अब ओपन बुक एग्जाम के अंतर्गत छात्र-छात्राओं को परीक्षा के दौरान संबंधित विषय के प्रश्न पत्र से संबंधित बुक्स और नोट्स ले जाने की पूरी छूट होगी, जिस पर सीबीएसई बोर्ड द्वारा ओपन बुक एग्जाम कराए जाने की बेनिफिट्स के बारे में विस्तार से बताया है जहां पर निम्नलिखित बिंदुओं के द्वारा आपको ओपन बुक एग्जाम के बेनिफिट्स और इसके फायदे के बारे में विस्तार से जानकारी मिल पाएगी इन महत्वपूर्ण बिंदुओं को ध्यान पूर्वक जरूर पढ़ें:-

 

  • ओपन बुक एग्जाम से छात्र-छात्राओं के रत्न के बजाय विषय को समझने और अपनी बुद्धि क्षमता को सही से आकलन करने और अपनी बुद्धि की इक पावर का इस्तेमाल करने का पूरी तरह से छात्र-छात्राओं को छूट मिलेगा जिससे कि किसी भी सब्जेक्ट को सही से समझने और उसका सही से मूल्यांकन करने में छात्र-छात्राओं को आसानी होगी।
  • ओपन बुक एग्जाम से छात्र-छात्राओं के दिमागी तनाव में कमी आएगी, क्योंकि जहां क्लोज बुक एग्जाम में छात्र-छात्राओं को ज्यादा रेक्टिफिकेशन करने की जरूरत पड़ती है वही ओपन बुक एग्जाम में उन्हें प्रश्नों का उत्तर बुक्स में से ढूंढ कर अपने तरीके से उसको बनाकर अपनी भाषा में सरलता से मात्र लिखना होता है।
  • ओपन बुक एग्जाम से छात्र-छात्राओं को नए तरीके से सोचने और समझने के साथ-साथ प्रश्नों के सही उत्तर जवाब देने की क्षमता का विकास होगा।
  • सीबीएसई ओपन बुक एग्जाम का सबसे बड़ा फायदा छात्र-छात्राओं के पास संबंधित पेपर की बुक्स और सामग्री होने से उनमें आत्मविश्वास बढ़ेगा जिससे कि वह और भी अधिक सटीकता से प्रश्नों के उत्तर अपने तौर तरीकों से देने में सक्षम हो पाएंगे।
  • वर्तमान समय में नल की समस्या सबसे बड़ी समस्या पूरे देश भर में है ओपन बुक एग्जाम से नल की समस्याओं पर पूरी तरह से रोक लग पाएगी जिससे नकल संबंधी समस्याओं से पूरी तरह से छुटकारा एग्जाम बोर्ड को मिल पाएगा।
  • छात्र-छात्राओं के पास पहले से ही अध्ययन सामग्री तो होगी लेकिन छात्र-छात्राएं पूछे गए प्रश्न का उत्तर किताब में लिखे गए सटीक शब्दों का इस्तेमाल करके नहीं लिख सकेंगे जिससे कि उन्हें अपनी बुद्धि का इस्तेमाल और प्रश्न के उत्तर लिखने का तरीका अपने ढंग से लिखना होगा जिससे कि छात्र-छात्राओं के सोचने समझने और IQ पावर के बेहतर होने के साथ-साथ आने वाले कॉम्पिटेटिव एक्जाम में इससे उन्हें आसानी होगी।

 

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