हमेशा अकेलापन, और तनाव महसूस कर रहे हैं, आज ही फॉलो करे, यह बेहद आसान पांच टिप्स! जीवन में खुशहाली भर जाएगी:-

हमेशा अकेलापन, और तनाव महसूस कर रहे हैं, आज ही फॉलो करे, यह बेहद आसान पांच टिप्स! जीवन में खुशहाली भर जाएगी:-

 

आज की भाग दौड़ भरी दुनिया में, किसी के भी पास 1 मिनट का भी समय दूसरे के साथ साझा करने के लिए नहीं है, लोग अपने आप में ही इतना व्यस्त रहते हैं कि जीवन की कई सारी खुशियां, यादें एहसास पाल जैसे शब्द मानो उनके जीवन से ही पूरी तरह से अब गायब हो चुके हैं यही वजह है कि वर्तमान समय में कई ऐसे कैसे देखने को मिलते हैं जहां पर व्यक्ति अपने आपको बिल्कुल अकेला आशाए और तनाव ग्रस्त महसूस करने लगता है। एक सर्वे के अनुसार पूरे विश्व भर में लगभग 40 पर्सेंट लोग ऐसे ही जो कि हमेशा तनाव में अपना जीवन यापन करते हैं या फिर उनके जीवन में एक ऐसी अकेलेपन की बीमारी घर कर जाती है जो कि उन्हें हमेशा अंदर से दुर्बल, उत्साहहीन, बनाए रखती है और कुछ समय बाद व्यक्ति धीरे-धीरे इसकी गिरफ्त में आता चला जाता है और एक समय ऐसा आता है कि व्यक्ति अपने आप को घर परिवार समाज से अपने आप को बेहद अकेला, अस्तित्वहीन समझने लगता है जिससे कि उसमें कई प्रकार के मनोविकार उत्पन्न होने लगते हैं और व्यक्ति कई प्रकार की गंभीर बीमारियों से ग्रसित होता चला जाता है और एक समय ऐसा आता है कि कई ऐसे कैसे देखे गए हैं कि व्यक्ति इन्हीं गंभीर लक्षणों के वजह से कई बड़े ना समझी भरे कदम उठा लेते हैं जिससे कि व्यक्ति विशेष के साथ-साथ उनका परिवार और आसपास का समाज को भी इसकी कीमत चुकानी पड़ती है।

आज जरूरत है कुछ इसी प्रकार की अकेलेपन से जुड़ी गंभीर बीमारी के कारण, लक्षण और इससे बाहर निकलकर एक स्वस्थ मानसिक, हंसत़ा-खिलता हुआ जीवन जीने की कला सीखने की जिससे कि इस अकेलेपन से व्यक्ति बाहर निकाल कर अपने जीवन में खुशहाली भरा जीवन दोबारा से प्राप्त करके अपने जीवन को खुशहाली हंसता खेलता हुआ बनाने के साथ-साथ अपने परिवार सामाजिक परिप्रेक्ष्य को भी सुंदर वातावरण से ओत-प्रोत कर सके। आज इन्हीं अकेलेपन से जुड़ी बड़ी समस्याओं के लक्षण और उनसे बाहर निकालने के कुछ महत्वपूर्ण टिप्स के बारे में आईए जानते हैं विस्तार से।

अकेलापन के लक्षण:-

जीवन में व्यक्ति के कई उतार-चढ़ाव भरे पल आते हैं जिसमें व्यक्ति कभी तो बेहद खुश रहता है और कभी उसके जीवन में इतने भारी दुख उत्पन्न होते हैं कि व्यक्ति यदि अपने आप को संभाल नहीं पता तो हमेशा अकेलापन या फिर दुखों के मारे किसी गंभीर बीमारी का शिकार हो जाता है, इन्हीं कई कर्म से उत्पन्न होने वाले अकेलेपन जैसी गंभीर बीमारी के कई लक्षण डॉक्टर एक्सपर्ट्स ने बताए हैं जिनमें यदि ध्यान दिया जाए तो व्यक्ति के जीवन में यह महत्वपूर्ण लक्षण दिखाई देने लगते हैं जिसमें उदासी भरा जीवन व्यक्ति को हमेशा रोने का मन होना इसके साथ-साथ सामाजिक मेल-जोल से दूर अपने आप को बनाए रखना या फिर मनोदशा और मनोस्थिति का धीरे-धीरे बदलकर मानवीय व्यवहारों से अपने आप को व्यक्ति हमेशा दूर रखना चला जाता है जिसके साथ-साथ व्यक्ति में जल्दी क्रोध आना ऊर्जा और शारीरिक बाल में कमी का होना भूख -प्यास का ना लगा जैसी प्रमुख लक्षण जीवन में प्रलक्षित होने लगते हैं जिस व्यक्ति अकेलेपन जैसी गंभीर बीमारी की चपेट में आ जाता है और व्यक्ति हमेशा अपने आप को असहेज- असहाय और अकेलेपन जैसी समस्या से ग्रसित होता चला जाता है जो कि अकेलेपन के प्रमुख लक्षणों में उभरकर वित्त विशेष के जीवन में किसी भी इंसान को दिमाग की तरह चूसने लगते हैं और व्यक्ति हमेशा के लिए अपने आप को उदास, निर्बल असहाय, महसूस करने लगता है।

 

अक्सर कर हम किसी व्यक्ति विशेष से यह शब्द सुनने को मिलते हैं जैसे की कोई व्यक्ति कहता है मैं अकेला हूं। मेरा कोई नहीं है या फिर व्यक्ति हमेशा कहता है मुझे अकेला छोड़ दो। इस तरह के निराशाजनक शब्द अक्षर कर हमें अपने आसपास की सामाजिक परिप्रेक्ष्य में कभी न कभी किसी ना किसी से सुनने को मिल जाता है ऐसे में मन में एक निराशा का भाव उत्पन्न होता है और हो भी क्यों ना यह ऐसे शब्द हैं जो की जीवन से जुड़े हुए एक सबसे महत्वपूर्ण कड़ी को हमारे सामने उल्लिखित करते हैं, जिससे कि जीवन में निराशा भाव या अकेलापन जैसी गंभीर बीमारी का हमें सट्टा आभास होने लगता है कि यह व्यक्ति हो ना हो अकेलेपन जैसी गंभीर बीमारी समस्या से यह पूर्णतया अब ग्रसित हो चुका है जिसको बाहर निकालने के लिए इसको एक सहारा देने की आवश्यकता है जो की उसकी मनोभाव मनोदशा के साथ-साथ उसके जीवन से जुड़ी हुई उन सभी बारीक से बारीक पहलुओं को समझकर उनमें परिवर्तन करके उसे इंसान को दोबारा से एक नया जीवन प्रदान कर सके ऐसा ही, कुछ मन में भाव उत्पन्न होता है और ऐसे में इतना यह कह देना कि यह सिर्फ कहने से या सोचने भर से व्यक्ति ठीक हो जाएगा यह शायद संभव नहीं है और इन्हीं वजहों से वर्तमान समय में कई एक्सपर्ट मनु वैज्ञानिक डॉक्टर भी इस पर बड़ी रिसर्च करके इस तरह के रोगियों को ठीक करने के लिए कई महत्वपूर्ण तरीके खोज निकालने हैं जिनका जीवन में अपना कर कोई भी व्यक्ति जो अकेलेपन की समस्या से या अकेलेपन जैसी बड़ी गंभीर बीमारी से ग्रसित है वह अपने जीवन में खुशहाली भरा जीवन दोबारा से प्राप्त करके अपने जीवन को दोबारा से हंसता खेलता हुआ बन सकता है और अपने जीवन में पनपन वाली कई निराशाजनक अकेलेपन जैसी गंभीर समस्या से हमेशा के लिए छुटकारा पा सकता है बस जरूरत है उसे इन महत्वपूर्ण टिप्स को अपने जीवन में अपने की।

 

अकेलापन दूर करने के लिए डॉक्टर और एक्सपोर्टों द्वारा एक विशेष सिद्धांत को विकसित किया गया है जिसको अंग्रेजी शब्द के चार अक्षरों सी ए एल और एम को ध्यान में रखकर और इन्हीं शब्दों को बार-बार रिपीट करके और इनसे जुड़े कर तत्वों को अपने जीवन में अपना कर व्यक्ति हमेशा के लिए अकेलापन जैसी गंभीर समस्या से पूर्णतया छुटकारा पा सकता है। आखिर क्या है सी ए एल और एम का गुण रहस्य अकेलापन दूर करने के लिए आओ विस्तार से जाने।

 

  1. सी (यानी कनेक्टिविटी:-डॉक्टर और एक्सपर्ट्स के अनुसार कनेक्टिविटी यानी एक दूसरे से मेलजोल भाव रखने और समाज में एक दूसरे के साथ जुड़कर अपने जीवन को जीने से अकेलेपन जैसी गंभीर समस्या व्यक्ति विशेष के जीवन में कभी नहीं पनपत्ति है इसलिए हमेशा व्यक्ति को एक दूसरे के साथ कनेक्ट रहकर अपना जीवन यापन करना चाहिए। यदि आप भी अपने जीवन में अकेलेपन को दूर करना चाहते हैं तो सबसे पहले उपाय आपको एक दूसरे के साथ अपने आप का ताल में बेहतर बनाना होगा और उनके साथ कनेक्ट होकर अपने आचार विचार उन सभी लोगों के साथ प्रदान करने से अकेलेपन जैसी गंभीर समस्या हमेशा के लिए पूर्णतया खत्म हो जाएगी। इसके लिए औरों की प्रतिक्रिया पर विचार ना करें और ना ही कभी उनके बारे में कोई तर्क विर करें बस आपको अपने ऊपर ध्यान देने की जरूरत है और अपना मूल्यांकन स्वयं करना है और यह भी तय करना है कि कौन सी ऐसी चीज है जो कि आपको ज्यादा पसंद आती हैं उन्हें बातों पर हमेशा ध्यान दें और नकारात्मक विचारों को अपने आप से दूर रखें।
  2. ए यानी एक्टिविटी:-अपने जीवन में अकेलापन जैसी गंभीर बीमारी से छुटकारा पाने के लिए आपको एक्टिविटी यानी अपने शरीर और मानसिक दोनों स्तरों पर सक्रिय होना पड़ेगा जिससे जीवन में एक बड़ा परिवर्तन आपको देखने को मिलेगा यदि आप मानसिक और शारीरिक दोनों रूपों से हमेशा एक्टिव रहते हैं और अपने आप को हमेशा किसी ने किसी काम में व्यस्त रखते हैं तो इससे सेहत में संतुलन बनता है और शरीर स्वस्थ और निरोगी होने के साथ-साथ मानसिक संतुलन भी बेहतर बनता है इसलिए अपने आप को जितना हो सके हमेशा एक्टिव बनाए रखना चाहिए।
  3. एल यानी लर्निंग:-अकेलापन जैसी बड़ी समस्या से दूर रहने के लिए यह तीसरा बिंदु बेहद महत्वपूर्ण है लर्निंग यानी जीवन में नई-नई चीजों को हमें हमेशा सीखते रहना चाहिए जिससे कि हमारा शरीर, मस्तिष्क से हमेशा एक्टिव रहता है और दिमाग और शरीर के एक्टिव रहने से हम नई-नई चीजों को सीख पाते हैं इससे जीवन में एक नया आमूल चूल परिवर्तन देखने को मिलता है इससे नए-नए शौक पैदा होते हैं जो की जीवन में निराशा को पूरी तरह से खत्म करके जीवन में आशापूर्णा और खुशहाली जैसे माहौल पैदा करते ही जिससे कि व्यक्ति हमेशा पसंद रहता है और उसे अकेलेपन की समस्या कभी ग्रसित नहीं करती है।
  4. एम यानी माइंडफूलनेस:-जीवन में खुशहाली भरा जीवन किस पसंद नहीं आता है इसी को ध्यान में रख रखकर विशेषज्ञों ने और डॉक्टरों ने अकेलेपन जैसी गंभीर बीमारी से छुटकारा पाने के लिए व्यक्ति को इस बात पर ध्यान देने की बात कही है जिससे कि व्यक्ति का दिमाग एकाग्र यानी शांत बनता है और व्यक्ति में एक विशेष प्रकार की सोने तर्क वितर्क करने की शक्ति उत्पन्न होती है जिससे कि व्यक्ति चिंता भाई और अवसाद जैसी लक्षणों से हमेशा मुक्त होकर जीवन में सकारात्मक ऊर्जा के साथ नए पहलुओं पर विचार करके अपने जीवन को सजाने संवारने और हंसता खेलता भरा जीवन बनाने में सफल बन सकता है।

 

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