हल्दी के लाभकारी गुण ! हल्दी में पाए जाने वाले करक्यूमिन से आंत  और पेट से संबंधित कई प्रकार की गंभीर बीमारियां अब होगी छूमंतर:-

हल्दी के लाभकारी गुण :-

हल्दी जिसका उत्पादन भारत और चीन में सबसे अधिक मात्रा में होता है यह मसाले में इस्तेमाल होने वाला सबसे प्रमुख पदार्थ होता है । हल्दी Turmeric में कई प्रकार के विटामिन, प्रोटीन, और कई प्रकार के सूछ्च्म एंटीऑक्सीडेंट तत्वों के साथ-साथ इसमें कई प्रकार के सूक्ष्म यौगिक तत्व पाए जाते हैं, यदि हल्दी के प्रमुख पोषक तत्वों की बात करें तो इसमें प्रमुख रूप से कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, ग्लूकोस, सुक्रोज, मैग्नीशियम, आयरन,

पोटेशियम, फॉस्फोरस, जिंक, सोडियम कॉपर, मैंगनीज ,सेलेनियम ,राइबोफ्लेविन, नियासिन और विटामिन बी6 के साथ-साथ विटामिन-C (सी) की प्रचुर मात्रा हल्दी में पाई जाती है जिसकी वजह से यह शरीर को कई प्रकार से कई गंभीर वायरस और कई गंभीर बीमारियों से छुटकारा दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है ।

हल्दी के लाभकारी गुना की यदि बात करें तो इसकी कई महत्वपूर्ण लाभकारी फायदे होते हैं जो कि नीचे प्रमुख बिंदुओं द्वारा आदर्श गए हैं

  • हल्दी में प्रमुख रूप से एंटीऑक्सीडेंट और एंटी फंगल इन्फेक्शन काम करने के औषधीय गुण पाए जाते हैं ।
  • हल्दी में कोलेस्ट्रॉल को कम करने और ब्लड सर्कुलेशन को नियंत्रित करने के लिए इसमें हाइपरलिपिडेमिक नामक तत्व की प्रचुर मात्रा पाई जाती है।
  • हल्दी थका रोड़ी के रूप में काम करती है इसलिए खून के थक्के जमने की समस्या में यह प्रमुख रूप से लाभदायक होती है
  • जिन लोगों को किडनी या फिर आप में सूजन जैसी समस्या होती है उन्हें हल्दी में पाए जाने वाले नेफ्रॉन प्रोटेक्टिव नमक तत्वों के कारण इन महत्वपूर्ण गंभीर बीमारियों में लाभदायक और गुणकारी साबित होती है ।

Tumeric benefit for health

 

 

हल्दी जिसे अंग्रेजी में Turmeric टरमरिक के नाम से भी जाना जाता है । हल्दी में कई प्रकार के एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगस इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं जिसकी वजह से हल्दी कई प्रकार के वायरस को पूरी तरह से नष्ट करके शरीर को निरोगी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है । हल्दी में पाए जाने वाले इन्हीं महत्वपूर्ण योग तत्वों और इसमें मौजूद कई प्रकार के अन्य एंटीऑक्सीडेंट तत्वों की वजह से हल्दी न सिर्फ केवल शरीर को अंदर से निरोगी बनती है बल्कि यह हड्डियों के लिए भी बेहद लाभकारी होती है ।

हाल ही में हल्दी पर किए गए एक रिसर्च के आधार पर यह पाया गया की हल्दी में करक्यूमिन नामक तत्व बेहद उचित मात्रा में पाया जाता है जो की एंटी इन्फ्लेमेटरी कंपाउंड जैसे योग तत्वों की वजह से शरीर को निरोगी और कई प्रकार के एंटीबैक्टीरियल और वायरस से शरीर को प्रोटेक्ट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है ।

हाल ही में एक शोध प्रशासन में शोधकर्ताओं ने हल्दी में पाए जाने वाले करक्यूमिन को आंत  में लाभकारी बैक्टीरिया को बढ़ावा देने और इससे संबंधित कई प्रकार की गंभीर बीमारियों में इसके मददगार होने से संबंधित जानकारी साझा की है ।

यूएनओईएसटीई में प्रोफेसर और शोध के प्रमुख लेख लेखक लीजिएन  क्रेतली  विन्कल्सत्रोतर इलर  ने कहा है कि शोध में दो चरणों को शामिल करके हल्दी में पाए जाने वाले कई महत्वपूर्ण योग तत्वों और इसमें पाए जाने वाले एंटी बैक्टीरियल गुन और इसमें पाए जाने वाले प्रमुख यौगिक  तत्वों को बारीकी से जांचा  परखा गया है,

जिसमें हाल ही में चूहों  पर किए गए एक रिसर्च पर शोधकर्ताओं ने पहले चूहों  को  आंत  में सूजन बढ़ाने वाली दवा इंडोमिथेसिन दी थी जिसके बाद करक्यूमिन नैनो एमल्शन को चूहों  के मुंह द्वारा उन्हें दिया गया, ठीक इसके 14 दिन तक निगरानी के बाद विश्लेषण में पाया गया कि इस दवा के कारण चूहों  की आंतों में सुजान पूरी तरह से खत्म हो गई थी । इसी अध्ययन के आधार पर हल्दी में पाए जाने वाले इस प्रमुख तत्व की वजह से आने वाले समय में कई प्रकार की आप और पेट से संबंधित कई प्रकार की गंभीर बीमारियों और आंत  में सूजन जैसी समस्याओं ठीक किया जा सकेगा ।

डिस्क्लेमर:-

हल्दी में वैसे तो कई प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट तत्वों के साथ-साथ इसमें कई प्रकार की महत्वपूर्ण सूचना यौगिक तत्व पाए जाते हैं जो की हड्डियों को मजबूत बनाने के साथ-साथ शरीर में कई प्रकार के अंतिम फंगस और वायरस को पूरी तरह से खत्म करके शरीर को निरोगी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं यहां पर दी जा रही जानकारी केवल सामान्य जानकारी के आधार पर दी जा रही है कृपया अमल में लाने से पहले अपने एक्सपर्ट डॉक्टर की सलाह जरूर लें ।

 

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