भारत ने एशिया कप के फाइनल में श्रीलंका के साथ खेले गए फाइनल मैच में श्रीलंका को धूल चटा कर सातवीं बार एशिया कप की चमचमाती ट्रॉफी को एक बार फिर से जीत लिया है। इस मैचेस की सुपर स्टार रही हरमनप्रीत कौर ने अपनी कप्तानी में भारत को यह एशिया कप दिला कर एक बड़ी कामयाबी अपने नाम की है, और सवा सौ करोड़ हिंदुस्तानियों का सपना भी पूरा किया है।
शनिवार दिनांक 15 अक्टूबर 2022 को भारत और श्रीलंका के बीच हुए इस अहम मुकाबले में श्रीलंका ने महत्वपूर्ण टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया, लेकिन उनका यह फैसला गलत साबित हुआ उनके शुरुआती बल्लेबाज सस्ते में चलते बने जिसके लिए जिम्मेदार रही भारतीय गेंदबाजी l भारत की तरफ से रेणुका सिंह ने बेहद शानदार गेंदबाजी का प्रदर्शन किया जिन्होंने महज 3 ओवरों में मात्र 5 रन देकर तीन विकेट श्रीलंका के झटक दिए। इसके अलावा राजेश्वरी और स्नेह राणा ने भी शानदार गेंदबाजी की और उन दोनों के खाते में दो-दो विकेट आए।
जहां तक बात की जाए श्रीलंका की बल्लेबाजी की तो श्रीलंका की तरफ से राणा शिंदे के अलावा कोई भी खिलाड़ी 10 रन से ज्यादा का आंकड़ा पार नहीं कर सका। भारत की तरफ से की गई शानदार शानदार गेंदबाजी और बेहतर फील्डिंग की बदौलत श्रीलंका में 66 रन का स्कोर 20 ओवर में बना सकी। भारत को मिले 67 रन का स्कोर पिच के मिजाज के मुताबिक ठीक-ठाक था। लेकिन जब भारतीय बल्लेबाजी पिच पर उतरी तो उन्होंने संभल कर खेलना स्टार्ट किया। भारत की तरफ से ओपनिंग करने गई स्मृति मंधाना ने अपनी बल्लेबाजी का जलवा एक बार फिर से बिखेरा उन्होंने शानदार बल्लेबाजी करते हुए मात्र 25 गेंदों में ही अपना अर्धशतक पूरा कर लिया स्मृति मंधाना ने अपनी इस सजी संवरी पारी में 6 चौके और 3 छक्के लगाए। इतना ही नहीं जब भारत को जीत के लिए मात्र 1 रन की दरकार थी तब स्मृति मंधाना ने डीप मिडविकेट पर एक शानदार छक्का लगाकर अपने शानदार अंदाज में मैच को फिनिश किया इसके साथ-साथ उन्होंने एशिया कप की चमचमाती ट्रॉफी को भी सातवीं बार भारत के नाम किया। भारत के सवा सौ करोड़ लोगों ने भारत की इस शानदार जीत पर भारतीय महिला क्रिकेट टीम को सोशल मीडिया और अपनी तरफ से शुभकामनाएं अपने-अपने अंदाज में भेजी। आने वाले समय में वर्ल्ड कप को देखते हुए भी यह जीत भारतीय क्रिकेट महिला टीम के लिए बेहद उपयोगी और टीम को मजबूती प्रदान करने वाली मानी जा रही है।
श्रीलंका का टॉस जीतना भी श्रीलंका के लिए कोई भी अहम भूमिका (रोल )नहीं निभा सका: –
एशिया कप शुरू होने से लेकर इस के फाइनल तक पहुंचने में श्रीलंका महिला क्रिकेट टीम ने काफी शानदार प्रदर्शन किया था जिसको देखते हुए यह अनुमान लगाया जा रहा था कि फाइनल मैच में श्रीलंका भारत को कांटे की टक्कर देने वाला है, लेकिन श्रीलंका टीम की कैप्टन नेट टॉस जीतने के बावजूद अपनी तीन से जो बेहतर बल्लेबाजी की उम्मीद लगाए बैठी थी वह उनकी पूरी संभावना पर उस समय पानी फिर गया जब भारतीय गेंदबाजी के आगे पूरी श्रीलंका की टीम पस्त नजर आई और उन्होंने महज 20 ओवरों में 66 रन का छोटा सा इसको ही भारतीय टीम के सामने रखने में कामयाब हो पाई, श्रीलंका टीम की तरफ से ओपनिंग भी बेहद खराब नहीं इसके अलावा श्रीलंका टीम का मिडिल ऑर्डर भी पूरी तरह से फ्लॉप हो गया लेकिन पिछले बल्लेबाजों ने थोड़े बहुत रन बटोर कर किसी तरह 66 रनों का टारगेट भारत के सामने रखने में कामयाब हो पाए लेकिन एशिया कप में शानदार प्रदर्शन करने वाली हरमनप्रीत कौर और स्मृति मंधाना के सामने पूरी श्रीलंका टीम बेबस नजर आई और आखिरकार भारत ने सातवीं बार एशिया कप का फाइनल अपने नाम करके एशिया कप में सबसे ज्यादा बार जीत दर्ज कर विश्व में अपनी ख्याति अर्जित की। आने वाले समय में भी भारतीय टीम इस तरह का शानदार प्रदर्शन यदि जारी रख सकती है तो आने वाला विश्व कप के लिए यह एक स्वर्णिम अवसर माना जा रहा है और उम्मीद लगाई जा रही है कि भारतीय महिला क्रिकेट टीम इस बार होने वाले विश्वकप को भी अपने नाम करने के लिए अपना बेस्ट खेल का प्रदर्शन जरूर करेगीl
भारत की बेहतरीन गेंदबाजी के सामने पस्त नजर आई पूरी श्रीलंकाई पारी: –
एशिया कप के फाइनल में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंकाई टीम भारत की तेज धारदार गेंदबाजी के सामने पूरी तरह से श्लोक नजर आई, जहां तक भारतीय गेंदबाजी की बात की जाए तो भारत की तरफ से रेणुका सिंह ने सबसे घातक गेंदबाजी करते हुए महेश 3 ओवरों में मात्र 5 रन देकर तीन विकेट श्रीलंका के झटके l भारत की तरफ से उनके अलावा स्नेह राणा ने भी शानदार गेंदबाजी की और उन्हें भी दो विकेट अपनी झोली में डालने में मिले। इसके अलावा राजेश्वरी ने भी शानदार बॉलिंग का प्रदर्शन किया जिन्होंने अपने तरफ से बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए 2 विकेट अपनी झोली में डालने में कामयाब रही। गेंदबाजी के साथ-साथ भारती टीम का क्षेत्र क्षण भी बेहद शानदार रहा जिस समय पर भी गेंद हवा में ऊपर उछली उस समय भारतीय खिलाड़ियों की तरफ से कोई गलती ना करते हैं उन कठिन कैच को भी आसान कैच में तब्दील करके उस कैच को नहीं छोड़ा गयाl यही वजह है कि भारत ने अपनी तीनों फॉर्मेट में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए श्रीलंका को एशिया कप के फाइनल में पूरी तरह पस्त करके एक बार फिर से एशिया कप की चमचमाती ट्रॉफी अपने नाम करने में सफलता हासिल करने में कामयाब हो पाई।
भारत की तरफ से की गई शानदार बल्लेबाजी बनी जीत की वजह:-
एशिया कप के फाइनल में भारतीय टीम ने वैसे तो तीनों फॉर्मेट में बेहतरीन प्रदर्शन किया लेकिन इसके अलावा सबसे हाईलाइट बिंदु जो था वह थी भारत की शानदार बल्लेबाजी जिसकी बदौलत भारत ने एशिया कप के फाइनल में श्रीलंका को पूरी तरह परास्त करके एक बार फिर से एशिया कब की शानदार ट्रॉफी अपने नाम करने में सफलता हासिल की है। भारत की तरफ से यदि बात की जाए तो स्मृति मंधाना ने महज 25 गेंदों में ही अपना पचासा पूरा किया जिसमें उनकी सजी सॉरी पारी में 4 चौके और 3 गगनचुंबी छक्के शामिल थे। इतना ही नहीं मंधाना ने जब भारत को जीत के लिए 1 रन की जरूरत थी तो उन्होंने मिडविकेट के ऊपर से एक शानदार छक्का लगाकर भारत को शानदार जीत दिलाने में अपनी अहम भूमिका निभाई। इसके अलावा भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने भी 11 रनों का महत्वपूर्ण योगदान दिया और यह दोनों खिलाड़ी अंत तक आउट नहीं हुई और भारत को एक बार फिर से शानदार जीत दिलाते हुए भारत के सवा सौ करोड़ लोगों को जीत का तोहफा दिया है, जो कि लंबे अरसे तक लोगों द्वारा याद किया जाएगा।