गिलोय (Giloy) के चमत्कारिक फायदे आओ जाने:

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गिलोय (Giloy) के चमत्कारिक फायदे आओ जाने:भारत में कई प्रकार की दिव्य औषधियां पाई जाती हैं जिनका सही ज्ञान ना हो पाने के कारण हम में से कई लोग इन जड़ी बूटियों से होने वाले कई प्रकार के फायदों से वंचित रह जाते हैं। भारत आयुर्वेद विज्ञान का जन्मदाता कहा जाता है क्योंकि प्राचीन काल से ऋषि-मुनियों ने जिन दिव्य औषधियों की खोज की थी उनकी सबसे पहली खोज भारत में ही हुई थी और इन्हीं दिव्य औषधियों का प्रयोग करके आज का वैज्ञानिक युग भी इन्हीं औषधियों के सहारे दवाइयों को बना रहा है जिससे कि बुखार से लेकर कैंसर तक की बड़ी से बड़ी बीमारी  जड़ से खत्म हो जाती हैl
हाल ही में बीते वर्षों में करो ना जैसी भयंकर बीमारी ने जिस तरह तबाही मचाई थी उसको लेकर बड़े बड़े वैज्ञानिक भी परेशान हो गए थे लेकिन भारतीय आयुर्वेद विज्ञान ने कई प्रकार के ऐसे नुक्से ऐसी दिव्य औषधियां लोगों को दीजों की उनको करो ना Carona जैसी भयंकर बीमारी से भी पूरी तरह निजात दिलाने में सफल रहे।
इन्हीं दिव्य औषधियों में से एक है गिलोय जिसका जिक्र न्यूज़पेपर मीडिया, सोशल मीडिया, यहां तक कि विदेशों में भी इसके उपयोग की चर्चा होने लगी है क्योंकि गिलोय मैं कई प्रकार के ऐसे एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं जो कि बड़े से बड़े खतरनाक वायरस को भी पूरी तरह नष्ट करके हमारे शरीर को निरोगी बनाने में अपनी अहम भूमिका निभाता है। गिलोय का पौधा अक्सर कर जंगलों झाड़ियों के बीच में पाया जाता है जिसके पत्ते पान के पत्तों से बिल्कुल मिलते जुलते हैं और इनका रंग गाढ़ा हरा होता है।
गिलोय भारत के कई राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, दिल्ली, मध्य प्रदेश, बिहार बंगाल,गुजरात, झारखंड के अलावा के अलावा कई अन्य प्रदेशों में पाया जाता है। गिलोय के पौधे को लोग अपने घरों के सामने सजावटी पौधे के लिए लगाते हैं l गिलोय को गुडूची(Guduchi), नीम गिलोय, आदि नामों से जाना जाता है जिसमें नीम के पुराने पेड़ पर चढ़ी हुई गिलोय की बेल को सर्वोत्तम माना जाता है यह बेल भयंकर से भयंकर डेंगू (Dengu),मलेरिया (मलेरिया)के बुखार को भी जड़ से खत्म कर देता है इसके साथ-साथ शरीर को ऊर्जावान और सुंदर बनाने में बेहद लाभदायक और उपयोगी होता है।

गिलोय में पाए जाने वाले औषधि पोषक तत्व:

गिलोय को वर्तमान समय की संजीवनी बूटी कहा जाता है। गिलोय में कई प्रकार के औषधीय गुण मौजूद होते हैं और इसमें मौजूद यह सभी गुण इसमें पाए जाने वाले ग्लूकोसाइड और टीनोंस्पोरिन, पोमेरियन, जिंक, कॉपर, आयरन, फास्फोरस,Calsium कैल्शियम और मैग्नीशियम  के कारण  यह आयुर्वेदिक औषधि कई सारे रोगों के लिए रामबाण का काम करती है। गिलोय में मौजूद कई प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट तत्वों व अन्य प्रकार के विटामिन सी मिनरल्स खनिज तत्वों के कारण यह मानव शरीर में पहले से मौजूद कई प्रकार के खतरनाक वायरस को जड़ से खत्म करके शरीर को निरोगी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

भारत ही नहीं गिलोय का उपयोग विश्व के कई देशों जैसे अमेरिका, जापान,रूस,ऑस्ट्रेलिया मेंमुख्य रूप से होने लगा है क्योंकि क्योंकि जब वैज्ञानिकों ने गिलोय के तत्वों के बारे में वैज्ञानिक परीक्षण किए तो उनको इसमें मौजूद कई प्रकार के ऐसे तत्व पाए गए जोकि कई प्रकार के बैक्टीरिया को और वायरस को पूरी तरह से खत्म करने के लिए बेहद उपयोगी होते हैं। भारत में  करो ना काल से पहले गिलोय का उपयोग बहुत कम लोग करते थे क्योंकि इसकी सही और पूरी जानकारी लोगों को नहीं थी लेकिन करो ना काल में मीडिया न्यूज़ पेपर में गिलोय के अद्भुत फायदों को जानकर आज भारत का प्रत्येक व्यक्ति इसको ना सिर्फ अपने घरों में गमलों में लगा रहा है बल्कि इसके सही उपयोग से कई प्रकार की भयंकर बीमारियों से पूरी तरह छुटकारा भी पा रहा है।

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