छठ पूजा का महत्व: –
भारत में छठ पूजा का विशेष महत्व है। दीपावली के छठवें दिन छठ पूजा की जाती है जिसमें उगते हुए सूर्य भगवान को जल से अर्थ देकर उनकी पूजा की जाती है। भगवान सूर्य जोकि ऊर्जा और शक्ति के प्रमुख स्रोत हैं वह अपने भक्तों के जीवन में छाए अंधकार को दूर करके उनको धन,संपदा निरोगी जीवन, तथा बिगड़े हुए सभी प्रकार के कार्यों को पूरा करते हैं। यही वजह है कि भारत के प्रमुख राज्यों जैसे बिहार उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश कोलकाता और पश्चिमी राज्यों में इस त्यौहार को दीपावली के छठवें दिन बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है। भारत में इस त्यौहार को मनाने के पीछे कई तरह की मान्यताएं और पौराणिक कथाएं हैं, लेकिन सबसे मुख्य वजह इस व्रत को करने की जो बात बताई जाती है वह भगवान सूर्य देव की विशेष पूजा अर्चना से है। भारत में छठ पूजा के महत्व को इस बात से देखा जा सकता है कि बिहार राज्य में सभी घरों पर इसको इतनी ज्यादा श्रद्धा और भक्ति के साथ इस त्यौहार को मनाया जाता है जितना की अन्य पर्व नहीं। भारत देश में बिहार के अलावा भी इस त्यौहार को उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश दिल्ली मुंबई जैसे प्रमुख शहरों में भी बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है क्योंकि अधिकतर उत्तर पश्चिम क्षेत्र से आए हुए लोग 3 बड़े शहरों में अधिक मात्रा में रहते हैं जिससे कि इन बड़े शहरों में भी इन विशेष त्योहारों के महत्व को देखते हुए इन बड़े शहरों में भी इस त्यौहार को सेलिब्रेट करने के लिए प्रशासन द्वारा पुख्ता इंतजाम किए जाते हैं और हर साल इस त्यौहार को बड़ी भव्यता शालीनता और खुशी पूर्वक मनाया जाता है।
छठ पूजा का सबसे बड़ा महत्व लोगों में सूर्य देव भगवान के प्रति असीम आस्था ,विश्वास और उनके द्वारा दिए गए सभी प्रकार की खुशियों के कारण लोग प्रतिवर्ष इस त्योहार को मनाते हैं। यदि बात की जाए इस त्यौहार के नियमों की तो जिस दिन छठ पूजा होती है उस दिन सुबह तड़के लोग अपने आसपास के नदियों के किनारे इकट्ठा होकर जल में खड़े होकर सूर्य भगवान के दर्शन के लिए इकट्ठा होते हैं और जैसे ही सूर्य भगवान दर्शन देते हैं उनको वह अपने हाथों से जल्द से अर्थ देकर उनकी पूजा-अर्चना करते हैं और अपने जीवन में आए हुए दुख हो और कष्टों को दूर करने के लिए उनसे प्रार्थना करते हैं इतना ही नहीं यह सब व्रत विधान करने के जब लोग अपने घर वापस आते हैं तो उनके द्वारा मांगें या इच्छा किए गए सभी प्रकार के कार्यों को सूर्य भगवान पूरा करते हैं, यह कोई हवा हवाई बातें नहीं है यह यथार्थ सत्य है और इसमें कोई भी आज संयुक्त नहीं है कि लोगों द्वारा इस पूजा व्रत विधान को करने के बाद मिलने वाले आशीर्वाद रूप में उनके जीवन में हुए परिवर्तनों की कहानियां लोगों के दिलो-दिमाग को छू जाती हैं। यही वजह है कि आज भारत ही नहीं बल्कि विश्व में भी सूर्य देवता भगवान जोकि ऊर्जा के प्रमुख स्रोत हैं वह अंधकार को दूर करके संपूर्ण पृथ्वी को अपनी लालिमा और उज्जवल रोशनी से प्रकाशित करते हैं उनकी पूजा अर्चना विशेष रूप से विदेशों में भी की जाती हैl और इससे मिलने वाले फलों की चर्चा पूरे विश्व में अद्भुत फलों की प्राप्ति में से एक मानी जाती है।
छठ पूजा की विधि और नियम: –
भारत में दीपावली के अगले ठीक छठवें दिन छठ पूजा का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाता है। छठ पूजा पर घरों को साफ-सुथरा करके उनको कई प्रकार के चित्रकारी रंगों से सजाया जाता है। इस दिन सभी घरों में पूजा के लिए कई तरह के मीठे पकवान बनाए जाते हैं यदि बात की जाए
इन पकवानों की तो इसमें प्रमुख रूप से, ठेकुआ, मीठी पूरी, मालपुआ,काले चने, कसार,चावल की खीर, चावल के लड्डू,
और फलों में केला, सेब, अनार, सिंघाड़ा, गन्ना, नाशपाती, नारियल, प्रमुख रूप से पूजा के लिए एकत्रित करके भगवान को भोग के रूप में चढ़ाया जाता हैl छठ पूजा के दिन शुभ रात्रि 4:00 बजे से ही लोग अपने आसपास के पोखरण नदियों के किनारे इकट्ठा होकर पानी में खड़े होकर सूर्य देव भगवान की पूजा की प्रतीक्षा करते रहते हैं और जैसे ही भोर सुबह सूर्य देव के पहले दर्शन होते हैं वैसे ही लोग उनको अपने हाथों से अर्थ जल देकर उनकी पूजा अर्चना करते हैं। और अपने जीवन में छाए अंधकार रूपी सभी प्रकार के कष्टों को दूर करने के लिए सूर्य देव भगवान से विशेष प्रार्थना करते हैं, इसके बाद सभी लोग अपने घरों की तरफ रुख करते हैं इस समय का नजारा देखने वाला होता है क्योंकि बड़ी बड़ी लंबी कतारें और इन कतारों के बीच लोगों के सुंदर परिधान और सिर पर रखी हुई पूजा और फलों की सामग्री का नजारा देखते ही बनता है।
छठ पूजा करने से मिलने वाले लाभ
साल भर से प्रतीक्षा करने के बाद मिले इस सुनहरे क्षण को लोग सूर्य देव भगवान के प्रति समर्पित होकर इस विशेष पूजा अर्चना के बाद लोगों को प्रसाद के रूप में इन्हीं मिष्ठान और फलों को लोगों को प्रसाद के रूप में इन चीजों को दिया जाता है जोकि अपने आप में सबसे अनोखा स्वादिष्ट और विशेष प्रकार का सूर्य देव भगवान का प्रसाद माना जाता है। जिसको खाने मात्र भर से व्यक्ति के जीवन में आ रही सभी प्रकार की समस्याएं भय चिंता, क्लेश, क्रोध, जैसी सभी प्रकार की समस्याएं स्वता ही समाप्त हो जाती हैं। यह कोई कहीं का हाई बातें नहीं है लेखक ने खुद ही अपने जीवन में इन चीजों को अनुभव करके आप लोगों तक इस जानकारी को पहुंचाने का प्रयास किया है।