डेंगू Dengu, मलेरिया, चिकनगुनिया से बचने के लिए गिलोय Giloy है सबसे महत्वपूर्ण और दिव्य प्राकृतिक औषधि:-बरसात के मौसम में डेंगू Dengu, चिकनगुनिया से कैसे बचें:-गिलोय Gyloy भारत के हर राज्य गांव कस्बों में पाए जाने वाला अब तक का सबसे महत्वपूर्ण और दिव्य औषधियों में से एक माना जाता है क्योंकि वर्तमान समय में वैज्ञानिकों ने यह माना है कि गिलोय में पपीते के पत्ते से भी ज्यादा महत्वपूर्ण एंटीबायोटिक गुण पाए जाते हैं जो कि डेंगू मलेरिया चिकनगुनिया जैसे घातक वायरस इसको भी पूरी तरह से खत्म करने में सक्षम होते हैं यही वजह है कि डॉक्टर भी गिलोय के रस या फिर गिलोय के हरे पत्तों का उचित मात्रा में सेवन करने की सलाह देते हैं लेकिन डेंगू मलेरिया चिकनगुनिया से पीड़ित मरीजों को अपने एक्सपर्ट डॉक्टर की सलाह से ही उचित मात्रा में इसका सेवन करना चाहिएl
वैसे यदि बात की जाए तो गिलोय किसी भी प्रकार से हमारे शरीर के लिए हानिकारक नहीं होता है इसमें कई प्रकार के खनिज पदार्थ पाए जाते हैं जो कि हमारे शरीर की इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत करने में अहम योगदान देते हैं। यदि आप बरसात के दिनों में अपने आसपास गिलोय का पौधा मिल जाए तो आप उस में से मात्र यदि खाली पेट एक पत्ते का सेवन दैनिक करें तो डेंगू मलेरिया चिकनगुनिया जैसी भयंकर बीमारी आपको छू भी नहीं सकती हैl
बरसात का मौसम आते ही डेंगू मलेरिया के मच्छर पनपना चालू हो जाते हैं इसके साथ-साथ हैं यह कई प्रकार की बीमारी भी अपने साथ लेकर आते हैं। बरसात के मौसम में डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया जैसी भयंकर रोगों से आखिर कैसे बचा जा सकता है, जिससे कि हॉस्पिटल जाने से बचा जा सकेl जी हां दोस्तों आपने अक्सर देखा होगा कि बरसात के मौसम में हमारे आस पास इकट्ठा होने वाले पानी में डेंगू मलेरिया के मच्छर मात्र 1 से 2 दिनों में अपनी संख्या की तादाद को बढ़ा लेते हैं इसके साथ-साथ यह इंसानों के लिए प्राणघातक भी होते चले जाते हैं।
आए दिन आप हॉस्पिटल में एक छोटे से मच्छर के काटने से ना तो अपनी नौकरी कर पाते हैं और ना ही घर पर आराम से रह सकते हैं क्योंकि एक छोटे से मच्छर के काटने मात्र भर से यह है आपके महीनों का समय पल भर में बर्बाद कर देता है और हमारी शारीरिक और आर्थिक हानि दोनों प्रकार से होती है। इन्हीं तथ्यों को ध्यान में रखकर आज हम आपको बताने वाले हैं कि अपने घर के आस-पास इकट्ठा हो रहे डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया के मच्छरों को पल भर में आप कैसे इन से पूरी तरह से छुटकारा पा सकते हैं और हॉस्पिटल के चक्कर काटने से बच सकते हैं।
डेंगू, चिकनगुनिया से बचने के 5 महत्वपूर्ण तरीके:
1- बारिश के मौसम में हमेशा फुल कपड़े पहने: –
अक्सर कर देखा जाता है कि हम थोड़ी सी लापरवाही के चलते अपनी दैनिक दिनचर्या में हमेशा कुछ छोटी-छोटी गलतियां करके डेंगू मलेरिया जैसी भयंकर बीमारी को आमंत्रित कर लेते हैं लेकिन छोटी सी सावधानी भरत ने मात्र भर से हम पूरी तरह डेंगू मलेरिया जैसे जानलेवा बीमारी से बच सकते हैं यदि हम अपने दैनिक जीवन में पूरी बॉडी को ढकने वाले कपड़े पहने।
2-सुबह जल्दी से जल्दी उठने का प्रयास करें: –
जी हां यदि आप सुबह देर तक सोते हैं तो यह आपके लिए एक बहुत बड़ा डेंगू मलेरिया जैसी भयंकर बीमारी का कारण बन जाता है क्योंकि वैज्ञानिकों ने एक शोध में पाया है कि डेंगू चिकनगुनिया के मच्छर अक्सर कर सुबह के समय ज्यादा सक्रिय होते हैं और यह सुबह के समय इंसानों को ज्यादा काटते हैं। तो फिर देर किस बात की आज से ही आप यह प्रण करें कि रोज सुबह जल्दी उठ जाएं और अपने घर की साफ सफाई का पूरा ध्यान रखें।
3- मिट्टी के तेल का छिड़काव करें –
अपने घर के आस-पास गमलों में, कूलर में, या किसी अन्य जगह पर जमे हुए पानी में मिट्टी के तेल का थोड़ा सा छिड़काव जरूर करें इससे डेंगू मलेरिया के मच्छर के लारवा पूरी तरह से नष्ट हो जाते हैं और इन जानलेवा मच्छर को पनपने नहीं देते हैंl
4-मच्छरदानी का प्रयोग करें: –
यदि आप इन उपरोक्त बताए हुए तरीकों की जगह एक साधारण और केमिकल रहित उपाय ढूंढ रहे हैं तो आपको बताते चलें कि हमारी भारतीय संस्कृति परंपराओं में प्राचीन काल से ही मच्छरों से बचने के लिए हमारे पूर्वज, दादा, परदादा, मच्छरदानी का प्रयोग करते आए हैं तो यदि आप भी कॉटन की मच्छरदानी का प्रयोग अपने दैनिक जीवन में करते हैं तो ना आपको किसी प्रकार के केमिकल के छिड़काव करने की जरूरत पड़ेगी और ना ही आपको किसी प्रकार के पेस्ट, मच्छर किलर एंटीबायोटिक का सहारा लेना पड़ेगा l
5:- कपूर, कोकोनट ऑयल और सरसों के तेल का पेस्ट:-
जी हां यदि आप डेंगू ,मलेरिया, चिकनगुनिया जैसे मच्छरों को अपने घर से अपने शरीर से दूर भगाना चाहते हैं तू तो यह उपाय आप एक बार जरूर करके देखें क्योंकि सरसों के तेल कपूर और गरी के तेल तीनों के मिश्रण से जो एक प्रकार की केमिकल प्रक्रिया होकर सुगंधित धुआं निकलता है उस धुएं को कोई भी मच्छर बर्दाश्त नहीं कर पाता है और वह आपके घर और कमरों से हमेशा के लिए भाग जाते हैं और जीवन में कभी भी दोबारा वह आपके पास नहीं आते हैं।
डेंगू,मलेरिया, और चिकनगुनिया के खास लक्षण क्या हैं आओ जाने:
इस साल 2022 में मानसून भारत में देरी से आया है और साथ-साथ कई प्रकार की भयंकर बीमारियों को भी अपने साथ लेकर आया है क्योंकि अभी तक एक नियमित मानसून होने पर हम पराया पहले से सचेत हो जाया करते थे लेकिन इस वर्ष मानसून में देरी होने की वजह से वैज्ञानिकों का दावा है कि डेंगू मलेरिया इस वर्ष पहले की अपेक्षा ज्यादा घातक हो सकते हैं इसीलिए हमें इनसे बचने के लिए ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता है यदि आपको भी इनमें से कोई भी लक्षण नजर आते हैं तो तुरंत अपने नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें और हो सके तो झोलाछाप डॉक्टरों से बचकर रहें और अपने आसपास सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर जाकर डेंगू मलेरिया की जांच एक्सपर्ट डॉक्टर से जरूर करवाएं। लेकिन फिर भी शुरुआती क्षणों में यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण महसूस हो तो एक भी शिकन की देरी ना करके आप तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।
- तेज बुखार का होना
- भूख का ना लगना
- हड्डियों और जोड़ों में तेज दर्द होना
- बार-बार जी मिचलाना और उल्टी लगना
- त्वचा पर लाल चकत्ते पड़ना
- ग्रंथियों में सूजन आना
- आंखों के पिछले हिस्से में दर्द महसूस होना