फीफा विश्व कप 2010 की विजेता स्पेन को एक बेहद रोमांचक मैच में मोरक्को ने बड़ा उलटफेर करते हुए स्पेन को 3-0 से हरा दिया है इसके साथ ही इस फीफा विश्व कप से इस पर पूरी तरह से बाहर हो गई है। दोनों टीमें शुरुआती समय में कोई भी गोल दागने में कामयाब नहीं हो पाई थी। स्पेन की टीम 75 फ़ीसदी से ज्यादा गेंद अपने पास रखने के बावजूद भी वह इस मैच में कुछ खास नहीं कर पाई वही यदि बात करें मोरक्को के सुपर स्टार खिलाड़ी रोमांस साइज एडवर्ड और हकीमी ने बेहतरीन खेल दिखाते हुए ना सिर्फ केवल स्पेन के कई बेहतरीन किक जोकि गोल में तब्दील हो सकते थे उनको पूरी तरह से रोक कर स्पेन की जीत की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। वही पेनाल्टी शूटआउट में भी इस पर्व पर दबाव साफ तौर पर दिखाई दे रहा था एक तरफ सराबीया ने जहां पुल पर सोलर और बुस्केट्स के प्रयासों को आसानी से बोनु ने अपने बेहतरीन खेल के द्वारा विफल कर दिया।
फीफा विश्व कप में खेले गए इस महत्वपूर्ण मुकाबले में मोरक्को और स्पेन की टीम में एक-दूसरे पर हावी होते ही खेल के दूसरे चरण में भी कोई गोल ना कर सकी स्पेन की तरफ से किए गए कई प्रयासों को मोरक्को के टीम के बेहतरीन खिलाड़ियों द्वारा उन्हें गोल में तब्दील होने से पूरी तरह बचा लिया गया। इस मैच में स्पेन को सिर्फ बोलू ने ही नहीं बल्कि मेड्रिड में जन्मे अशरफ हकीमी ने भी चारों चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जिन्होंने मोरक्को के तरफ से स्पेल पर गोल दागकर स्पेन के सपनों को पूरी तरह से तोड़ दिया। यदि बात करें इस पेन के युवा स्टार खिलाड़ी टिकिटाका की तो वह भी इस मैच में पूरी तरह से फ्लॉप नजर आए जिन्होंने अपनी टिटिकाका शैली की छाप छोड़ते हुए हजार से अधिक पास करके अपने पास रखने में सफलता तो पाए लेकिन वह कोई गोल नहीं कर सके। इसकी सबसे बड़ी वजह मोरक्को के खिलाड़ियों की भी तारीफ करनी होगी जिन्होंने बेहतरीन खेल दिखाते हुए जो कई अहम मौकों पर गोल हो सकते थे उनको गोल होने से ना सिर्फ केवल बचाया बल्कि अपनी टीम को अंतिम समय में पेनल्टी शूटआउट का मौका मिलते ही उन्होंने एक पर एक गोल दागकर स्पेन को इस 3-0 से हराकर इस फीफा विश्व कप से पूरी तरह से नासिर बाहर का रास्ता दिखाया बल्कि मोरक्को क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाली टीम भी बन गई।
मोरक्को का बेहद शानदार प्रदर्शन:
इस फीफा विश्व कप ग्रुप चरण के मुकाबले में बेल्जियम जैसी विश्व की नंबर दो टीम को हराकर अंतिम 16 में पहुंचने वाली मोरक्को की टीम ने स्पेन को हरा करना सिर्फ बड़ा उलटफेर किया बल्कि सभी का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित भी किया है। मोरक्को विश्व की 22 मी नंबर की टीम है जिसने इस फीफा विश्व कप के शुरू होने से पहले कई लोग कयास लगा रहे थे कि वह ग्रुप चरण में शीर्ष पर नहीं रह पाएगी क्योंकि इस ग्रुप में कई नामी देश खेल रहे थे जो कि आंकड़ों और उनके खेल प्रदर्शन के हिसाब से मोरक्को से कहीं ज्यादा बेहतर थे लेकिन कहते हैं कोई भी खेल को हम आंकड़ों पर निर्धारित करके खेल के परिणाम की दिशा दशा नहीं परिवर्तित कर सकते और आज यहां पर यही देखने को मिला। इस मैच में कई बार ऐसा लगा कि स्पेन जो कि एक तगड़ी टीम है वह मोरक्को पर अंतिम क्षणों में शायद बढ़त बना ली लेकिन तारीफ करनी होगी मोरक्को के खिलाड़ियों की जिन्होंने ज्यादा गेंद स्पेन के खिलाड़ियों के अधिकार में होने के बावजूद बेहतरीन खेल का प्रदर्शन करते हुए 6 बार गोल पोस्ट में गेंद को जानते थे ना सिर्फ रोका बल्कि अंतिम क्षणों में पेनल्टी शूटआउट में मिले मौके को पूरी तरह से फायदा उठाते हुए एक के बाद एक गोल करके 3-0 से इस मैच को जीतकर एक नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है|