भारत में अभी हाल ही में 5G हाई स्पीड इंटरनेट लॉन्च किया गया है लेकिन यहां पर यूजर्स की तरफ से कई प्रकार के कमेंट किए जा रहे हैं और कई प्रकार के प्रश्न पूछे जा रहे हैं कि क्या 5G की स्पीड वाकई में 1GB प्रति सेकंड है या फिर यह सिर्फ कई कई बातें हैं और क्या वाकई में कोई फिल्म सिर्फ सैकड़ों में आराम से डाउनलोड हो सकती है या फिर नहीं इन सभी प्रश्नों के उत्तर के लिए आप हमारे साथ बने रहें और आज हम इसी पर आपको विस्तार से बताएंगे तो आइए जानते हैं यूजर्स द्वारा उनके रियल एक्सपीरियंस को जो कि उन्होंने अपने खुद के फोन पर और कुछ खास एरिया टॉवर्स जहां पर 5G की सुविधा भी दी जा रही है वहां पर जाकर इनको टेस्ट किया गया जो नतीजे सामने निकल कर आए उनको देखने के बाद आप भी मन में जो भी सवाल है उनके सभी सचिव उत्तर आज मिल जाएंगे।
एयरटेल 5G की स्पीड टेस्ट और उसके परिणाम:-
आपको बताते चलें कि भारत के 13 प्रमुख शहरों में 5जी इंटरनेट सेवा को शुरू कर दिया गया है यदि बात करें दिल्ली जो कि भारत की राजधानी है तो यहां पर कई यूजर्स के द्वारा 5G इंटरनेट का लाइव टेस्ट रियल टेस्ट किया गया जिसकी आंकड़े मैं आज आपके सामने प्रस्तुत कर रहा हूं। यह बात है आज दिनांक 23 अक्टूबर 2022 की जब एयरटेल 5G की स्पीड टेस्ट करने के लिए हम दिल्ली के कई बड़े नामी जानी एरियाज में गए जहां पर एयरटेल के 5G टेक्नोलॉजी को अच्छे से किया जा चुका था वहां पर हमने अपने फोन पर 5G एयरटेल हाई स्पीड इंटरनेट को टेस्ट किया तो कई जगहों पर यह पाया कि 5G हाई स्पीड इंटरनेट अभी उतनी तेजी से काम नहीं कर रहा है जितना कि इसको बताया गया है जी हां हम बात कर रहे हैं लाल किले और राजघाट के बीच में लगे 5G सितारों की टेस्टिंग की जहां पर हमें शुरुआती पलों में तो बेहद कम यानी लगभग 80 से 100 एमबी पर सेकंड 5G की स्पीड आ रही थी वही जब जैसे-जैसे हम राजघाट की तरह आगे बढ़ते गए और वहां पर लगे 5G टेक्नोलॉजी के टावरों के पास पहुंचे तो यह स्पीड बढ़ कर ढाई सौ से लेकर साडे 300 एमबी प्रति सेकंड तक पहुंच गई यानी कि अभी तक यदि इसकी हाई स्पीड की बात करें तो यह बात सामने निकल कर आ रही है कि 5G एंड्रॉयड फोन पर एयरटेल की तरफ से लगाए गए 5G टावरों से अभी 400 से लेकर 500 एमबी पर सेकंड तक की ही स्पीड आ रही है इसको अभी और ज्यादा बेहतर बनाने की जरूरत है लेकिन यह अभी शुरुआती दौर है जैसे जैसे अभी और टॉवर्स और टेक्नोलॉजी एंड्राइड फोन में इसके सॉफ्टवेयर और अन्य तकनीकी कमियों को पूरी तरह से सॉल्व कर लिया जाएगा यह समस्या भी शायद आने वाले समय में पूरी हो जाएगी और जो वादे किए गए थे की 1GB प्रति टन की दर से 5G हाई स्पीड इंटरनेट एक्सेस होगा वह शायद आने वाले समय में हो पाए लेकिन यह देखने वाली बात होगी कि क्या वाकई में जो वादे किए गए थे सरकार की तरफ से उन पर यह तथ्य सही साबित हो पाते हैं या नहीं।