26 जुलाई 2022 से शुरु होगी 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी, सितंबर 2022 से 5जी इंटरनेट सेवा संपूर्ण भारत में चालू होगा!

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी को मिली हरी झंडी:

भारत सरकार 5जी इंटरनेट सेवा को जल्द से जल्द चालू करने के लिए 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी की घोषणा मंगलवार 14 जून 2022 को पूर्ण रूप से कर दी l इसको भारत सरकार की तरफ से हरी झंडी कैबिनेट की बैठक में दूरसंचार विभाग डॉट के प्रस्ताव को पूरी तरह से अब मंजूरी दे दी है l यह महत्वपूर्ण निर्णय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की अध्यक्षता में पूर्ण हुआ है। इस प्रस्ताव के पास होने से मोबाइल फोन पर बहुत ही तीव्र गति से इंटरनेट की सुविधा को संचालित करने में मदद मिलेगी। काफी समय से 5G सेवा को भारत में लॉन्च होने के लिए जो आशा लगाए जा रहे थे उसका इंतजार अब पूरी तरह से खत्म हो गया है क्योंकि जुलाई 2022 के अंत तक स्पेक्ट्रम नीलामी की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी ऐसे में आने वाले अगले महीने यानी अगस्त 2022  के अंत तक देशभर में 5जी सेवा शुरू हो जाएगी।

भारतीय 5G स्पेक्ट्रम नीलामी के दौरान दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा स्वदेशी तकनीक पर चलेगा 5G स्पेक्ट्रम पर आधारित संपूर्ण इकोसिस्टम:-

एक प्रश्न का उत्तर देते हुए स्पेक्ट्रम नीलामी के सूचना प्रौद्योगिकी और संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इस प्रक्रिया से देश में 5G स्पेक्ट्रम पर आधारित एक इको सिस्टम बनाया जाएगा, जिसे पूरी तरह से भारत में ही बनाया जाएगा और यह   भारतीय तकनीक पर चलेगा l

26 जुलाई 2022 से शुरू होगी 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी

भारत सरकार 5G सेवाओं को जल्द से जल्द शुरू करने के लिए पूरी तरह से अपना खाका तैयार कर लिया है इस 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में दूरसंचार विभाग डॉट के प्रस्ताव को पूरी तरह से मंजूरी प्रदान कर दी गई है जिसे 26 जुलाई 2022 से इसकी स्पेक्ट्रम की नीलामी शुरू हो जाएगी और इसको और इसको जुलाई महीने के अंत तक 5G स्पेक्ट्रम नीलामी की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। जिसके ठीक अगले महीने यानी अगस्त 2022 के अंत तक 5G सेवाओं को देश के बड़े शहरों जैसे दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई में सबसे पहले शुरू किया जाएगा।

भारत सरकार ने रिजर्व प्राइस पर माना ट्राई का प्रस्ताव:-

 भारत सरकार की तरफ से यह जानकारी सामने निकल कर आ रही है कि जो रिजर्व प्राइस दूरसंचार नियामक प्राधिकरण यानी (टीआरएआई) T.R.A.I ने प्रस्तावित किया था किया था उसे अब पूर्ण रूप से स्वीकार कर लिया गया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल महीने में टी आर ए आई ने अपने अलग-अलग बैंड के लिए अलग-अलग रिजर्व प्राइस रखे हैं जोकि बैंड के लिए रिजर्व प्राइस की कीमत 317 करोड रुपए से लेकर 3297 करोड रुपए प्रति मेगाहर्ट्ज की दर से प्रस्तावित किए गए थे जिसमें बाद में प्राइस ओं में 39% की कटौती भी कर दी गई थी l सबसे महत्वपूर्ण देखना यह होगा कि क्या इस रिजर्व कीमत पर स्पेक्ट्रम खरीदने के लिए दूरसंचार कंपनियां कितनी उत्साहित होती है। क्योंकि डीआरआई ने जो रिजर्व प्राइस में 39% की कटौती का प्रस्ताव दिया था उसे दूरसंचार कंपनियों ने 90% कटौती की मांग अपनी तरफ से की थी, लेकिन लेकिन 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी पर मुहर लग जाने से इसकी कितनी खरीदारी कितनी दूरसंचार कंपनियां करती हैं यह देखने वाली महत्वपूर्ण बात होगी।

भारत सरकार की तरफ से कोई भी 5G स्पेक्ट्रम यूजेस चार्ज यानी (एसयूसी) नहीं लिया जाएगा:-

भारत सरकार ने 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी को और आसान बनाने के लिए इस पर लगने वाले स्पेक्ट्रम यूजेस चार्ज (S.U.C) को नहीं लिया जाएगा, जिससे कि इसकी खरीददारी करने वाले दूरसंचार कंपनियों को कोई अतिरिक्त  चार्ज अलग से नहीं देना पड़ेगा और कंपनियों को निर्धारित मूल्य पर ही स्पेक्ट्रम को खरीदने की पूरी छूट होगी।

5G स्पेक्ट्रम नीलामी के दौरान एयरटेल (Airtel) और जिओ Jio जैसी दिग्गज दूरसंचार कंपनियों के बीच होने वाली है कड़ी प्रतिस्पर्धा:

भारत की सबसे बड़ी दो दूरसंचार कंपनियां एयरटेल और जिओ में 5G स्पेक्ट्रम नीलामी में ज्यादा बोली लगाने के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिल सकती है क्योंकि इन दो बड़ी कंपनियों मैं सबसे पहले ज्यादा मेगा हर्ट्ज स्पेक्ट्रम खरीदने की होड़ सी लगी हुई है क्योंकि जिस कंपनी के पास ज्यादा बेहतर और बड़े  मेगा हर्टज को खरीद पाएगा वह आने वाले समय में भारत में दूरसंचार के क्षेत्र में अपना परचम लहरा पाएगा।

72000 मेगाहट्र्ज स्पेक्ट्रम की होनी है नीलामी: –

भारत में 5G सेवाओं को पूर्ण रूप से विस्तार  और गति Speed देने के लिए भारत सरकार की तरफ से 72000 मेगाहर्ट्ज से ज्यादा स्पेक्ट्रम की नीलामी नीलामी  होनी है जिसमें इन स्पेक्ट्रम का प्रारूप इस प्रकार रखा गया है, ये स्पेक्ट्रम 600,  700,  800,900,1800,2100,2300,2500,3300,और

26000, मेगाहर्ट्ज बैंड में उपलब्ध होंगेl

भारत में दिसंबर 2022 तक 20 से 25 शहरों में शुरु हो जाएगी 5G सेवा :अश्वनी वैष्णव 

भारत में अब 5G का इंतजार लोगों को और नहीं करना पड़ेगा क्योंकि भारत के दूरसंचार मंत्री अश्वनी वैष्णव ने अट्ठारह जून 2022 को इस बात का साफ संकेत कर दिया है कि देश में 5जी सेवा की शुरुआत 2022 में ही अगस्त -सितंबर के प्रारंभिक महीनों में शुरू कर दी जाएगी और साल के अंत तक भारत के 20 से लेकर 25 शहरों कस्बों में यह सेवा सभी को उपलब्ध हो पाएगी।

भारत के 3  प्रमुख शहरों के नाम हैं उनमें सबसे प्रमुख शहरों जैसे- दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, गुजरात, अहमदाबाद, पुणे, हैदराबाद, लखनऊ, जैसे प्रमुख शहरों को प्राथमिकता दी गई है इन शहरों में 5जी की सेवा अपनी पूरी क्षमताओं के साथ सितंबर अगस्त सितंबर महीनों में पूरी तरह से शुरू हो जाएगी जिससे कि मोबाइल कनेक्टिविटी डाटा सर्फिंग स्पीड SPEED की गति पहले की अपेक्षा 100 गुना बढ़ जाएगी।

अपने कार्यक्रम के दौरान एक प्रश्न का उत्तर देते हुए असली वैष्णो ने कहा कि 5G जैसी सेवाएं देश में जल्द ही शुरू कर दी जाएंगी और इनकी अप टू डेट भी फिक्स हो चुकी है जोकि अगस्त सितंबर के प्रारंभिक महीनों में इस  इस 5जी सेवा को सुचारू रूप से चालू कर दिया जाएगा लेकिन शुरुआती दौड़ में इसको भारत के प्रमुख 20 से 25 शहरों में इसकी प्रारंभिक शुरुआत की जाएगी उसके बाद धीरे-धीरे इसका विस्तार किया जाएगा जोकि आने वाले 2023 में यह 5-G सेवा ग्रामीण क्षेत्रों को भी बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करने में पूरी तरह से सक्षम हो जाएगी, जिससे कि ग्रामीण क्षेत्रों की इंटरनेट कनेक्टिविटी को 5G की तेज रफ्तार से ग्रामीण स्तर का भी चहुमुखी विकास हो पाएगा।

5G सेवाओं के मूल्य निर्धारण पर वैष्णव ने  कहा कि भारत में आज भी डाटा दर अन्य देशों की तुलना में काफी सस्ता है, यदि बात की जाए वैश्विक अस्तर की तो यह  डाटा दर $25डॉलर के आसपास है वहीं यदि  भारत में डाटा दर को देखा जाए तो  यहां पर मात्र डाटा दर $2 डॉलर के आसपास अभी भी लोगों को अपनी सेवाएं प्रदान कर रही है जो कि अन्य देशों की तुलना में काफी सस्ता है। 

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