भारत को क्यों है आई एन एस विशाल की जरूरत?
2 सितंबर 2022 को भारत ने आई एन एस विक्रांत को लॉन्च करके पूरे विश्व का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित किया हैl भारत उन चुनिंदा देशों की श्रेणी में शामिल हो चुका है जिनके पास अपने बनाएं युद्धपोत वाहक एयरक्राफ्ट कैरियर जैसे विशाल समुद्री जहाज मौजूद हैं । आपको बताते चलें कि आई एन एस विक्रांत जो कि भारत का दूसरा सबसे बड़ा युद्धपोत वाहक एयरक्राफ्ट कैरियर है, जिसमें 35 एयरक्राफ्ट विमान और 15 हेलीकॉप्टर एक साथ ले जाने की क्षमता है और इसमें कई प्रकार के अत्याधुनिक रडार सिस्टम वाले टेक्नोलॉजी को पूरी तरह लैस किया गया है ,जो कि संकट के समय किसी भी परिस्थिति में विरोधियों के पसीने छुड़ाने के लिए काफी है। कहते हैं खरबूजे को देखकर खरबूजा रंग बदलता है अभी भारत ने अपना दूसरा सबसे बड़ा आई एन एस विक्रांत जैसा युद्धपोत वाहक एयरक्राफ्ट कैरियर समंदर में उतारा ही था की लोगों और विश्व के सामने भारत ने अपने तीसरे एयरक्राफ्ट आई एन एस विशाल के बनाने की चर्चा पूरे विश्व में होने लगी है, और हो भी क्यों ना क्योंकि भारतीय नौसेना को और पाकिस्तान जैसे देशों से युद्ध का खतरा होने और अपनी सीमाओं को सुरक्षित रखने के लिए इस तीसरे सबसे बड़े एयरक्राफ्ट एन एस विशाल की बहुत ज्यादा जरूरत भारतीय नौसेना और भारतीय गवर्नमेंट प्रशासन को लग रही थी ,जिस को साकार रूप देने के लिए इस पर भी तीव्र गति से काम किया जा रहा है और आने वाले कुछ वर्षों में आई एन एस विशाल को भी हम अपनी सीमाओं की सुरक्षा करते हुए देख पाएंगे।
INS विशाल की खूबियां आओ जाने:-
भारत के तीसरे सबसे बड़े एयरक्राफ्ट आई एन एस विशाल का काम भी तीव्र गति से शुरू कर दिया गया है इसको बनाने का कार्य इंडियन नेवी कोच्चि के शिपयार्ड मे बनाया जायेगा, जिसने आई एन एस विक्रांत को भी बनाने महत्वपूर्ण कार्य किया था। और आने वाले समय में इसको भी भारतीय नौसेना को अपने के लिए इस पर कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। आई एन एस विशाल कि अधिक खूबियों की बात की जाए तो यह 65000 टन का कुल वजन होगा, जिसमें लगभग 55 फाइटर प्लेन इस पर तैनात किए जा जा सकेंगे।
क्षमता खूबियां:-
जहां तक आई एन एस विशाल की खूबियों और इसकी संभावित क्षमताओं की बात की जाए तो यह अपने आप में भारत का सबसे बड़ा युद्धपोत वाहक जहाज होगा जिसकी संभावित लंबाई 284 मीटर और चौड़ाई 60 मीटर तक हो सकती है। यदि इसके वजन की बात की जाए तो यह लगभग 65000 टन वजन वाला युद्धपोत वाहक समुद्री जहाज होगाl समुद्र में इसकी स्पीड 55 किलोमीटर प्रति घंटा होने की उम्मीद जताई जा रही है जो की समुद्री स्पीड के मामले में बेहद अच्छी मानी जा रही है।
आई एन एस विक्रांत की तुलना में आई एन एस विशाल का विमानों के लैंडिंग डेक पूरी तरह से सपाट (समतल) होगा जो कि इसके लुक और डिजाइन को विक्रांत की तुलना में एक अलग रूप देता हुआ नजर आता है। दो बड़े फुटबॉल मैदानों की पिचके बराबर इस विशाल आई एन एस का क्षेत्रफल होगा और यह लगभग 18 मंजिल ऊंची इमारत के बराबर इसकी ऊंचाई होगी जिसका अंदाजा आप लगा सकते हैं कि भारत में बनने वाला यह तीसरा सबसे बड़ा भारतीय युद्धपोत वाहक जहाज होगा जो कि अमेरिका चीन रूस जैसे बड़े देशों में शामिल एयरक्राफ्ट कैरियर को पूरी तरह टक्कर देने में सक्षम होगा और यह अपनी खूबियों के कारण भारत में ही निर्मित मेक इन इंडिया की अद्भुत इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी को विश्व के सामने रखते हुए भारत की महानता और विशालता को भी प्रदर्शित करेगा।
Total cost लागत :-
आई एन एस विशाल को बनाने में लगभग 55 हजार करोड़ रूपए की लागत का अनुमान लगाया जा रहा है जोकि इससे भी ज्यादा हो सकता है।
INS विशाल को बनने में कितना समय लगेगा?
आई एन एस विशाल भारत का सबसे बड़ा युद्धपोत वाहक एयरक्राफ्ट कैरियर होगा जिसे इंडियन नेवी में 2030 तक इसको शामिल कर लिया जाएगा। इसकी जरूरत इस वजह से भी है क्योंकि हिंद महासागर में चीन की बढ़ती समुद्री शक्ति के कारण भारत को भी अपनी सीमाओं को सुरक्षित करने के लिए इस तरह के बड़े एयरक्राफ्ट कैरियर की बेहद सख्त जरूरत है जो कि आने वाले किसी भी संकट के समय में अपनी सेनाओं और देश की सुरक्षा कर सकेंगी।