विटामिंस, प्रोटीन का खजाना है सहजन, सब्जियों में सबसे ज्यादा विटामिन्स इसी में पाई जाती है:-

सब्जियों में सबसे ज्यादा विटामिन और प्रोटीन पाई जाने वाली सब्जी में सबसे पहला नाम सहजन का आता है। सहजन को सब्जियों का राजा भी कहा जाता हैl सहजन को  इतना बड़ा नाम यूं ही नहीं मिल गया बल्कि इसके पीछे की वजह भी लाजवाब है। जहां तक सहजन की खूबियों की बात है इसमें कई प्रकार के विटामिंस जैसे विटामिन-A ए, विटामिन-C विटामिन- b12, विटामिन-E ई, विटामिन- K मुख्य रूप से पाए जाते हैं। इसके साथ-साथ  सहजन में भरपूर मात्रा में कैल्शियम की मौजूदगी होती है जो कि हिमोग्लोबिन  को बढ़ाने का काम करती है l इसमें मौजूद आयरन, पोटेशियम फास्फोरस, जिंक , जस्ता, तांबा जैसे प्रमुख तत्व पाए जाते हैं जो कि शरीर को ताकत प्रदान करते हैं और शरीर को हमेशा फुर्तीला चमकदार और नौजवान बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भारत में सहजन उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश बिहार झारखंड हरियाणा दिल्ली उत्तराखंड गुजरात केरल जैसे राज्यों में भरपूर मात्रा में पाया जाता है। सहजन की सबसे ज्यादा उपज बरसात के मौसम होती है, यह मई महीने से लेकर जुलाई-अगस्त तक पर्याप्त मात्रा में  सहजन को प्राप्त किया जाता है। सहजन में कई प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं जो कि शरीर के अंदर मौजूद हानिकारक वायरस को पूरी तरह नष्ट करके शरीर को निरोगी और स्वस्थ बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हाल ही में एक रिसर्च में वैज्ञानिकों ने भी स्वीकार किया है कि सहजन में पाए जाने वाले कुछ खास तरह के एंटीऑक्सीडेंट तत्व के कारण यह कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी में भी महत्वपूर्ण सब्जी फल माना जाता है। सहजन में मौजूद कई प्रकार के विटामिंस और इसमें पाए जाने वाले सभी पोषक तत्व के कारण इसको डॉक्टर भी दैनिक आहार में लेने के लिए निर्बल और दुबले – पतले रोगियों को  सलाह देते हैं।

सहजन की सब्जी रोज खाने के अद्भुत फायदे: –

सहजन का फल लगभग डेढ़ से दो फीट लंबा होता है वह इसकी मोटाई अंगूठे की मोटाई के बराबर होती है जिस की सब्जी इसको काट इस के छोटे-छोटे टुकड़े करके साधारण सब्जी की तरह ही इसको बनाया जाता है, लेकिन इस सब्जी की थोड़ी सी रेसिपी अलग होती है क्योंकि सहजन की सब्जी बनाते समय सबसे ज्यादा ध्यान इस बात पर दिया जाता है कि इस में पाई जाने वाली तरी की मात्रा थोड़ा ज्यादा होना चाहिए जिससे कि सहजन की खली के ऊपर पाए जाने वाले सभी प्रकार के विटामिंस खनिज पदार्थ इसमें घुल मिल जाते हैं और इसको पीने पर हमारे शरीर में इसमें मौजूद सभी प्रकार के विटामिन और खनिज तत्वों की हमारे शरीर को vitamins की पूर्ति हो जाती है, इससे की शरीर बलवान निरोगी बनता है। सहजन की सब्जी खाने के अनेकों फायदे हैं जिनको नीचे दर्शाया गया है आइए जानते हैं इससे होने वाले अद्भुत फायदों के बारे में l

  • सहजन की सब्जी खाने से शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है जिससे कि शरीर में झुनझुनाहट व कमजोरी जैसी समस्याएं तुरंत दूर होती हैं।
  • सहजन में विटामिन ए की मात्रा मौजूद होती है जो कि आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए बेहद लाभदायक होती है, सहजन के खाने से रतौंधी जैसी समस्या हमेशा के लिए खत्म हो जाती है।
  • सहजन पथरी रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद होता है इसका लगातार एक महीने तक सेवन करने से शरीर में मौजूद पथरी छोटे-छोटे टुकड़ों में बंटकर शरीर से बाहर निकल जाती है और पथरी से होने वाला दर्द भी पूरी तरह खत्म हो जाता है।
  • सहजन के पत्ते का रस पीने से पेट में मौजूद क्रमि या कीड़े पूरी तरह से खत्म हो जाते हैं।
  • सहजन रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है यह शरीर में आई विटामिंस की कमी से होने वाले कई प्रकार के रोगों को भी रोक कर शरीर को निरोगी और बलवान बनाने में सहायक होता है।
  • सहजन की फली में कैल्शियम भरपूर मात्रा में होता है इसलिए इसकी फली की सब्जी के रस , सूप को तरी की तरह पीना चाहिए जिससे कि शरीर में मौजूद कैल्शियम की कमी हमेशा के लिए दूर हो जाती है।
  • सहजन की सब्जी खाने से पेट दर्द या पेट से जुड़ी गैस एसिडिटी कब्ज जैसी समस्याएं हमेशा के लिए दूर हो जाती हैं, यह लीवर को मजबूत बनाता है और शरीर में मौजूद कई प्रकार के बैक्टीरिया को पूरी तरह खत्म करने में बहुत लाभदायक होता है।
  • जिन लोगों को कान दर्द की समस्या होती है वह इसकी ताजी पत्तियों को तोड़कर उसके रस की कुछ बूंदें कान में डालने से तुरंत आराम मिलता है।
  1. सहजन की फली अलावा भी सहजन के पत्ते और सहजन के फूल भी कई प्रकार के आयुर्वेदिक औषधि के रूप में प्रयोग में सदियों से प्रयोग होते रहे हैं । सहजन की पत्तियों में भरपूर मात्रा में कैल्शियम,प्रोटीन पोटेशियम, एस्कोरबिक एसिड, फोलिक एसिड, और फेनोलिक जैसे महत्वपूर्ण मौलिक तत्व मौजूद होते हैं जो कि शरीर को अंदर से निरोगी बनाकर शरीर को हष्ट पुष्ट बलवान बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। सहजन के पत्तों को कई प्रकार की त्वचा से संबंधित रोगों में इसको प्रयोग में लाया जाता है। जिन लोगों के चेहरे पर पिंपल झाइयां या चेहरा काला पड़ गया है वह सहजन की पत्ती को पीसकर इसका पेस्ट फेस पर लगाने से छोटी झाइयां पिंपल्स और पढ़े हुए काले धब्बे पूरी तरह से हट जाते हैं और चेहरा गोरा और चमकदार बन जाता है। सहजन की पत्तियों में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट तत्व के कारण यह त्वचा पर होने वाली खुजली जैसी गंभीर समस्या से पूरी तरह छुटकारा दिलाने में बेहद लाभदायक और उपयोगी होती है। आइए सहजन की पत्तियों और इसके फूलों से होने वाले कुछ महत्वपूर्ण फायदों के बारे में जानते हैं: –
  2. सहजन की पत्तियों में कैल्शियम की मात्रा भरपूर मात्रा में पाई जाती है इसलिए जिन को खून की कमी है वह सहजन की पत्तियों को पीसकर इसको छन्नी की मदद से छानकर इसका 10 ग्राम रस सुबह-शाम सेवन करने से शरीर में कैल्शियम की मात्रा पूरी हो जाती है और इसके साथ-साथ शरीर में हो रही खून की कमी भी पूरी हो जाती है जिससे शरीर निरोगी और स्वस्थ बनता है।
  3. सहजन की पत्तियों में विशेष प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं जोकि कैंसर के शुरुआती लक्षणों को पूरी तरह खत्म करके कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से बचाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
  4.  सहजन की पत्तियों में महज 100 ग्राम पाउडर में कम से कम 28 मिलीग्राम आयरन पाया जाता है जो कि एनीमिया जैसे खतरनाक रोग के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण और लाभदायक होता है।
  5. सहजन की पत्तियों मैं ओमेगा 3 फैटी एसिड नामक तत्व पाए जाते हैं जो कि दिल को खराब करने वाले कोलेस्ट्रोल को पूरी तरह खत्म करके दिल से संबंधित बीमारी को बढ़ने से रोकते हैं।
  6. सहजन की पत्तियों में विटामिंस ,मिनरल्स ,आयरन ,जस्ता ओमेगा 3, जैसे महत्वपूर्ण तत्व पाए जाते हैं जो कि दिमाग को स्वस्थ रखने और याददाश्त को बढ़ाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
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